रबी सीजन में किसान साथी लहसुन की खेती से बंपर पैदावार लेने के अभी से यह करें..

लहसुन की खेती (Garlic Pharming) से अच्छा मुनाफा करने के लिए किन बातों का ध्यान रखना होगा, आइए यह कृषि विशेषज्ञों से जानते हैं..

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Garlic Pharming | खरीफ फसलों की कटाई के पश्चात किसान रबी सीजन की फसलों के लिए तैयारी करने में लग जाते हैं।

गेहूं, मसूर, सरसों, चना के साथ-साथ रबी सीजन में लहसुन की खेती (Garlic Pharming) भी की जाती है। मध्य प्रदेश में सबसे अधिक लहसुन की खेती होती है।

कृषि विशेषज्ञ बताते हैं कि लहसुन की खेती से अच्छा फायदा लेने के लिए किसानों को खरीफ फसलों की कटाई के बाद से ही तैयारी शुरू करनी चाहिए।

लहसुन की बुवाई पूर्व एवं बुवाई के पश्चात किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि (Garlic Pharming) से ज्यादा से ज्यादा पैदावार हो। आइए यह कृषि विशेषज्ञों से जानते हैं..

लहसुन के लिए खेत को इस प्रकार तैयार करें

कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक लहसुन के खेत की तैयारी के समय 25-30 टन गोबर की खाद या 7-8 टन नाडेप कम्पोस्ट प्रति हैक्टर की दर से मिला दें और 35-40 कि.ग्रा. नाइट्रोजन, 50 कि.ग्रा. फॉस्फेट एवं 50 कि.ग्रा. पोटाश बुआई से पहले अन्तिम जुताई के समय प्रयोग करना चाहिए। (Garlic Pharming)

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लहसुन की बुआई का सही समय

लहसुन के बीजों की बुआई रबी के सीजन में अक्टूबर व नवंबर के महीने में की जाती है। अक्टूबर का महीना लहसुन बीज बुआई का सही समय माना जाता है। इसलिए आप लहसुन की बुवाई अक्टूबर में ही करें।

लहसुन की बुवाई के पश्चात यह करें

कृषि विशेषज्ञ बताते हैं कि अक्टूबर में बोई गई लहसुन में निराई-गुड़ाई तथा सिंचाई करें एवं बुआई के 35-40 दिनों बाद लगभग 74 कि.ग्रा. यूरिया की प्रथम टॉप ड्रेसिंग कर दें। यदि लहसुन की बुआई न हुई हो तो इस अक्टूबर माह में पूरी कर लें।

बुवाई के लिए लहसुन की टॉप वैरायटियां

लहसुन के लिए यमुना सफेद (जी-282 ) प्रजाति उपयुक्त है। पंक्ति से पंक्ति की दूरी 15 सें.मी. तथा पौधे से पौधे की दूरी 10 सें.मी. रखते हैं। लहसुन की पुत्ती को 5-7.5 सें.मी. की गहराई पर नुकीला भाग ऊपर रखकर भूमि में बुआई करते हैं। (Garlic Pharming)

खरपतवार नियंत्रण के लिए यह करें

कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक लहसुन की फसल में खरपतवार नियंत्रण के लिए प्रति हैक्टर पेण्डीमेथालीन का 3-4 लीटर मात्रा का छिड़काव बुआई के तुरंत बाद सिंचाई से पहले करना चाहिए।

लहसुन की खेती के संबंध में जरूरी सुझाव

लहसुन की खेती के लिए, ज़्यादातर जीवांशयुक्त दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। इसमें पानी का अच्छा निकास होना चाहिए।

लहसुन की खेती के लिए, मिट्टी को 4-5 बार गहरी जुताई करनी चाहिए. आखिरी जुताई से तीन हफ़्ते पहले, मिट्टी में कम्पोस्ट या सड़ी गोबर की खाद मिला लेनी चाहिए। (Garlic Pharming)

लहसुन की खेती (Garlic Pharming) के लिए, अक्टूबर और नवंबर का महीना सबसे अच्छा रहता है।

लहसुन की खेती में, खरपतवारों को दूर रखना चाहिए और सूखे के मौसम में पानी देना चाहिए।

विशेषज्ञों का कहना है कि किसान भाईयो अगर आप 2025 में भी लहसुन का अच्छा भाव प्राप्त करना चाहते हैं तो लहसुन सीमित मात्रा में ही लगाएं अगर आप लहसुन का रकबा पिछले वर्ष से 2 से 3 गुना करते हैं तो भाव भी उतने ही गुना कम मिलेंगे। (Garlic Pharming)

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