3 महीने की मौसम भविष्यवाणी: इस बार प्रचंड गर्मी के बाद अच्छी बारिश के आसार, जानें डिटेल..

आइए जानते है इस बार गर्मी कैसी रहेगी एवं मानसून (Weather Forecast 2024) कब आयेगा।

Weather Forecast 2024 | अगले तीन महीने भीषण गर्मी का अनुमान है। दरअसल, मौसम विभाग नई दिल्ली ने 3 महीने का मौसम पूर्वानुमान जताया है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार भीषण गर्मी रहेगी। अप्रैल से ही जून जैसी लू चलेगी। वही अच्छी खबर ये है की, इस बार अगस्त में मानसून आने की संभावना है। बता दें की, अल-नीनो जाने और ला नीना आने से बारिश सामान्य के अधिक होगी। आइए जानते है 3 महीने कैसा रहने वाला है देशभर का मौसम (Weather Forecast 2024)..

प्रचंड गर्मी के बाद समय पर आयेगा मानसून

Weather Forecast 2024 | अगले तीन महीने भीषण गर्मी का अनुमान है। इस दौरान हीटवेव के दौर लंबे होंगे। अप्रैल और मई के दौरान प्री-मानसून के दौर भी छोटे और कम ही रहेंगे। हालांकि, अच्छी खबर यह है कि मानसून के आखिरी दो महीने में अच्छी बारिश के आसार बढ़ रहे हैं।

वजह, जिस अल-नीनो के कारण गर्मी में ज्यादा इलाकों में अधिक दिन तक हीटवेव चलने और कम बारिश की आशंका है, वह मानसून की आमद के साथ ही जून में खत्म हो जाएगा और उसके बाद एनसो न्यूट्रल का दौर आएगा। यानी न अल-नीनो, न ला-नीना।

इसके बाद अगस्त में ला-नीना परिस्थितियां पैदा हो जाएंगी, जो मानसून के लिए फायदेमंद साबित होंगी। यह अनुमान एशिया पैसिफिक इकोनॉमिक को-ऑपरेशन (एपीईसी) ने जारी किया है। इसके मुताबिक, मानसून (Weather Forecast 2024) की मदद करने वाला एक और फैक्टर इंडियन ओशियन डायपोल (आईओडी) भी पॉजिटिव बन रहा है।

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केरल से मुंबई तक मानसून में बाड़ वाली बारिश के आसार

Weather Forecast 2024 | स्काईमेट वेदर, मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक, अल-नीनो जाने और ला नीना आने से बारिश सामान्य के अधिक होगी। मानसून में 96 से 104% तक बारिश को सामान्य कहा जाता है। अनुमान है कि इस बार यह 100 से 104% हो। ला-नीना स्थिति का मतलब है कि प्रशांत महासागर में समुद्री सतह का तापमान सामान्य से नीचे चला जाए और वहां से ट्रेड विंड्स हिंद महासागर आने लगे।

इससे मानसून को मजबूत होने में सहायता मिलती है। क्योंकि उस दौरान अरब सागर और बंगाल की खाड़ी दोनों ओर से हवाएं भारी मात्रा में नमी लेकर आएंगी और बारिश कराएंगी। इस वर्ष अल-नीनो चरम पर है और सुपर अलनीनो बन चुका है। 1950 के बाद सातवां मौका है जब सुपर अल-नीनो बना है और छह सुपर अल-नीनो वर्षों में उसके खत्म होते ही ला-नीना परिस्थिति पैदा हुई है।

इस समय आईओडी परिस्थिति निगेटिव है। यानी पश्चिमी हिंद महासागर का तापमान कम, पूर्वी हिंद महासागर का तापमान अधिक है। जून आने तक आईओडी पॉजिटिव होगा। इससे बड़ी मात्रा में बादल बनेंगे और पश्चिमी हिस्से में भारी बारिश Weather Forecast 2024 होगी। अनुमान है कि केरल से मुंबई तक पश्चिमी घाट पर इस मानसून के आखिरी दो महीनों में इतनी अधिक बारिश हो सकती है। कि वहां बाढ़ की विभीषिका का सामना करना पड़ सकता है।

Weather Forecast 2024 | सुपर अल-नीनो क्या है :- जब समुद्री सतह का औसत तापमान सामान्य से 2 डिग्री से भी ज्यादा हो। सामान्यतः 0.5 डिग्री अधिक होते ही अल-नीनो परिस्थिति आती है।

इंडियन ओशीन डायपोल क्या है :- यह परिस्थिति पश्चिमी और पूर्वी हिंद महासागर के तापमान के अंतर से बनती है।

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