इस साल ज्यादा गेहूं खरीदी पर सरकार का जोर रहेगा, कब शुरू होगी खरीदी MSP wheat purchase 2024, क्या रहेंगे भाव, सब कुछ जानें..
MSP wheat purchase 2024 | आगामी फरवरी माह से रबी की प्रमुख फसल गेहूं की कटाई शुरू होने की उम्मीद है। मंडियों में गज्जर गेहूं 2500 रुपए एवं खाने युक्त गेहूं चपाती बनाने के लिए प्रयुक्त गेहूं के वर्तमान बाजार भाव 3000 रुपए प्रति क्विंटल है। गेहूं के भाव पिछले 2 साल से अच्छे बने हुए हैं।
इससे किसानों को अच्छा फायदा हो रहा है। अब इस वर्ष किसानों को ओर अधिक लाभ प्राप्त होने की संभावना है। क्योंकि गेहूं का समर्थन मूल्य सरकार द्वारा बढ़ा दिया गया है। इस वर्ष समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी (MSP wheat purchase 2024) को लेकर सरकार अभी से सक्रिय हो चुकी है। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी के दौरान सरकार किसानों को बड़ा फायदा देने की तैयारी में है आईए जानते हैं पूरी डिटेल..
पहली बार 16.51 लाख हेक्टेयर में बोवनी कम
MSP wheat purchase 2024 | रबी सीजन में एक या अनेक वजह से कुल बोवनी 16.51 लाख हेक्टेयर में गिरावट आई है। गेहूं में 4.04 प्रतिशत, दलहनों में 10.72 प्रतिशत, तिलहनों की 19 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में एवं धान की बोवनी 2.21 लाख हेक्टेयर में बोवनी घटी है, जबकि मोटे अनाजों 56 हजार हेक्टेयर में बढ़ी है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार गेहूं (MSP wheat purchase 2024) की बोवनी 320.54 (पिछले वर्ष 324.58) लाख हेक्टेयर, दलहनों की 142.49 (153.2) लाख हेक्टेयर, तिलहनों की 104.96 (105.15 लाख) लाख हेक्टेयर, मोटे अनाज 51.40 (46.64) लाख हेक्टेयर, धान की 14.36 (16.57) लाख हेक्टेयर में बोवनी हो सकी है।
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गेहूं का 16 साल में सबसे कमजोर स्टाक
MSP wheat purchase 2024 | इस सीजन में देश में गेहूं का कुल उत्पादन 114 मिलियन टन रहने की उम्मीद है। बीते वर्ष यानी 2022-23 में सरकारी अनुमान के अनुसार गेंहू का उत्पादन 110.55 मिलियन टन था। हालांकि सरकारी एजेंसियां रिकार्ड उत्पादन के बावजूद खरीदी में पीछे रह गई। सिर्फ 26.2 मिलियन टन की सरकारी खरीदी हो सकी। इसी तरह 2021-22 में भी 107.74 मिलियन टन के उत्पादन के मुकाबले खरीदी सिर्फ 18.79 मिलियन टन हो सकी। इस सीजन में यूक्रेन संकट के चलते गेहूं MSP wheat purchase 2024 जमकर निर्यात हुआ था।
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इस सीजन में 114 मिलियन टन उत्पादन की उम्मीद
केंद्र सरकार का कृषि विभाग उम्मीद कर रहा है कुछ गेहूं उत्पादक राज्यों में बोआई पिछड़ी नजर आ रही थी व जल्द ही कवर हो जाएगा। बीते सप्ताह तक 320.54 लाख हेक्टेयर में गेहूं बोआई हुई थी। एक साल पहले 324.58 लाख हेक्टेयर से यह थोड़ा ही कम है। बोआई के आंकडे को देखकर ही सरकारी विभाग पर्याप्त खरीदी MSP wheat purchase 2024 के लिए आश्वस्त नजर आ रहे हैं। एमएसपी में 7 प्रतिशत की वृद्धि भी सरकारी एजेंसियों को आश्वस्त कर रही है कि किसान उन्हें माल तुलवाएगा।
2700 प्रति क्विंटल पर गेहूं खरीदने की तैयारी
MSP wheat purchase 2024 | केंद्र सरकार ने गेहूं का समर्थन मूल्य सरकार ने 2175 प्रति क्विंटल तय किया है। इस समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी होगी। सरकार 575 रुपए समर्थन मूल्य में बोनस के रूप में जोड़ेगी एवं 2700 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी करेगी।
रबी विपणन सत्र 2024-25 के लिए होने वाली गेंहू खरीदी पर न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी 2125 रुपए से 2700 रुपए होगी। इस साल 575 रुपए प्रति क्विंटल का लाभ मिलेगा। किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए भारत सरकार ने 2700 रुपए में गेंहू खरीदी का प्रावधान किया है। जल्द ही खरीदी संबंधी निर्देश संबंधित विभागों तक पहुंचाए जाएंगे।
तत्काल भुगतान की व्यवस्था रहेगी
MSP wheat purchase 2024 | न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी में कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए बायोमेट्रिक सत्यापन की व्यवस्था भी है। किसान को भुगतान बायोमेट्रिक सत्यापन के बाद ही होगा। समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए किसान जनवरी-फरवरी में पंजीयन कराएंगे। बीते साल खरीदी के लिए 4 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य है। विपणन के जिले में 2 लाख 90 हजार मिट्रिक टन गेंह की खरीदी की थी। भुगतान को लेकर सरकार कड़े निर्देश जारी करने वाली है एक सप्ताह के अंदर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदे गए गेहूं का भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा।
किसानों को यह बड़ा फायदा देने की तैयारी में सरकार
रबी सीजन की प्रमुख गेहूं की नई फसल MSP wheat purchase 2024 होली के आसपास आना शुरू होगी। नई फसल को लेकर बाजार विश्लेषण में लगा है। इस बीच सरकार देश के सरकारी गोदामों में घटे स्टाक को लेकर चिंतित और सजग दिख रही है। गेहूं का स्टाक देश में 16 साल में सबसे कमजोर बताया जा रहा है। बफर स्टाक का पैमाना 1 अप्रैल की अवधि में 7.46 मिलियन टन है। इसके मुकाबले फिलहाल स्टाक 8.35 मिलियन टन रह गया है। जो बफर स्टाक से मामूली ज्यादा है।
लिहाजा सरकार की नजरें ज्यादा से ज्यादा खरीदी पर है और नई फसल पर उम्मीदें टिकी है। कमजोर स्टॉक के चलते सरकार गेहूं की खरीदी MSP wheat purchase 2024 एक महीने पहले शुरू करने की योजना बना चुकी है, अर्थात अप्रैल में होने वाली खरीदी मार्च में शुरू करने की संभावना है। इसका किसानों को दो तरफ फायदा होगा एक तो मंडियों में गेहूं के भाव कम नहीं होंगे वहीं दूसरी ओर किसान अपनी उपज न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेच सकेंगे।
एमएसपी खरीदी पर किसानों को यह सुविधाएं मिलेगी
MSP wheat purchase 2024 | गेहूं खरीदी की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए सरकार ने कई व्यवस्थाएं की है। किसानों का ही पंजीयन हो सके, इसके लिए सरकार ने आधार नंबर आधारित बायोमेट्रिक/ओटीपी सत्यापन के आधार पर पंजीयन की व्यवस्था की है। इसी के तहत बायोमेट्रिक सत्यापन से पंजीयन किया गया।
इसके तहत ऐसे शारीरिक रूप से अक्षम बुजुर्ग किसान, जिनके पास आधार नंबर नहीं था, उन्हें नॉमिनी के माध्यम से पंजीयन की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। किसान गेहूं साफ करके लाते हैं तो छन्ना नहीं लगाया जाएगा और उनसे किसी प्रकार का कोई शुल्क भी नहीं लिया जाएगा।
मंडियों में गेहूं के अच्छे भाव मिलेंगे
MSP wheat purchase 2024 | देश में तमाम योजनाओं में वितरण के लिए सालाना करीब 18.4 से 19 मिलियन टन गेहूं की आवश्यकता होती है।इसमें ओपन मार्केट में होने वाली सेल शामिल नहीं है। दरअसल 2023 में खुले बाजार में गेहूं व आटा की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार 6 मिलियन टन ओपन मार्केट मेें बेच चुकी है।
फरवरी तक 2.5 मिलियन टन की और बिक्री की योजना है। ऐसे में सरकारी गोदामों का स्टाक और नीचे आ जाएगा। स्टाक को समायोजित करने के लिए ही सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर जल्दी खरीदी का मन बना लिया है। ऐसे में बाजार की निगाह सरकारी खरीदी पर टिकी है। आसार है कि नए गेहूं की आवक MSP wheat purchase 2024 के बाद भी क्योंकि सरकारी खरीदी का जोर रहेगा ऐसे में मंडियों में गेहूं के दाम नहीं टूटेंगे।
सीजन में गेहूं के भाव क्या रहेंगे
MSP wheat purchase 2024 | सरकारी हस्तक्षेप के कारण गेहूं, गेहूं उत्पाद की कीमतें फिलहाल कुछ दब जरूर गए है, लेकिन आगे ज्यादा मंदी नजर नहीं आ रही है। नीचे दामों पर चौतरफा रोलर फ्लोर मिलों एवं आटा चक्कियों की लेवाली मंडियों में आना शुरू हो गई है। इसे ध्यान में रखते हुए बाजार पुनः सुधार की उम्मीद क जा रही है। गेहूं के भाव आने वाले सीजन में औसत रूप से बढ़ेंगे। व्यापार विशेषज्ञ अनुमान जताते हैं कि गेहूं के भाव 2500 रुपए से लगाकर 3000 रुपए प्रति क्विंटल के बीच में रहेंगे।
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