एमपी के किसानों के लिए खरीफ फसलों के बीमा करवाने की अंतिम तिथि 31 जुलाई, यहां जानें Fasal Bima registration आवेदन सहित अन्य डिटेल।
👉सरकारी योजना व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़े।
Fasal Bima registration | खरीफ फसलों की बुवाई के पश्चात अब फसल बीमा कंपनियां सक्रिय हो गई है। प्राकृतिक आपदा एवं अन्य नुकसान की दशा में फसल बीमा का लाभ किसानों को दिया जाता है। खरीफ एवं रवि फसलों के लिए सीजन के दौरान फसल बीमा करवाना अनिवार्य होता है फसल बीमा करवाने वाले किसानों को ही बीमा योजना का लाभ मिलता है।
फसल बीमा के संबंध में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ऋणी अर्थात बैंकों से किसान क्रेडिट कार्ड लेने वाले किसने की फसलों का बीमा बैंक करती है, वही अऋणी किसानों को फसल बीमा करवाना पड़ता है। ऋणी एवं अऋणी किसानों को फसल बीमा Fasal Bima registration करवाने के लिए किन प्रक्रियाओं का पालन करना होगा एवं इसके लिए क्या-क्या आवश्यक दस्तावेज हैं आईए जानते हैं..
यह है फसल बीमा करवाने की अंतिम तिथि
मध्यप्रदेश के किसानों के लिए किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने खरीफ फसलों के बीमा करवाने की अंतिम तिथि 31 जुलाई रखी है। फसल बीमा कराने के लिये मात्र 20 दिवस शेष हैं। ऐसे में सभी किसानों को फसल बीमा का लाभ मिल सके। इसके लिए कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं फसल बीमा कंपनियां के द्वारा एमपी के किसानों से अपील की है की वह फसल बीमा की अंतिम तिथि से खरीफ फसलों का बीमा अवश्य करवा लें।
👉सरकारी योजना व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़े।
ऋणी किसान फसल बीमा का लाभ लेने के लिए यह करें
सामान्य किसानों से लेकर ऋणी एवं अऋणी किसानों को भी योजना का लाभ दिया जायेगा। लेकिन ऋणी एवं अऋणी किसानों को फसल बीमा का लाभ लेने के लिए फसल बीमा रजिस्ट्रेशन Fasal Bima registration करवाना होगा।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ-2024 हेतु फसल बीमा कराने की अंतिम तिथि आगामी 31 जुलाई है। कृषि विभाग के अधिकारियों एवं बीमा कंपनियों ने किसानों से अनुरोध किया है कि जिस बैंक में उनका किसान क्रेडिट कार्ड बना है, वहां जाकर फसल बुवाई प्रमाण-पत्र एवं पटवारी हल्के की जानकारी संबंधित बैंक में जाकर अद्यतन करायें।
यह भी पढ़िए..👉आम बजट 2024 – आवासहीन परिवारों एवं किसानों को मिलेगी बड़ी सौगातें, जानिए डिटेल..
अऋणी किसान इस प्रकार करवाएं फसल बीमा
अऋणी व डिफाल्टर कृषकों से आग्रह है कि Fasal Bima registration अन्तिम तिथि का इंतजार न करते हुए शीघ्र ही पास की बैंक शाखा जैसे- सहकारी बैंक या क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक तथा राष्ट्रीयकृत बैंक और नजदीक के कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाकर फसल बीमा करायें, ताकि उनकी फसलों का बीमा योजना के तहत हो सके।
प्रदेश के जिलों को 11 क्लस्टर में बांटा गया
म.प्र. में खरीफ 2024 के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की अधिसूचना Fasal Bima registration के मुताबिक प्रदेश में जिलों को 11 क्लस्टर में बांटा गया है तथा खरीफ की अधिसूचित फसलों का बीमा कराने की अंतिम तिथि 31 जुलाई है। अऋणी किसान अधिसूचित फसलों का बीमा बैंक, लोकसेवा केन्द्र एवं निर्धारित बीमा कंपनी के प्रतिनिधि के माध्यम से स्वैच्छिक रूप से करवा सकते हैं। ऋणी किसानों का बीमा संबंधित बैंकों के माध्यम से किया जाएगा।
सरकार ने अब तहसील स्तरीय इकाई को बीमा इकाई-1 एवं पटवारी हल्का इकाई को बीमा इकाई-2 नाम दिया है। जिला स्तर इकाई को यथावत रखा गया है। अधिसूचना के अनुसार बीमित फसलों में जिला स्तर पर उड़द एवं मूंग, बीमा इकाई-1 स्तर पर ज्वार, कोदो, कुटकी, मूंगफली, तिल व कपास तथा बीमा इकाई-2 स्तर पर धान सिंचित, धान असिंचित, सोयाबीन, मक्का, बाजरा व अरहर शामिल है।
खरीफ मौसम में Fasal Bima registration सभी अनाज, दलहन, तिलहन फसलों के लिए बीमित राशि का मात्र अधिकतम 2 प्रतिशत किसानों द्वारा देय है तथा कपास फसल के लिए अधिकतम 5 प्रतिशत प्रीमियम देय है।
प्रदेश में चार बीमा कंपनियां फसल बीमा करेगी
राज्य में Fasal Bima registration खरीफ 2024 के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत चयनित 4 कम्पनियों को क्लस्टर के मुताबिक जिलों का आवंटन दिया गया है। इन कम्पनियों में एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी, इफको टोकियो जनरल इंश्योरेंस, एस.बी.आई. जनरल एवं एचडीएफसी एर्गो शामिल है।
अधिसूचना के मुताबिक 11 क्लस्टरों में से 6 क्लस्टरों में आवंटित 37 जिले एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी को दिए गए हैं, जिसमें मंदसौर, नीमच, रतलाम, आगर-मालवा, शाजापुर, भोपाल, सीहोर, अशोकनगर, भिण्ड, दतिया, गुना, ग्वालियर, मुरैना, राजगढ़, श्योपुर, शिवपुरी, अनूपपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, डिण्डोरी, जबलपुर, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, सिवनी, शहडोल, उमरिया, छतरपुर, दमोह, निवाड़ी, पन्ना, रीवा सतना, सीधी, सागर, सिंगरौली एवं टीकमगढ़ शामिल हैं। Fasal Bima registration
इफको टोकियो जनरल इंश्योरेंस को केवल उज्जैन, जिला तथा एचडीएफसी एर्गो को 7 जिले अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, धार, झाबुआ, खण्डवा एवं खरगोन आवंटित किए गए हैं 1 तीन क्लस्टरों के 7 जिले एसबीआई जनरल कंपनी को दिए गए हैं इसमें देवास, इंदौर, रायसेन, विदिशा, बैतूल, हरदा एवं होशंगाबाद शामिल हैं। Fasal Bima registration
144.34 लाख हेक्टेयर खरीफ फसलों की बोवनी हुई
कृषि विभाग के मुताबिक राज्य में खरीफ फसलों का सामान्य क्षेत्र 144.34 लाख हेक्टेयर है। इस वर्ष 148.69 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलें लेने का लक्ष्य रखा गया है। इसके विरुद्ध 5 जुलाई तक 92.06 लाख हेक्टेयर में बोनी कर ली गई है। Fasal Bima registration
फसल बीमा के लिए यह दस्तावेज आवश्यक
फसल बीमा Fasal Bima registration करने हेतु बीमा प्रस्ताव पत्र, भू-अधिकार पुस्तिका की फोटोकॉपी, बोवनी का प्रमाण-पत्र (संबंधित पटवारी अथवा पंचायत सचिव से प्राप्त करें) आधार कार्ड, वोटर आई.डी. कार्ड, पेनकार्ड इत्यादि (आधार कार्ड अनिवार्य) में से कोई एक, बैंक पासबुक की फोटोकॉपी साथ ले जायें।
👉सरकारी योजना व्हाट्सऐप ग्रुप।
👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।
किसान साथियों सभी कृषि समाचारों की जानकारी के लिए चौपाल समाचार के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े ..👉 JOIN WhatsApp Group
यह भी पढ़िए…👉खरीफ फसलों का MSP बढ़ाने के बाद अब पीएम किसान योजना की राशि बढ़ाएगी सरकार, देखें डिटेल..
प्रिय पाठकों…! 🙏 Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.