रबी में आलू प्याज, लहसुन की खेती करने वाले किसान सोयाबीन की यह टॉप 5 वैरायटी बोए, जल्दी पकेगी एवं बंपर पैदावार होगी

कम दिनों में पकने वाली वह सोयाबीन की टॉप 5 किस्में (Top 5 Soybean Variety) कौन सी है। आइए जानते है विस्तार से..

Top 5 Soybean Variety | गर्मी के सीजन के अंत में सोयाबीन की बुवाई शुरू हो जायेगी। भारत में इसकी बुवाई का समय 15 जून से शुरू हो जाती है। इसे देखते हुए किसानों को पहले ही उन्नत किस्म के बीज की व्यवस्था कर लेनी चाहिए। किसानों को सोयाबीन की अधिक उत्पादन देने वाली किस्मों की जानकारी होनी जरूरी है, ताकि वे इन किस्मों में से अपने क्षेत्र के अनुकूल किस्म का चयन करके समय पर सोयाबीन की बुवाई कर सकें।

अपनी आमदनी दुगुनी करने के लिए कई किसान खरीफ सीजन के तुरंत बाद रबी सीजन में आलू, प्याज एवं लहसुन की खेती करना पसंद करते है। इसके लिए उन्हें सोयाबीन की ऐसी किस्मों का चयन करना होगा, जो कम अवधि में पके एवं साथ में अच्छी पैदावार भी दे। अगर आप भी रबी के सीजन में आलू, प्याज, लहसुन की खेती करते है, तो हम आपको बताएंगे की इस खरीफ सीजन के लिए कम अवधि में अधिक पैदावार देने वाली किन टॉप 5 किस्मों Top 5 Soybean Variety का चयन कर सकते है। तो आइए जानते है आर्टिकल में पूरी डिटेल..

कम अवधि में अधिक पैदावार देने वाली टॉप 5 सोयाबीन किस्में (Top 5 Soybean Variety)

  1. अंकुर अग्रसर सोयाबीन किस्म (Ankur Agrsar),
  2. ब्लैक बोल्ड सोयाबीन किस्म (Black Bold),
  3. एनआरसी 150 सोयाबीन किस्म (NRC 150),
  4. आरवीएस 2018 सोयाबीन किस्म (RVS-2018),
  5. जेएस 9560 सोयाबीन किस्म (Js-9560) इत्यादि।

अब आइए विस्तारपूर्वक जानते है इन सोयाबीन किस्मों Top 5 Soybean Variety की डिटेल…

1. अंकुर अग्रसर सोयाबीन किस्म (Ankur Agrsar Soybean Variety)

Top 5 Soybean Variety | सोयाबीन की यह किस्म मध्यप्रदेश निमाड़ क्षेत्र के लिए अनुशंसित की गई है। यह अंकुर अग्रसर किस्म 9560 किस्म की अवधि के बराबर ही है। यह किस्म 85 से 90 दिनों के अंतराल में पककर तैयार हो जाती है। यह मजबूत पौधे वाली किस्म (गैर- आवास) है। इसके दाने मध्यम आकार के और पीले-सफेद रंग के होते है। इस किस्म की बीज दर 15 से किलोग्राम प्रति बीघा।

साथ ही इस किस्म की सबसे बड़ी खासियत यह है की, इस किस्म में पीला मोजेक एवं अर्ध-सहिष्णु लूपर संक्रमण के रोगप्रतिरोधी है। जो यह एक बहुत बड़ी खासियत है आजकल के दौर में सोयाबीन की 9560 एवं अन्य किस्मों में पीला मोजेक फैल जाता है एवं जिससे सारी फसल रोग के प्रकोप से नष्ट हो जाती है। अगर इसके उत्पादन की बात करें तो, पिछले वर्ष इस किस्म ने अधिकतम उपज क्षमता 12 क्विंटल एवं औसत उपज क्षमता है 10 क्विंटल प्रति बीघा निकाली गई थी। : Top 5 Soybean Variety

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2. ब्लैक बोल्ड सोयाबीन किस्म (Black Bold Soybean Variety)

Top 5 Soybean Variety | सोयाबीन की यह किस्म मध्यभारत क्षेत्रों के लिए अनुशंसित की गई है। इसकी बुवाई का उचित समय 15 जून से लेकर 30 जून तक है। बीज दर- 45 kg प्रति एकड़। इसके पौधे की ऊंचाई हाईट 55 से 65 सेमी एवं 100 दाने का वजन 12 से 14 ग्राम तक देखा गया है। दाने का रंग गहरा भूरा होता है।

ब्लैक बोल्ड सोयाबीन किस्म की खास बात ये की, यह जड़ सड़न और सफेद फफूंदी सहित सोयाबीन के अधिकांश सामान्य रोगों के लिए भी प्रतिरोधी है। 85 से 90 दिन के भीतर इसकी कटाई की जा सकती है। अगर बात कर इसकी उत्पादन क्षमता की तो, पिछले वर्ष इस किस्म ने 9 से 11 क्विंटल प्रति एकड़ एवं 26 से 28 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन निकाला था। ये अपने उच्च तेल और प्रोटीन सामग्री के लिए जानी जाती है। तनावपूर्ण परिस्थितियों में भी उच्च पैदावार देती है। : Top 5 Soybean Variety

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3. एनआरसी 150 सोयाबीन किस्म (NRC 150 Soybean Variety)

सोयाबीन की एनआरसी 150 किस्म को इंदौर के सोयाबीन अनुसंधान केंद्र ने विकसित किया है। यह मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश का बुदेलखंड क्षेत्र, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र का विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्र इत्यादि के अनुशंसित की गई है। इसकी विशेषता यह है कि यह मात्र 91 दिन में परिपक्व होती है। जबकि, सोयाबीन Top 5 Soybean Variety की यह किस्म 7 क्विंटल बीघा उत्पादन देगी। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार सोयाबीन की इस किस्म से 35 से 38 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की पैदावार होगी।

यह सोया गंध के लिए जिम्मेदार लाइपोक्सीजिनेज-2 एंजाइम से मुक्त है। साथ में यह रोग प्रतिरोधी भी है। इस किस्म की सबसे बड़ी खास बात ये की, यह किस्म सोयाबीन की प्राकृतिक गंध के लिए जिम्मेदार लाइपोक्सीजिनेज-2 एंजाइम से मुक्त है। यानी इससे बनने वाले सोया दूध, सोया पनीर, सोया टोफू आदि उत्पादों में यह गंध नहीं आएगी। IISR के कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, सोयाबीन की ‘एनआरसी 150’ किस्म प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर है और कुपोषण दूर करने के लक्ष्य के साथ विकसित की गई है। : Top 5 Soybean Variety

4. आरवीएस 2018 सोयाबीन किस्म (RVS-2018 Soybean Variety)

राजमाता सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही में वर्ष 2017 में जारी इस किस्म का गजट नोटिफिकेशन क्रमांक एस.ओ. 2458 (E) दिनांक 29.08.2017 है। सोयाबीन की यह किस्म मध्य अवधि लगभग 91-93 दिवस होने के कारण सोयाबीन जे.एस. 93-05 के लगभग पककर तैयार हो जाएगी।यह नवीनतम सोयाबीन की किस्म Top 5 Soybean Variety देश के मध्य क्षेत्र मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, बुंदेलखंड, मराठवाड़ा, विदर्भ आदि क्षेत्रों के लिए अनुसूची की गई है।

सामान्य परिस्थितियों में इसका उत्पादन 22 से 24 क्विंटल प्रति हेक्टेयर दिखेगा। किंतु व्यावहारिक रूप से किसानों द्वारा गतवर्षों में लिए गए वास्तविक अधिकतम उत्पादन का आंकड़ा इस लिस्ट में 30 क्विंटल प्रति हेक्टेयर इससे अधिक भी बताया गया है।

तीन से चार दाने की फलिया, फलियों में चटकने (सेंटरिंग) की समस्या नहीं, फुल आने की अवधि 32 से 36 दिवस फूल का रंग सफेद, पौधों की ऊंचाई अच्छे होने से हार्वेस्टर से काटने हेतु उपयुक्त मल्टीपल रेजिस्टेंस याने बहूरोधक किस्म होने से इस किस्म में अनेक कीट एवं बीमारियों के प्रति विशेष प्रतिरोधक एवं सहनशीलता का गुण है। विशेष रूप से येलो मोजेक एवं कालर राट बीमारी के प्रति सहनशीलता। : Top 5 Soybean Variety

5. जेएस 9560 सोयाबीन किस्म (Js-9560 Soybean Variety)

बीते कुछ सालों में जेएस 9560 सोयाबीन किस्म किसानों की पहली पसंद बन गई है। मध्यप्रदेश सहित कई इलाकों में बोया जाता है। सोयाबीन जेएस 9560 किस्म जून के अन्तिम सप्ताह में जुलाई के प्रथम सप्ताह तक का समय सबसे उपयुक्त है। बुवाई के लिए बीज की मात्रा 40-45 किलों बीज प्रति एकड़ पर्याप्त रहती हैं। : Top 5 Soybean Variety

इस किस्म से एक हेक्टेयर में करीब 25-28 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। इस किस्म का दाना पीले रंग का होता है, मजबूत दाना होता है। इसके फूल बैंगनी रंग के होते हैं। इस किस्म से सोयाबीन की फसल 80-85 दिन में कटाई क लिए तैयार हो जाती हैं। यह किस्म कम वर्षा होने पर भी अच्छा उत्पादन देती है। इसलिए इसे अधिकतर मध्य भारत के कई इलाकों में बोया जाता है। : Top 5 Soybean Variety

उन्नत सोयाबीन किस्मों के बीज के लिए यहां संपर्क करें

किसान भाई आरवीएसएम 1135, जेएस 2172, आर.वी.एस. 2001-4, आरवीएस 2018, RVS 2011/10, आरवीएस 2024 सहित अन्य सभी प्रकार के उन्नत किस्मों का बीज लेने के लिए नीचे दिए नंबरों के माध्यम से ‘ श्री गायत्री ट्रेडर्स ‘ बीज कंपनी से संपर्क कर सकते है :-

मो. नं. :- 9575699947

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