लहसुन का मामला राज्यसभा में उठा, लहसुन के भाव में आएगी तूफानी तेजी, पढ़िए पूरी जानकारी..

लहसुन की खेती एवं Lahsun Bhav भाव का मुद्दा राज्यसभा में उठा है। इसका लहसुन के भाव पर क्या पड़ेगा असर, आइए जानते हैं..

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Lahsun Bhav | सावन का महीना आधे से अधिक बीत चुका है। सावन के महीने में प्याज एवं लहसुन की खपत कम हो जाती है। इसका असर में कृषि जिंसों के भाव पर भी पड़ता है।

सामान्यतः यह देखने में आता है कि इस महीने के दौरान खपत कम होने एवं मांग कम रहने से लहसुन एवं प्याज के भाव कम हो जाते हैं। लेकिन इस वर्ष प्याज के भाव में लगातार बढ़ोतरी हो रही है इसी के साथ लहसुन के भाव में भी तेजी बनी हुई है।

लहसुन एवं प्याज के भाव Lahsun Bhav में आने वाली इस तेजी की सबसे बड़ी वजह दोनों ही कृषि जिंसों के उत्पादन में पिछले एक-दो वर्षों के दौरान लगातार गिरावट होना है।

प्याज एवं लहसुन की खेती करने वाले किसान लगातार घाटा होने के कारण इन दोनों कृषि जिंसों की खेती से किनारा करने लगे हैं।

इस बीच लहसुन की खेती एवं लहसुन के भाव Lahsun Bhav को लेकर राज्यसभा में एक मामला उठा है, जिसका सीधा असर लहसुन के भाव पर पड़ेगा, इसके पश्चात विशेषज्ञ लहसुन के भाव बढ़ने की संभावना जताने लगे हैं, आईए जानते हैं पूरी जानकारी..

चीन में लहसुन की खेती एवं भाव की रिपोर्ट

Lahsun Bhav ; चीन में लहसुन की खेती सबसे अधिक होती है। चीन में लहसुन का अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए अत्यधिक केमिकल एवं फर्टिलाइजर का उपयोग किया जाता है। हालांकि पिछले कुछ वर्षों के दौरान चीन में लहसुन की खेती में गिरावट आई है।

जिनजियांग काउंटी लहसुन उद्योग एसोसिएशन, जिनजियांग की रिपोर्ट के अनुसार चीन का वर्ष 2023 का बुआई और रकबा असामान्य रूप से 20% तक कम रहा था, जिसका असर वर्ष वर्तमान वर्ष में देखने को मिल रहा है। इसके बावजूद चीन की लहसुन का भाव भारत की तुलना में कम है।

विशेषज्ञ बताते हैं कि चीन मे पुराने लहसुन का स्टॉक इतिहास के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। यौहाङ डेटा टीम के द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबित 2024 में 3 लाख 60 हजार टन की निकास के साथ चीन में 13 लाख टन स्टॉक बचा था। चीन में इस समय नई फसल आ चुकी है। Lahsun Bhav

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राज्यसभा में यह मामला उठा

आज लहसुन Lahsun Bhav को लेकर राज्यसभा में सांसद बंशीलाल गुर्जर ने मामला उठाया। सदन के समक्ष राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर में कहा कि चीन से लहसुन के आयात पर प्रतिबंध होने के बावजूद अवैध तरीके से लहसुन का आयात हो रहा है, जिसके कारण देश के कृषकों को हानी उठाना पड़ रहा है।

सदन में सांसद बंशीलाल गुर्जर ने लहसुन के अवैध व्यापार पर रोक लगाने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि चीन की हानिकारक लहसुन को भारत सरकार ने प्रतिबंधित किया है लेकिन इसे फिर भी संवैधानिक तरीके से भारत में लाया जा रहा है।

लहसुन Lahsun Bhav का यह अवैध व्यापार रक्सौल, सिलीगुड़ी, बीरगंज, जोगमड़ी और इंफाल के रास्ते से हो रहा है। इन क्षेत्रों से यह लहसुन भारत में अवैध तरीके से लाया जा रहा है एवं फर्जी बिलों के माध्यम से पूरे देश में सप्लाई किया जा रहा है। लहसुन के इस अवैध व्यापार पर तत्काल रोक लगाई जाए।

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आने वाले दिनों में लहसुन के भाव क्या रहेंगे

वर्तमान में लहसुन के भाव Lahsun Bhav अच्छे बने हुए हैं। इसके बाद यदि भारत सरकार चीन से आयातित होने वाली लहसुन पर प्रतिबंध लगा देती है तो आने वाले कुछ महीनों में लहसुन के भाव में तूफानी तेजी देखने को मिल सकती है।

जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में लहसुन के भाव में तुफानी तेजी देखी जा सकती है। लहसुन की आवक अब कम होने के बीच ही व्यापारियों के साथ ही अब किसानों ने भी स्टॉक करना शुरू कर दिया है, वहीं लहसुन की मांग बढ़ने के साथ ही भाव बढ़ने की संभावना रहेगी। हालांकि ज्यादा मंदी आने की संभावना नहीं है। अभी हिमाचल और कश्मीर में कटिंग शुरू हो गई है।

Lahsun Bhav ; मध्यप्रदेश और राजस्थान की मंडियों में पकड़ बनी रहेगी। एवरेज माल में जरूर मंदी की आशंका है, लेकिन अच्छी क्वालिटी का माल आता रहेगा। व्यापार विशेषज्ञ बताते हैं कि लहसुन के भाव कम होने की संभावना बहुत कम है बताया जा रहा है कि पूरे वर्ष लहसुन के औसत भाव 8000 से 29000 रुपए प्रति क्विंटल तक रहने की संभावना है।

वर्तमान में मध्य प्रदेश की प्रमुख कृषि उपज मंडी नीमच एवं मंदसौर में लहसुन का औसत भाव 6000 से 28000 रुपए प्रति क्विंटल तक है।

9 अगस्त 2024 को कृषि उपज मंडी नीमच में लहसुन की आवक Lahsun Bhav में वृद्धि देखने को मिली नीमच मंडी में लगभग 10000 से अधिक बोरी लहसुन की आवक रही। क्वालिटी अनुसार भाव यह रहे :–

  • देसी लहसुन का बॉक्स क्वालिटी माल 23,100 बिका
  • चालनसार मॉल- 5500 से 8500
  • छर्री मॉल- 10000 से 11000
  • मीडियम लड्डू माल. – 15000 से 16000
  • लड्डू माल – 16500 से 17500
  • मोटा माल  – 18000 से 19000
  • स्पेशल मॉल – 22000 से 22500.
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नोट :- हमारा उद्देश्य किसानो तक सही जानकारी और सही समय पर पहुंचाना है। किसान साथियों मंडी में अपनी फसल ले जाने से पूर्व अपनी नजदीकी मंडी में अपनी फसल का भाव पता जरूर करें। चौपाल समाचार पर दिए जाने वाले सभी भाव सूची वहां की मंडी से प्राप्त होते हैं।

भाव दिए जाने के दौरान पूरी सावधानी रखी जाती है, फिर भी किसी भी प्रकार की त्रुटि होने से भी इनकार नहीं किया जा सकता। इसलिए किसान साथी जो भी व्यापार करें, वह स्वयं के विवेक से करें। किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति के लिए चौपाल समाचार कि कोई भी जिम्मेदारी नहीं रहेगी।

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1 thought on “लहसुन का मामला राज्यसभा में उठा, लहसुन के भाव में आएगी तूफानी तेजी, पढ़िए पूरी जानकारी..”

  1. मैं महोदाय से निवेदन करूंगा कि सोयाबीन का भी ख्याल कर ले सोयाबीन 3 साल से बहुत घाटा दे रही है किसानों को

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