6 क्विंटल प्रति बीघा तक पैदावार देने वाली प्राइवेट रिसर्च की यह दो वैरायटी किसानों के बीच हुई लोकप्रिय, देखें विशेषताएं…

सोयाबीन की यह दो वैरायटियां (Ankur Soybean Variety) तेजी से लोकप्रिय हो गई है इनकी विशेषताएं एवं बीज कहां मिलेगा सब कुछ जानिए..

👉 व्हाट्सऐप चैनल को फॉलो करें।

Ankur Soybean Variety | केरल में मानसून की धमाकेदार एंट्री के साथ ही किसान भाई खरीफ फसलों की बिजाई के लिए खेत तैयार एवं खाद बीज की तैयारियों में लग गए है। खरीफ सीजन में मध्य भारत में अधिकतर किसान सोयाबीन की खेती करते है।

सोयाबीन से अच्छी पैदावार एवं मुनाफा लेने के लिए उन्नत बीज का चयन बेहद आवश्यक हो जाता है। लेकिन कुछ किसान सही तरह से उन्नत बीज का चयन नहीं कर पाते है, जिससे उनकी फसल में रोग लग जाता है और पैदावार भी अच्छी नहीं मिलती है, जिससे उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है। Ankur Soybean Variety

ऐसे में आज हम यहां चौपाल समाचार के आर्टिकल में प्राइवेट रिसर्च द्वारा तैयार की गई सोयाबीन की 2 ऐसी किस्मों के बारे में जानकारी देने जा रहे है, जो 6 क्विंटल प्रति बीघा तक पैदावार देती है।

इन दो वैरायटियों में अंकुर अग्रसर और अग्रणी 777 शामिल है। अच्छी पैदावार के लिए यह दोनों ही किस्में किसानों के बीच काफी लोकप्रिय हुई है। आईए आर्टिकल (Ankur Soybean Variety) में इन दोनों किस्मों के बारे में डिटेल में जानते है…

कम अवधि में पकने वाली किस्में

वर्तमान में मानसून की सक्रियता को देखते हुए एवं रबी सीजन में आलू, प्याज, लहसुन एवं मटर की अगेती खेती करने के लिए सोयाबीन की जल्दी पकने वाली वैरायटियों को अधिक महत्व दे रहे हैं। सोयाबीन की जल्दी पकने वाली किस्मों से अच्छा उत्पादन मिलने के कारण किसानों के बीच ट्रेंड बन गया है कि जल्दी पकने वाली वैरायटी को ही बोया जाए। Ankur Soybean Variety

जल्दी पकने वाली वैरायटी में सबसे अधिक पॉपुलर जेएस 9560 सोयाबीन की वैरायटी रही है लेकिन पिछले कुछ वर्षों से इस वैरायटी में पीला मोजेक रोग अधिक आ रहा है। यही कारण है कि किसान 9560 का विकल्प तलाशने लगे हैं।

सोयाबीन की 9560 एवं एनआरसी (NRC) 150 के समान ही सोयाबीन की अंकुर अग्रसर और अग्रणी 777 सोयाबीन किस्म (Ankur Soybean Variety) से किसानों को पिछले वर्ष अच्छी पैदावार मिली है। अंकुर अग्रसर 92 दिनों में जबकि अग्रणी 777 किस्म 95 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। जिसके कारण यह किस्में किसानों के बीच लोकप्रिय हो गई है।

इन क्षेत्रों के लिए अनुसंशित

दोनों ही सोयाबीन वैरायटी प्राइवेट रिसर्च द्वारा तैयार की गई है। सोयाबीन की किस्मों (Ankur Soybean Variety) को मानसून की सक्रियता एवं जलवायु, भूमि को देखते हुए अलग-अलग क्षेत्र के लिए अनुशंसित किया जाता है।

सोयाबीन की अंकुर अग्रसर और अग्रणी 777 किस्म को खासतौर पर मध्यप्रदेश निमाड़ क्षेत्र के लिए ही अनुसंशित की गई है। इन क्षेत्रों के अलावा दोनों किस्मों को राजस्थान सहित मध्य भारत में बोया जा सकता है।

अंकुर अग्रसर और अग्रणी 777 सोयाबीन किस्म की प्रमुख विशेषताएं

अंकुर अग्रसर सोयाबीन किस्म : इस किस्म (Ankur Soybean Variety) की प्रमुख विशेषता यह है कि इसके प्रत्येक पौधे में 4 और 3 दानों की चिकनी फलियां होती हैं। जिसके कारण कम समय अवधि में सबसे ज्यादा उत्पादन देने की क्षमता इस वैरायटी में है। यह अर्ध फैलने वाला प्रकार है, मजबूत पौधे वाली किस्म (गैर- आवास) है। इसके दाने मध्यम आकार के और पीले-सफेद रंग के होते है।

अग्रणी 777 सोयाबीन किस्म : सोयाबीन किस्म अग्रणी 777 में भी अंकुर अग्रसर की तरह प्रत्येक पौधे में 4 और 3 दानों की चिकनी फलियां होती हैं, जिसके कारण इस वैरायटी में कम समयावधि में सबसे ज्यादा उत्पादन देने की क्षमता है। पिछले सीजन भी इस वैरायटी का उत्पादन 5 से 6 क्विंटल प्रति बीघा निकला था।

दोनों किस्मों की रोगप्रतिरोधक क्षमता

अंकुर अग्रसर सोयाबीन किस्म : इस किस्म (Ankur Soybean Variety) में पीला मोजेक एवं अर्ध-सहिष्णु लूपर संक्रमण के रोगप्रतिरोधी है। जो यह एक बहुत बड़ी खासियत है, आजकल के दौर में सोयाबीन की 9560 एवं अन्य किस्मों में पीला मोजेक फैल जाता है एवं जिससे सारी फसल रोग के प्रकोप से नष्ट हो जाती है।

अग्रणी 777 सोयाबीन किस्म : अग्रणी 777 सोयाबीन किस्म पीला मौजक, चारकोल रॉक, जड़ गलन, रिंग कटर, मकड़ी रोग के लिए उच्च प्रतिरोधी किस्म है। पिछले वर्ष शोध के अनुसार इस किस्म ने बढ़िया रिजल्ट दिया है।

अंकुर अग्रसर और अग्रणी 777 की बीज दर

अंकुर अग्रसर : कृषि वैज्ञानिकों ने सोयाबीन की इस नई किस्म अंकुर अग्रसर की बीज (Ankur Soybean Variety) दर प्रति बीघा 16 से 18 किलो अनुशंसित की है और 14 इंच और 16 इंच तक बोनी की दूरी उपर्युक्त।

अग्रणी 777 : इस किस्म की बुवाई के दौरान 25 किलो प्रति बीघा तक बीज दर रखें। 15 जून से 15 जुलाई तक उचित समय में बुवाई और 14 इंच और 16 इंच तक बोनी की दूरी उपर्युक्त।

पकने की अवधि एवं उत्पादन क्षमता

अंकुर अग्रसर किस्म : अंकुर अग्रसर सोयाबीन किस्म (Ankur Soybean Variety) कम समय में पकने वाली किस्म है। यह 90 से 92 दिनों में पककर तैयार हो जाती है और 6 क्विंटल प्रति बीघा से अधिक उत्पादन देने में सक्षम है।

अग्रणी 777 किस्म : अग्रणी 777 सोयाबीन किस्म बहुत ही कम समय में तैयार हो जाती है। यह वैरायटी अंकुर अग्रसर की तरह ही 92 से 95 दिन में पूरी तरह पककर तैयार होगी। पैदावार की बात करें तो, पिछले वर्ष इस किस्म ने 6 क्विंटल+ प्रति बीघा तक उत्पादन निकाला था।

कहां से खरीद सकेंगे अंकुर अग्रसर और अग्रणी 777 का प्रमाणित बीज

उन्नत किस्म अंकुर अग्रसर और अग्रणी 777 सोयाबीन या अन्य किस्मों (Ankur Soybean Variety) का प्रमाणित बीज खरीदने के लिए सीड्स & फर्टिलाइजर श्री गायत्री ट्रेडर्स, उज्जैन से संपर्क कर सकते है। इसके लिए बुकिंग शुरू हो चुकी है। ट्रांसपोर्ट के जरिए इस किस्म का बीज उपलब्ध कराया जाएगा। इस किस्म का स्टॉक सीमित है ऐसे में अपना बीज समय से पहले सुनिश्चित करें।

अंकुर अग्रसर एवं अग्रणी 777 सोयाबीन किस्म की अधिक जानकारी एवं बुकिंग के लिए श्री गायत्री ट्रेडर्स (सीड्स & फर्टिलाइजर) से संपर्क कर सकते है :– 9575699947

👉 व्हाट्सऐप चैनल को फॉलो करें।

खेती किसानी की नई नई जानकारी से अपडेट रहने के लिए आप हमारे व्हाट्सएप चैनल को फॉलो कर सकते है।

यह भी पढ़िए….👉कम अवधि में पककर जोरदार उत्पादन देने वाली सोयाबीन की टॉप 3 नई किस्में, किसानों को करेगी मालामाल, देखें विशेषताएं..

रिलीज हुई गेंहू की 3 बेहतरीन किस्में, रोगप्रतिरोधक और खाने योग्य भी, देखें सभी खासियतें

👉कृषि वैज्ञानिकों ने ईजाद की चने की नई रोग प्रतिरोधी किस्म, बुवाई का समय निकलने पर भी उत्पादन बढ़ेगा..

👉 जून-जुलाई तक करें बाजरे की इन टॉप किस्मों की बुवाई, मिलेगा जबरदस्त फायदा..

👉 पिछले साल सोयाबीन की इन टॉप 3 नई किस्मों ने किया कमाल, निकाला था सबसे ज्यादा उत्पादन, देखें..

प्रिय पाठकों…! 🙏 Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.

5 thoughts on “6 क्विंटल प्रति बीघा तक पैदावार देने वाली प्राइवेट रिसर्च की यह दो वैरायटी किसानों के बीच हुई लोकप्रिय, देखें विशेषताएं…”

  1. गलत इतनी पैदावार नही होती है झूठ फैलाया जा रहा है

    Reply
  2. मुझे चाहिए अंकुर अग्रणी 777
    दो कुंटल

    Reply

Leave a Comment