जानें इफको का ससागे खाद (IFFCO fertilizer) फसलों में कब एवं कितना डालना चाहिए, आर्टिकल में जानें कीमत सहित सारी जानकारी..
IFFCO fertilizer | खेती में अच्छे उत्पादन के लिए खाद और उर्वरक का बड़ा महत्त्व है। बिना खाद और उर्वरक के खेती में अच्छा उत्पादन संभव नहीं है। खाद-उर्वरक के माध्यम से किसान खेती की उपज बड़ा सकते है। यहां हम आपको बताने वाले है इफको के ऐसे उत्पाद के बारे में , जिसकी मदद से किसान अपनी रबी फसलों को फफूंग रोग से छुटकारा पा सकते है। इस उत्पाद का नाम है “इफको सगागे खाद IFFCO fertilizer” । रबी फसलों में इफको सगागे कब एवं कितना डालना चाहिए, यहां आर्टिकल में जानेंगे पूरी जानकारी..
क्या है इफको सगागे खाद
IFFCO fertilizer | इसका उपयोग फसलों पर फफूदी की रोकथाम के लिए किया है। यह सल्फर भी प्रदान करता है। जो पौधे के लिए आवश्यक पौष्टिक है। ससागे चूर्ण फफूंदी, पपीड़ी पत्ती के धब्बे आदि बिरियों को नियंत्रित करता है। ससागे विभिन्न फसलों में जैसे अंगूर, आम, मटर, गाय मटर, सेब, जीरा आदि मे फफूंदी रोगों को नियंत्रित करता है।
ससागे एक धूल मुक्त, फ्लोएबल माइक्रोबैड सल्फर ग्रेन्यूल है, जोड़ाई और संभाल में आसानी से करता है। ससागे पानी में तत्काल फैलाव और उच्च संवेदीता है, इसलिए यह झुलसा का कारण नहीं बनता है। ससागे फफूंदनाशक, माइक्रोन्यूट्रिएंट (सल्फर)। ससागे IFFCO fertilizer फसल मे लंबे समय तक बिमारीयों पर नियंत्रण रखता है। ससागे के छिड़काव के बाद पैरों और पत्तियों पर कोई दाग नहीं गिरता है और न ही पत्तों जलती हैं।
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रोग निरोधक एवं रोग निवारक स्पर्शीय फफुंदीनाशक विवरण :-
- IFFCO fertilizer ससागे एक सल्फर टेक्निकल से बनाया गया कणक है जिसमें भार के हिसाब से 80 प्रति सक्रिय तत्व है। इसका उपयोग फसलों पर फफूंद जनित रोगों की रोकथाम के लिये किया जाता है।
- ससागे व्यापक स्पेक्ट्रम वाला संपर्क और सुरक्षात्मक कवकनाशी है। यह साथ ही सल्फर भी प्रदान करता है। जो पौधे के लिए आवश्यक पोषक तत्व है।
- ससागे चूर्ण फफूंदी, पपड़ी, पत्ती के धब्बे आदि बिमारीयों को नियंत्रित करता है।
- ससागे IFFCO fertilizer विभिन्न फसलों मे जैसे अंगूर, आम, मटर, गवार, सेब, जीरा आदि मे फफूंदी रोगों को नियंत्रित करता है।
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इफको सगागे खाद के लाभ
- IFFCO fertilizer ससागे एक धूल मुक्त, फ्लोएबल माइक्रोनाइज्ड सल्फर ग्रेन्यूल है, जो मापने और संभालने में आसानी करता है।
- ससागे पानी में तत्काल फैलाव और उच्च संवेदीता देता है, इसलिए यह झुलसा का कारण नहीं बनता है।
- ससागे फफूंदनाशक, माइक्रोन्यूट्रिएंट (सल्फर) और नाइटाइड के रूप में तिगुना काम करता है।
- ससागे फसल मे लंबे समय तक बिमारीयों पर नियंत्रण रखता है।
- ससागे IFFCO fertilizer के छिड़काव के बाद फलों और पत्तियों पर कोई दाग नहीं पड़ता और न ही पत्तियां जलती हैं।
रबी फसलों में इफको सगागे कब एवं कितना डालें?
इसका उपयोग उन फसलों के लिए अनुशंसित नहीं किया जाता है जो IFFCO fertilizer सल्फर के उपयोग से खराब हो जाते हैं, कुकुर्बिट्स परिवार की सब्जियों जैसे खीरा, कद्दू, करेला, तुरई आदि और सेब, नाशपाती और अन्य फलों की किस्मों के लिए जहां तापमान बराबर या 85 डिग्री फ़ारेनहाइट या 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक है।
ऐसी फसलों में उत्पाद का उपयोग हानिकारक होता है। गेहूं, चना, प्याज, लहसुन, आलू आदि में कई फफूंद रोग फसल को काफी हानि पहुंचाता है। इसके नियंत्रण के लिए आप इफको के ससागे (सल्फर 80% WDG) फफूंदनाशक का 750-1000 ग्राम प्रति एकड़ की दर से 300-400 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।
इफको सगागे खाद डालते वक्त यह रखें सावधानियां
IFFCO fertilizer | कृपया इस्तेमाल करने से पहले संलग्न लेबल और लीफलेट को पढ़ लें और प्रदत्त निर्देशों का पालन करें। उत्पादों के पैकेज का निपटान सुरक्षित ढंग से किया जाना चाहिए, ताकि पर्यावरण और जल प्रदूषण ना हों। इफको बाजार में यह खाद 3 किलोग्राम 360 रूपये में उपलब्ध हो जाती है।
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