फरवरी में करें गन्ने की बुआई, गन्ने की जल्दी तैयार होने वाली नई उन्नत वैरायटियों एवं खेती के बारे में जानिए..

बसन्तकालीन/शरद कालीन गन्ने की खेती एवं नवीन उन्नत वैरायटियों (Sugarcane Varieties) के बारे में जानिए..

👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।

Sugarcane Varieties | बसन्तकालीन गन्ने की बुआई देर से काटे गये धान वाले खेत में और तोरिया, मटर व आलू की फसल से खाली हुए खेत में की जा सकती है। बुआई के लिए संस्तुत प्रजातियों का चयन करें।

बसंत कालीन गाने की बीज बुआई के समय 30-35 डिग्री सेल्सियस तापमान उत्तम माना जाता है। इसके साथ ही वातावरण शुष्क होने पर बुआई करनी चाहिए।

गन्ने की खेती सभी प्रकार की मृदा में की जा सकती है, लेकिन दोमट और काली दोमट मृदा सर्वोत्तम मानी जाती है। गन्ने के स्वस्थ बीज का ही चयन करें। आईए जानते हैं गाने की उन्नत वैरायटियों एवं खेती के बारे में..

गन्ने की उन्नत प्रजातियां

गन्ने की जल्दी तैयार होने वाली उन्नत प्रजातियां जैसे- सी. ओ. 0239, सी.ओ. 0238, सी. ओ. 0118, सी. ओ. 98014, सी. ओ. 89003, सी.ओ. 0237, को. पन्त 211, को. पन्त 3220 आदि में से उपलब्धतानुसार प्रजातियों का प्रयोग करें।

गन्ने की मध्य या देर से पकने वाली प्रमुख प्रजातियां को. शा. 7918, को. शा. 802, को. शा. 8118, को. शा. 767, को. शा. 8432, को. शा. 94257, यू.पी. 0097, सी.ओ. 0124 आदि में से उपयुक्त प्रजाति का चयन करें। Sugarcane Varieties

जलमग्न क्षेत्र के लिए को. शा. 96436, यू.पी. 9529, यू.पी. 9530, बी.ओ. 54 व बी.ओ. 91 आदि प्रजातियों का चयन करें।

इस प्रकार करें गन्ने की बुआई

फरवरी के दूसरे पखवाड़े में गन्ने की बुआई कर सकते हैं। गन्ने की बुआई गन्ना प्लान्टर मशीन से 75 सें.मी. की दूरी पर कूंड़ों में करना ज्यादा लाभदायक होता है। शरदकालीन गन्ने में बुआई के 110-120 दिनों बाद नाइट्रोजन की शेष आधी मात्रा (60-75 कि.ग्रा./ हैक्टर) की टॉप ड्रेसिंग कर दें। Sugarcane Varieties

गन्ने का बीजोपचार

गन्ने का बीज जिस खेत से लेना हो, बुआई से दो सप्ताह पर 60-70 क्विंटल गन्ना पर्याप्त होता है। गन्ने के बीज को उपचारित करने के लिए 250 ग्राम एरीटान या 500 ग्राम एग्लाल का प्रयोग करें। Sugarcane Varieties

बसंत कालीन गन्ने की खेती में उर्वरक प्रबंधन

बसंत कालीन गन्ने से अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए गन्ना की बसंतकालीन फसल में 120-150 कि.ग्रा. नाइट्रोजन, 50-60 कि.ग्रा. फॉस्फोरस तथा 30-40 कि.ग्रा. पोटाश प्रति हैक्टर की आवश्यकता होती है। Sugarcane Varieties

गन्ने की पेड़ी से अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक है कि फसल की कटाई जमीन से सटाकर करें। खेत से खरपतवार निकाल दें और सिंचाई करें व मृदा में ओट आने पर 90 कि.ग्रा. नाइट्रोजन की पहली टॉप ड्रेसिंग करें और कल्टीवेटर से गुड़ाई करके उर्वरक को मृदा में मिला दें।

ऐसे करें दीमक व अंकुरबेधक कीट प्रबंधन

Sugarcane Varieties | गन्ने की फसल को दीमक व अंकुरबेधक कीट से बचाने के लिए बुआई के बाद कूंड़ को ढकने से पूर्व 5 लीटर / हैक्टर की दर से क्लोरोपायरीफॉस को 2000 लीटर पानी में घोलकर कूंड़ों में छिड़काव करें अथवा 25 कि.ग्रा./ हैक्टर की दर से फोरेट 10 जी कूंड़ों में छिड़काव करें। गन्ने की दो पंक्तियों के बीच मूंग या उड़द अथवा लोबिया या भिण्डी की एक पंक्ति की बुआई की जा सकती है। Sugarcane Varieties

खेती किसानी की नई नई जानकारी से अपडेट रहने के लिए आप हमारे व्हाट्सएप चैनल को फॉलो कर सकते है।

👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।

यह भी पढ़िए….👉मटर की तैयार फलियों को नियमित रूप से तोड़ें, हो सकता है पाउडरी मिल्डयू का प्रकोप, देखें कृषि विभाग की एडवाइज ..

फरवरी में करें गन्ने की बिजाई, गन्ने की इन 2 नई किस्म में नहीं आयेगा लाल सड़न रोग, करनाल में बीज आया

👉 सब्जियों की खेती करते है? 2 महीने में होगी बंपर कमाई, इस महीने करें इन बेल वाली सब्जियों की बिजाई

👉 गेहूं की फसल में फुटाव और कल्ले बढ़ाने के लिए किसान अपनाएं ये टिप्स, बढ़िया उत्पादन निकलेगा

👉 सरसों की फसल को नष्ट कर देते है यह 2 रोग, कृषि विभाग ने जारी किया सुझाव, जानें प्रबंधन

प्रिय पाठकों…! 🙏 Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.

Leave a Comment