गेहूं एवं अन्य फसलों में नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश, सल्फर और जिंक पोषक तत्वों की कमी को ऐसे करें दूर..

फसलों में पोषक तत्वों की कमी (Nutrient Deficiency In Crops) से उपज प्रभावित होती है पोषक तत्वों की कमी को कैसे पहचाने एवं दूर करें जानिए..

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Nutrient Deficiency In Crops | किसान अधिकांश तौर पर परंपरागत खेती करते हैं। इससे किसानों को औसत उपज प्राप्त होती है, जबकि आधुनिक तरीके से मिट्टी, जलवायु की आवश्यकता अनुसार खाद एवं उर्वरक देने पर की गई खेती से अच्छी उपज प्राप्त होती है।

कृषि विशेषज्ञ बताते हैं कि फसलों के लिए उचित सिंचाई प्रबंधन के साथ-साथ उर्वरक प्रबंधन एवं पोषक तत्वों का प्रबंधन भी अनिवार्य है।

पोषक तत्वों की कमी होने पर फसलों की बढ़वार प्रभावित होती है एवं उपज में कमी आती है। किसान कई बार फसलों में पोषक तत्वों की कमी है इसकी जांच ही नहीं कर पाते हैं।

ऐसी स्थिति में फसलों में कौन-कौन से पोषक तत्वों की कमी (Nutrient Deficiency In Crops) है इसकी पहचान कैसे की जाए एवं इन पोषक तत्वों की कमी को कैसे दूर किया जाए आइए कृषि विशेषज्ञों से जानते हैं..

नाइट्रोजन की कमी के लक्षण एवं दूर करने के उपाय

Nutrient Deficiency In Crops | नाइट्रोजन अमीनो एसिड प्रोटीन के निर्माण के लिए आवश्यक होता है। नाइट्रोजन की कमी से पौधों की बढ़वार बहुत कम होती है व पौधे पतले रह जाते है व फसल का फुटाव कम होता है।

पुरानी पत्तियां कम आयु में पीली पड़ जाती हैं। इसके उपचार के लिए 3 प्रतिशत यूरिया का छिड़काव 10-15 दिनों के अंतर पर करें।

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फास्फोरस की कमी के लक्षण एवं दूर करने के उपाय

Nutrient Deficiency In Crops | फास्फोरस की कमी पौधों में जड़ें कम बनती हैं तथा पौधों की बढ़वार कम हो जाती है और पौधों का रंग नीला हरा दिखाई देता है तथा बाद में पुरानी पतियां लाल भूरे रंग की दिखाई पड़ती है।

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पत्तियां पतली हो जाती हैं। उपचार के लिए किसान 45 किलो ग्राम डीएपी / एकड पौधो की लाइन के साथ डालकर सिंचाई करें।

पोटाश की कमी के लक्षण एवं दूर करने के उपाय

पोटाश पौधे में भोजन बनाने तथा भोजन को विभिन्न भागों तक पहुंचाने में सहायक होता है। पोटाश की कमी के लक्षण आमतौर पर पहले पुराने पत्तों पर दिखाई देते हैं जबकि छोटी पत्तियों में आमतौर पर हरे रंग के बने रहते हैं। : Nutrient Deficiency In Crops

उईलक्षण एक पीले क्लोरोसिस के रूप में शुरू होता है पुरानी पत्तियों की नोक पीली पड़ जाती है। इसके उपचार के लिए 30-35 किलो म्युरेट ऑफ पोटाश प्रति एकड़ खेत में डालकर मिट्टी में मिला दें।

सल्फर की कमी के लक्षण एवं दूर करने के उपाय

सल्फर की कमी नई पत्तियों में दिखाई देती है। पत्तियों में पीलापन आ जाता है। सारी की सारी पत्ती पीली पड़ जाती है लेकिन पत्तियां सुखती नहीं उपचार इसके सल्फर की कमी को मिट्टी परिक्षण के आधार पर जिप्सम डालकर पूरा किया जाता है। : Nutrient Deficiency In Crops

जिंक (जस्ता) की कमी के लक्षण एवं दूर करने के उपाय

हल्की भूमि में जहां जैविक कार्बन कम होता है वहां अक्सर जिंक की कमी पाई जाती है। उपचार के लिए तब 0.5 प्रतिशत जिंक सल्फेट और 2.5 प्रतिशत यूरिया को घोल फसल पर 2-3 छिड़काव 10-12 दिन के अंतराल पर करने से कमी के लक्षण दूर हो जाते हैं। : Nutrient Deficiency In Crops

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