कही ज्यादा बारिश से आपकी सोयाबीन में तो नहीं पड़ रही इल्ली, फसल हो सकती है चौपट! इल्ली के लिए यह दवाई डालें

Worm control in soybean : सोयाबीन में इल्ली के लिए कौन सी दवाई डाले, यहां जानें.

Worm control in soybean | एमपी सहित कई राज्यों में भारी बारिश का दौर बना हुआ है। ऐसे में सोयाबीन की बोवनी के बाद उसकी देखभाल करना बेहद जरूरी हो जाता है। ज्यादा बारिश से सोयाबीन की फसल की उत्पादकता पर असर पड़ सकता है। ज्यादा बारिश से खेत में खड़ी सोयाबीन में इल्ली एवं अन्य रोगों के लगने का डर बना रहता है।

यदि सोयाबीन में इल्ली पड़ रही है तो हो जाए सावधान जल्द ही लक्षण की जांच करके इल्ली की दवाई का छिड़काव कर ले, या इसके अलावा प्राकृतिक उपाय अपनाकर भी इल्ली पर नियंत्रण Worm control in soybean पा सकते है। कैसे पहचाने की आपकी सोयाबीन में इल्ली पड़ रही है एवं इल्ली पड़ रही है तो कौन सी दवाई डालें, यहां जानें..

कैसे पहचाने की आपकी सोयाबीन में इल्ली पड़ रही है?

  • इल्ली की चपेट में आने से सोयाबीन के पत्ते पीले पड़ जाते हैं।
  • फलियां आकार में छोटी हो जाती हैं और दाने सिकुड़ जाते हैं।
  • रोग से बचाव के लिए फसल में जब भी पीलापन दिखाई दे उसमें 1 मिली पानी में 1 मिली गंधक के तेजाब और 0.5 फीसदी फैसर सल्फेट का छिड़काव करते हैं।
  • इसके अलावा मोजेक रोग से बचाव के लिए पौधों को उखाड़कर नष्ट करें।
  • यह एक वायरस जनित रोग Worm control in soybean है, जो सफेद मक्खी के चपेट में आने से लगता है, यह मक्खी पौधे के तने पर अंडे देती है। इस कारण तने में इल्ली पैदा होती है।
  • इल्ली इसके तने के अंदर के जाइलम को नष्ट कर देती है, इससे पौधा पीला पड़ जाता है, और धीरे-धीरे पौधों का विकास रुक जाता है।

सोयाबीन में खरपतवार नियंत्रण के लिए कौन सी दवाई इस्तेमाल करें, यहां जानिए दवाइयों की जानकारी

👉 WhatsApp से जुड़े।

Worm control in soybean : बचाव के लिए यह उपाय करें…

  • संक्रमित पौधों को उखाड़कर खेत से दूर गड्ढा बनाकर दबा दें या फेंक दें।
  • इससे बचाव के लिए कीटनाशकों का छिड़काव किया जाता है।
  • खेत में खरपतवार नियंत्रण रखे, ताकि इल्ली पड़ने को संभावना कम से कम रहे।

सोयाबीन में इल्ली लगने पर यह उपाय करें

ब्लू बीटल :- क्लोरपायरीफास/क्यूनालफाॅस1.5 लीटर प्रति हेक्टेयर दवाई डालें।

गर्डल बीटल Worm control in soybean :- ट्राईजोफास0.8 ली./हे. या इथोफेनप्राक्स1 ली./हे. या थायोक्लोप्रीड0.75 ली./हे डालें।

तम्बाकू की इल्ली एवं रोयंदार इल्ली :-

  • क्लोरपायरीफास 20 इ.सी. 1.5 लीटर/हेक्टेयर
  • इंडोक्साकार्ब 14.5 एस.पी. 0.5 ली./हेक्टेयर
  • यारेनेक्सीपायर20 एस.सी. 0.10 ली./हेक्टेयर।

चने की इल्ली एवं तम्बाकू की इल्ली :-

  • जैविक नियंत्रण – चने की इल्ली हेतु एच.ए.एन.पी.वी 250 एल.ई/हे.तथा तम्बाकू की इल्ली हेतु एस.एल.एन.पी.वी 250 एल.ई/हे. या बेसिलसयुरिंजिएंसिस/ ब्यूवेरिया बेसियाना 1 ली. या किलो/हे. का उपयोग करें ।
  • रसायनिक निंयत्रण :- रसायनिक निंयत्रण Worm control in soybean हेतु रेनेक्सीपायर0.10 ली./हे. या प्रोपेनोफाॅस1.25 ली./हे. या इन्डोक्साकार्ब0.50 ली./हे. या लेम्डासायहेलोथ्रीन0.3 ली./हे. या स्पीनोसेड0.125 ली./हे. का उपयोग करें।

सोयाबीन में इल्ली मारने की दवा

Worm control in soybean : सोयाबीन में इल्ली पड़ने पर इमिडाक्लोप्रिड, थायमिथोक्सम या लेम्बडा सायहेलोथ्रिन को 125 मिली प्रति हेक्टेयर के हिसाब से छिड़काव करें। इसके अलावा किसान साथी अपने नजदीकी दुकानदार एवं अन्य साथियों से राय लेकर दवाई का चयन कर ले।

नोट : – खेती किसानी में रासायनिक दवाइयों का इस्तेमाल करने के पहले उन पर दिए गए निर्देशों को जरूर पढ़ें। कृषि विशेषज्ञ की राय लें। किसी भी अप्रिय स्थिति के लिए चौपाल समाचार जिम्मेदार नहीं रहेगा।

👉 WhatsApp से जुड़े।

यह भी पढ़िए….👉 लहसुन के भाव में जबरदस्त तेजी आने वाले समय में लहसुन के भाव क्या रहेंगे? जानिए

👉प्याज की फसल में खरपतवार को नियंत्रित कैसे करें? जानें खरपतवार प्रबंधन एवं सावधानी

👉सरकार जैविक खेती को क्यों बड़ावा दे रही है? जानें इसके फायदे एवं नुकसान

👉इस वजह से भी पीला पड़ जाता है, किसान भाई रहें सावधान

👉 सोयाबीन की बोवनी के समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, कृषि विशेषज्ञों से जानिए

Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.

Leave a Comment