ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती से मालामाल हुए किसान, प्रति एकड़ 7 क्विंटल तक पैदावार ली

आइए जानते है किसान किस तरह से ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती (Moong farmers success story) से लाखो की कमाई कर रहे है।

Moong farmers success story | मध्यप्रदेश में रबी के बाद तीसरी फसल के रूप में जायद में मूंग फसल लेने के प्रति रुझान बढ़ा। राज्य में नर्मदापुरम, हरदा, सीहोर, रायसेन आदि जिले ऐसे हैं, जहां जायद में मूंग का रकबा बढ़ता जा रहा है। यहां के किसानों ने जायद में मूंग का अच्छा उत्पादन लेकर खुद को मालामाल बनाया है। ऐसे ही तीन किसानों की सफलता की कहानी प्रस्तुत है। तो आइए जानते है..

12 वर्षों से हरदा के किसान कर रहे है ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती

Moong farmers success story ग्राम जिनवानिया (सिराली) जिला हरदा के श्री करण पटेल करीब 12 वर्षों से जायद में मूंग उगा रहे हैं। किसान करण ने गत वर्ष 25 एकड़ में जायद में मूंग लगाया था, लेकिन फसल के लिए अनुकूल मौसम नहीं होने के अलावा मारुका रोग और इल्ली के कारण उत्पादन प्रभावित हुआ था।

फिर भी मूंग का औसत उत्पादन 6 क्विंटल मिला था। जबकि वर्ष 2022 में इतने ही रकबे में महावीरा जिरोन डाला था और 7 क्विंटल / एकड़ का उत्पादन लिया था। इस वर्ष भी 25 एकड़ में जायद में मूंग लगाया है। 12 दिन पहले बोनी की जा चुकी है। उम्मीद है इस वर्ष भी अच्छा उत्पादन मिलेगा।

सीहोर के किसान ने प्रति एकड़ 7 क्विंटल उत्पादन लिया

ग्राम चिचलाय जिला सीहोर के स्नातक मूंग उत्पादक किसान श्री सुनील पिता जगदीश पवार करीब एक दशक से जायद में मूंग की फसल ले रहे हैं। Moong farmers success story किसान सुनील ने गत वर्ष जायद में मूंग बीज पीडीएम 139 को 25 एकड़ में बोया था। सिंचाई के लिए कोलार नदी का पानी उपलब्ध रहता है। बिजली की कोई समस्या नहीं आई, जिससे औसत उत्पादन 7 क्विंटल / एकड़ का मिला।

कुल उत्पादन 175 क्विंटल हुआ था, जिसे समर्थन मूल्य 7755 रु/ क्विंटल पर बेचा था। इस साल 30 एकड़ में मूंग लगाया है, लेकिन इस बार मूंग बीज बदल कर डबल तलवार ब्रांड का मूंग बोया है, क्योंकि पीडीएम 139 किस्म 15 साल पुरानी है, जिसका उत्पादन पर असर पड़ता है। यदि सब चीजें अनुकूल रही तो इस बार भी मूंग का अच्छा उत्पादन मिलेगा ऐसी उम्मीद है। इस बार तो 5 एकड़ रकबा भी बढ़ा दिया है।

सीहोर जिले का ये किसान भी हुआ मालामाल

Moong farmers success story ग्राम ताजपुरा ब्लॉक भैरुन्दा जिला सीहोर के किसान श्री धर्मेंद्र पिता सुंदरलाल पवार भी विगत 12 वर्षों से जायद की तीसरी फसल में मूंग का उत्पादन ले रहे हैं। किसान धर्मेंद्र ने गत वर्ष 20 एकड़ में जायद में मूंग बोया था, जिसका औसत उत्पादन साढ़े 6 क्विंटल/एकड़ से कुल 130 क्विंटल उत्पादन मिला था।

सिंचाई के लिए निजी कुंआ है। बिजली 10 घंटे मिल रही है। 12 रोज पहले मूंग की बोनी कर दी है। मूंग अंकुरित भी हो गए हैं। Moong farmers success story इस वर्ष रबी में गेहूं का 19 क्विंटल / एकड़, डॉलर चना 8 क्विंटल / एकड़ और देसी चना का कुल 60 क्विंटल उत्पादन मिला।

👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।   

यह भी पढ़िए….👉 ग्रीष्मकालीन मूंग की ये वैरायटी किसानों को बनायेगी मालामाल, प्रति एकड़ देगी 30 क्विंटल पैदावार

👉बाजार में महिंद्रा के इन टॉप 5 ट्रैक्टरों की भारी डिमांड, जानें टॉप 5 मॉडल की कीमत एवं खासियत

👉कृषि विज्ञानियों ने तैयार की गेहूं की नई वैरायटी Hi-1650 पूसा ओजस्वी, इस वैरायटी की पैदावार व खासियत के बारे में डिटेल जानें

👉 300 से 500 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन देने वाली प्याज की सबसे अच्छी टॉप 8 किस्में

प्रिय पाठकों…! 🙏 Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.

Leave a Comment