Fasal Bima Madhya Pradesh | PM Fasal Bima Yojana MP | जानें कौन से दस्तावेज जरूरी एवं कैसे होगा खरीफ फसलों का बीमा..
Fasal Bima Madhya Pradesh | जिन किसानों ने अब तक खरीफ फसलों का बीमा नहीं करवाया था या वह रह गये थे उन किसान साथियों के लिए अच्छी खबर निकल कर सामने आ रही है। बता दे की, खरीफ फसलों का बीमा करवाने की अंतिम तिथि 31 जुलाई निर्धारित की गई थी। जिसके बाद शासन ने खरीफ फसलों के बीमा करवाने की अंतिम तिथि 31 जुलाई में वृद्धि कर 16 अगस्त कर दी हैं।
ऐसे में जो किसान भाई खरीफ फसलों का बीमा करवाने से वंचित रह गए है , वह जल्द की खरीफ फसलों का बीमा करवा ले। यहां आर्टिकल में आपको फसल बीमा 2023 करवाने की सरल से सरल प्रक्रिया दी गई है। फसल बीमा Fasal Bima Madhya Pradesh की प्रक्रिया जानने के लिए लेख को अंत तक पढ़ें…
Fasal Bima Yojana 2023
प्राकृतिक आपदाओं से अधिसूचित क्षेत्र में बोई गई अधिसूचित फसल को बीमा कवर प्रदान करना, कृषि में उन्नत तकनीकी के प्रयोग को बढ़ावा देना और आपदा वर्षों में कृषि आय को स्थिर रखने के उद्देश्य से किसानों के लिये अनूठी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लागू की गई है।
इस Fasal Bima Madhya Pradesh योजना के अन्तर्गत फसल बीमा इकाई स्तर पर प्राकृतिक आपदाओं से उपज में आई कमी एवं अन्य अधिसूचित जोखिमों से होने वाले नुकसान की भरपाई फसल बीमा योजना के नियम एवं शर्तों के अनुसार की जायेगी। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को कम प्रीमियम देना होता है। किसानों पर बीमा प्रीमियम की राशि भार केंद्र और राज्य सरकार उठाती है। इस योजना का लाभ भारत के 22 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के किसान ले सकते हैं।
यहां से करवाएं अपना खरीफ फसल बीमा 2023
Fasal Bima Madhya Pradesh किसानों से अनुरोध है कि जिस बैंक से आपका किसान क्रेडिट कार्ड बना है, वहां जाकर फसल बुवाई प्रमाण-पत्र एवं पटवारी हल्के की जानकारी अद्यतन करायें। अऋणी व डिफाल्टर कृषकों से आग्रह है, कि अंतिम तिथि का इंतजार न करते हुए शीघ्र ही अपने पास की बैंक शाखा जैसे- सहकारी बैंक/क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक तथा राष्ट्रीयकृत बैंक। साथ ही सामान्य सेवा केन्द्र, बीमा मध्यस्थ/बीमा एजेन्ट, भारत सरकार की वेबसाइट pmfby.gov.in अथवा फसल बीमा एप के द्वारा भी करवा Fasal Bima Madhya Pradesh सकते हैं।
फसल बीमा हेतु आवश्यक दस्तावेज
फसल बीमा हेतु आवश्यक दस्तावेज ले जाकर फार्म जमा करायें। फसल बीमा करने हेतु निम्नानुसार दस्तावेज लेकर जायें:-
- बीमा प्रस्ताव पत्र।
- भू-अधिकार पुस्तिका की फोटोकॉपी।
- बोवनी का प्रमाण-पत्र संबंधित (पटवारी अथवा पंचायत सचिव) से प्राप्त करें।
- आधार कार्ड, वोटर आई.डी. कार्ड, पेनकार्ड इत्यादि (आधार कार्ड अनिवार्य) में से कोई एक।
- बैंक पासबुक की फोटोकॉपी।
इन खरीफ फसलों का करा सकेंगे बीमा :- सोयाबीन, दालें, धान, कपास, मूंगफली एवं मक्का इत्यादि।
किसान अब घर बैठे भी मोबाइल ऐप से करा सकेंगे फसल बीमा
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना Fasal Bima Madhya Pradesh को किसानों के लिए सुगम बनाने के उद्देश्य से AIDE (सहायक) मोबाइल ऐप की शुरुआत की गई है। इस ऐप के माध्यम से बीमा कम्पनियों के प्रतिनिधि घर- घर जा कर किसानों की खरीफ़ फसलों का बीमा कर रहे है, इस सुविधा से किसान फसलों का बीमा कुछ ही मिनटों में आसानी से करा सकते है। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें…
जोखिम पर 72 घंटे के भीतर जिले की अधिकृत बीमा कंपनी से संपर्क करें
Fasal Bima Madhya Pradesh कृषि विभाग ने किसान से आग्रह किया है कि आपदा हेतु जोखिम की सूचना कृषक द्वारा 72 घंटे के भीतर अपने जिले के लिए अधिकृत फसल बीमा कंपनी के टोल फ्री नम्बर पर अनिवार्य रूप से देनी होगी।
बीमित कृषकों द्वारा बीमित फसल के नाम में परिवर्तन की सूचना कट ऑफ डेट से दो दिन पहले बैंक शाखा, बीमा मध्यस्थ, फसल बीमा पोर्टल या फसल बीमा एप पर अनिवार्य रूप से देना होगी।
किसानों से अनुरोध है कि वे अपनी अधिसूचित फसलों का बीमा Fasal Bima Madhya Pradesh खरीफ मौसम के लिये अंतिम तिथि से पूर्व निकटतम प्राथमिक कृषि सहकारी संस्था, जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, व्यावसायिक बैंक, सामान्य केन्द्र अथवा उक्त वेब साइट आदि पर योजना से सम्बन्धित जानकारी के लिये सम्पर्क कर सकते हैं।
👉 WhatsApp से जुड़े।
यह भी पढ़िए..👉गेहूं के भाव को लेकर बड़ी खबर : आने वाले समय में गेहूं के भाव में होगी गिरावट, ऐसा क्यों होगा जानिए…
👉सोयाबीन की अच्छी ग्रोथ के लिए कौन सा पोषक तत्व/टॉनिक डालें, सोयाबीन की पैदावार बढ़ाने के 5 उपाय
👉सोयाबीन एवं अन्य खरीफ फसलों में जिंक एवं सल्फर की कमी को कैसे पहचानें और पैदावार बढ़ाएं जानिए
👉सोयाबीन में फैलने वाला पीला मोजेक वायरस क्या है? कैसे फैलता है? इससे फसल को कैसे बचाएं, जानिए
Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.