गेहूं खरीदी MSP Gehun kharidi में पारदर्शिता लाने के लिए सरकार ने इस वर्ष यह व्यवस्था भी की है पढ़िए डिटेल..
MSP Gehun kharidi | इस वर्ष न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के कई नियम बदले गए हैं। फिलहाल गेहूं खरीदी हेतु पंजीयन की प्रक्रिया चल रही है। रबी उपार्जन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर गेहूं का उपार्जन के लिये पंजीयन का कार्य एक मार्च तक किया जायेगा। गेहूं खरीदी में पारदर्शिता लाने एवं किसानों को असुविधाओं से बचाने के लिए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अवर सचिव ने सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश जारी किए हैं।
सरकार द्वारा जारी निर्देशों MSP Gehun kharidi के मुताबिक अब पंजीकृत किसानों में से कुछ श्रेणियों के किसानों के पंजीयन, रकबे, फसल का सत्यापन राजस्व अधिकारी के लॉगइन से किया जायेगा। इस वर्ष कैसी रहेगी व्यवस्था एवं क्या है पूरा आदेश लिए जानते हैं, डिटेल..
सरकार ने यह आदेश जारी किए
MSP Gehun kharidi | अवर सचिव द्वारा जारी निर्देशानुसार पंजीकृत किसानों में से निम्न श्रेणी के किसानों के पंजीयन, रकबे, फसल का सत्यापन जिले के समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार, नायब तहसीलदार के लॉगइन से किया जायेगा। राज्य सरकार के निर्देशों के पश्चात सभी जिला कलेक्टरों ने अधीनस्थ जिले के समस्त राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिये हैं।
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सत्यापन की कार्यवाही 10 मार्च करने के निर्देश
आदेश के तहत विगत वर्ष के पंजीयन MSP Gehun kharidi से 50 प्रतिशत अधिक रकबा वाले किन्तु दो हेक्टेयर से अधिक रकबा वाले कृषक, चार हेक्टेयर से अधिक रकबा वाले किसानों, सिकमी, बटाईदार, कोटवार किसान, कृषक के आधार नम्बर एवं खसरे के नाम में भिन्नता वाले किसान (जिन किसानों में विगत वर्ष में मिलान हो चुका है, उनको छोड़कर) नवीन पंजीयन (जिन किसानों द्वारा विगत वर्षों में पंजीयन नहीं कराया गया), नवीन पंजीकृत किसान (जिन किसानों द्वारा पहली बार पंजीयन कराया गया) विगत वर्ष के पंजीकृत किसानों में से 10 प्रतिशत किसानों के रेण्डम आधार पर फसल एवं रकबे का सत्यापन, अन्य के स्वामित्व की भूमि तथा सत्यापन की कार्यवाही 10 मार्च तक पूर्ण की जाना है।
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राज्य सरकार के निर्देश के बाद सभी जिला कलेक्टरों ने अपने जिले के समस्त राजस्व अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदारों MSP Gehun kharidi को निर्देश दिये हैं कि उक्त श्रेणी के समस्त पंजीकृत किसानों का तथ्यात्मक सत्यापन समय-सीमा में कराना सुनिश्चित करें एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व इसकी नियमित समीक्षा करें, ताकि पंजीकृत किसानों को उपार्जन के समय अनावश्यक असुविधाओं का सामना न करना पड़े।
25 मार्च से होगी समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी
MSP Gehun kharidi | 25 मार्च से गेहूं की सरकारी खरीदी शुरू होगी। चना खरीदी के लिए पंजीयन 20 फरवरी से 10 मार्च तक होंगे। गेहूं के पंजीयन शुरू हो चुके हैं लेकिन पटवारियों द्वारा गिरदावरी नहीं करने की वजह से पंजीयन नहीं हो पा रहे। विभागीय सूत्रों ने बताया कि पोर्टल अपडेट हो रहा है। इसी वजह से पंजीयन का काम धीमा चल रहा है।
पंजीयन के लिए हो रहे परेशान किसान
अगले माह 25 मार्च से होने वाली समर्थन मूल्य पर खरीदी को लेकर राज्य सरकार द्वारा शुरू कराई गई किसानों के पंजीयन MSP Gehun kharidi की कार्यवाही पर विवाद होने लगा है। राजस्व विभाग ने पटवारियों को किसानों की फसल की गिरदावरी रिपोर्ट 29 फरवरी तक तैयार कर पोर्टल पर अपडेट करने के लिए कहा है। उधर, खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग ने किसानों का पंजीयन शुरू करा दिया है। ऐसे में किसानों का पंजीयन नहीं हो पा रहा है और किसान परेशान हो रहे हैं।
पंजीयन पोर्टल पर आ रही दिक्कत
प्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी MSP Gehun kharidi के लिए ऑनलाइन पंजीयन बिना तैयारी के शुरू करा दिए गए हैं। ऐसे में पंजीयन पोर्टल में आ रही दिक्कतों के कारण किसान गेहूं, चना, मसूर और सरसों के पंजीयन नहीं करा पा रहे। पोर्टल पर अब तक गिरदावरी अपडेट नहीं हो पाई है।
मध्य प्रदेश पटवारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र बाघेल ने बताया कि रोज गिरदावरी की एंट्री पटवारियों द्वारा की जाती है जो अगले 24 घंटे में अपडेट होती है। विभागीय साफ्टवेयर में विसंगति के कारण मौके पर फसल दर्ज नहीं हो पाती है। इसके अलावा पटवारियों को शासन द्वारा दी गई जियो सिम का डाटा भी स्लो है, इससे भी काम प्रभावित हो रहा है।
दीगर कामों के कारण पटवारियों को दिक्कत
MSP Gehun kharidi | पटवारी संघ प्रांताध्यक्ष उपेंद्र का कहना है कि विभाग ने पटवारियों को 5 साल पहले मोबाइल दिए थे जो खराब हो गए हैं। इसके अलावा अधिकांश पटवारियों को विभाग ने मोबाइल नहीं दिए हैं। फिर भी पटवारी प्रयास कर रहे कि फरवरी में पूरी गिरदावरी हो जाए।
पटवारियों को निर्वाचन, अवैध खनन जांच, बोर्ड परीक्षा सहित अन्य कार्यों में लगा दिया गया है।साथ ही राजस्व महा अभियान भी चल रहा है जिसमें पटवारी नक्शा, बटांकन ओर अभिलेख सुधार का काम कर रहे हैं। इससे कारण भी गिरदावरी का कार्य प्रभावित हुआ है। मौके ओर नक्शे में भिन्नता होने से भी फसल दर्ज नहीं हो पा रही है।
फसल गिरदावरी क्या है जानिए
यह खेती से जुड़ा हुआ प्रोसेस है जो साल में दो बार रबी और खरीफ की फसल MSP Gehun kharidi के दौरान किया जाता है। इस प्रोसेस को पटवारी करता है, इसमें खेत की जानकारी को राजस्व विभाग के पास दर्ज किया जाता है।
जैसे कितने रकबे में कितनी और कौन सी फसल की बोवनी हुई है। पटवारी अपने एरिया के किसानों के पास जाकर जानकारी को इकठ्ठा करके गिरदावरी रिपोर्ट MSP Gehun kharidi को तैयार करता है। पहले खेत से जुड़ी हुई जानकारी को कागज पर लिखते थे, जिसमें, काफी गलतियां मिलती थीं लेकिन अब एप या पोर्टल के माध्यम से इस जानकारी को इकठ्ठा करते हैं।
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