गेंहू में सभी तरह की खरपतवार नियंत्रण के लिये यह दवाई डालें

गेंहू में चौड़ी पत्ती, मिश्रित खरपतवार एवं संकरी पत्ती वाले खरपतवार के लिए कौन सी खरपतवार नाशक दवाई (Wheat herbicide) डालें, जानें..

Wheat herbicide | गेंहू की फसल 30 से 40 दिनों की हो गई हैं। इस समय गेंहू एवं अन्य रबी फसलों में खरपतवार की दिक्कतें सामने आती है। यदि खरपतवार का प्रबंधन नहीं किया जाए तो, उत्पादन पर असर पड़ता है। ऐसे में आज हम आपको यहां गेंहू की फसल में लगने वाली चौड़ी पत्ती, मिश्रित खरपतवार एवं संकरी पत्ती वाले खरपतवार के लक्षण एवं उनके प्रबंधन के बारे में जानकारी देने जा रहे है। तो आइए जानते है..

गेंहू में जंगली जई. गुल्ली डण्डा खरपतवार नियंत्रण जरूरी

खरपतवार नियंत्रण Wheat herbicide यदि पहले से ही बिना खरपतवार का खेत हो तो गेंहू में खरपतवारों की समस्या नहीं होती है। यदि कम मात्रा में चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार गेंहू के अन्दर उगे हुए हों तो उनसे पैदावार पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता है बल्कि कभी कभी पैदावार बढ़ भी जाती है लेकिन जंगली जई गुल्ली डण्डा आदि हो तो इन्हें खेत से निकालना अथवा खत्म करना आवश्यक हो जाता है। यदि हाथ से खींचकर, खुरपी द्वारा या हो आदि चलाकर खत्म कर दिया जाय तो उत्तम रहता है।

जंगली जई. गुल्ली डण्डा खरपतवार नाशक दवाई :- गेंहू फसल मे बुवाई के उपरांत खरपतवार नियंत्रण Wheat herbicide जंगली जई. गुल्ली डण्डा निम्न खरपतवारनाशी का छिड़काव बुवाई के 30-35 दिन बाद 120-150 लीटर पानी में प्रति एकड़ फ्लैट फैन – नोजल के द्वारा करना चाहिए।

ये भी पढ़ें 👉 खरबूजे की 2 नई किस्म को अब ठंड में भी उगा सकेंगे किसान, 25 दिन तक रह सकेगा सुरक्षित

मिश्रित खरपतवार के लिए खरपतवारनाशक दवाई

Wheat herbicide : मिश्रित खरपतवार के लिए किसान भाई टोटल (सल्फोसल्फ्यूरान + मेंट्सल्फ्यूरान) 16 ग्राम उत्पाद प्रति एकड़ या वेस्टा (क्लोडिनोफाप + मेंट्सल्फ्यूरान) 160 ग्राम उत्पाद प्रति एकड़ या बाडवे (सल्फोसल्फ्यूरान + कार्फेन्ट्राजान) 25 + 20 ग्राम सक्रिय तत्व प्रति हेक्टेयर दवाई का छिड़काव कर सकते है।

संकरी पत्ती के लिए खरपतवार नाशक दवाई

जमाव के बाद खरपतवारनाशी Wheat herbicide का प्रयोग 2-3 पत्ती की अवस्था पर करना चाहिए। यदि गुल्ली डंडा जिसे मंडूसी या गेहूं का मामा भी बोलते हैं (phalaris minor) थोड़ा अधिक बड़ा हो जाता है तो यह पाइरझोफॉप प्रोपेनील 15% से नियंत्रित नहीं हो पता है इसके लिए सिंजेंटा कंपनी का एक्सियल (Pinoxaden 5.1%) 1 लीटर प्रति हेक्टेयर के हिसाब से स्प्रे कर कर सकते हैं।

परन्तु यह संकरी पत्ती के खरपतवार विशेष कर गुल्ली डंडा को ही नियंत्रित करता है। अवतार (पाइरझोफॉप प्रोपेनील 15%) 24 ग्राम सक्रिय तत्व प्रति एकड़, लीडर/सफल/ फतेह (सल्फोसल्फ्यूरान ) 13.5 ग्राम सक्रिय तत्व प्रति एकड़ या टापिक (क्लोडिनोफाप ) 60 ग्राम सक्रिय तत्व प्रति एकड़ दवाई का छिड़काव Wheat herbicide कर सकते है।

चौड़ी पत्ती के लिए खरपतवार नाशक दवाई

चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार प्रबंधन के लिए 2, 4-डी. सोडियम साल्ट 400 ग्राम सक्रिय तत्व प्रति एकड़ या कॉनवो या एल्ग्रिप (मेंट्सल्फ्यूरान) 4 ग्राम सक्रिय तत्व प्रति हेक्टेयर या एफिनिटि (कार्फेन्ट्राजान ) 08 ग्राम सक्रिय तत्व प्रति एकड़का छिड़काव करें।

Wheat herbicide : अवतार (पाइरझोफॉप प्रोपेनील 15%) 24 ग्राम सक्रिय तत्व( मतलब 160 ग्राम अवतार) प्रति एकड़ और कॉनवो (मेंट्सल्फ्यूरान 20%) का मिश्रित छिड़काव अच्छे परिणाम देता है। पाइरझोफॉप प्रोपेनील 15% गुल्ली डंडा (phalaris minor) को बहुत अच्छी तरह से नियंत्रित करता है, और बहुत किफायती भी है।

गेंहू की फसल सुरक्षा

यदि बीज उचित स्थान संस्था से खरीदा गया है तो गेहूं की फसल में प्राय: कीट व व्याधि का प्रकोप नहीं होता है। इस समय पुरानी अधिकतर गेहूँ की प्रजातियाँ बीमारियों विशेषकर तना एवं पत्तियों Wheat herbicide के रतुआ के प्रति प्रतिरोधक क्षमता खो चुकी हैं तथा ब्लाइट (पत्तियों का प्रकोप भी देखा जा रहा है।

यदि पत्तियों या तने का रतुआ (रस्ट) का प्रकोप हो तो तुरन्त 10 दिन के अंतराल पर 0.1 प्रतिशत का प्रोपिकोनाजोल (टिल्ट 25 ईसी) का छिड़काव कम से कम दो बार करें यह दवा ब्लाइट के लिये भी प्रभावी है। कीट पर अन्य व्याधि का प्रकोप Wheat herbicide हो तो तुरन्त विशेषज्ञ सलाह से उपचार करें।

|| DISCLAIMER || गेंहू में खरपतवार नाशी दवाई के उपयोग से पहले एक बार अपनी नजदीकी कृषि वैज्ञानिकों या दुकानदार से अवश्य सलाह ले लेवे।🙏

⚡ऐसी खबरों के लिए व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।⚡    

यह भी पढ़िए….👉 जिन किसानों में अब तक सोयाबीन नहीं बेची उनके लिए भाव को लेकर बड़ी अच्छी खबर, अब क्या भाव रहेंगे जानें..

👉 सरसों की बोवनी 4 लाख हेक्टेयर में हुई, बंपर पैदावार के लिए अभी यह काम करें..

👉 बाजार में महिंद्रा के इन टॉप 5 ट्रैक्टरों की भारी डिमांड, जानें टॉप 5 मॉडल की कीमत एवं खासियत

👉कृषि विज्ञानियों ने तैयार की गेहूं की नई वैरायटी Hi-1650 पूसा ओजस्वी, इस वैरायटी की पैदावार व खासियत के बारे में डिटेल जानें

👉 300 से 500 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन देने वाली प्याज की सबसे अच्छी टॉप 8 किस्में

👉मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए बनाई नई योजना, 2025 तक 50 करोड़ का प्रावधान किया

Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.

Leave a Comment