3.51 मीट्रिक टन मूंग खरीदेगी सरकार, खरीद व्यवस्था को लेकर कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिया बड़ा फैसला…

मध्यप्रदेश में मुंग एवं उड़द की खरीदी (Moong MSP Purchase) के लिए पोर्टल पर पंजीयन चल रहे है। केंद्रीय कृषि मंत्री ने मुंग की खरीदी व्यवस्था को लेकर बड़ा फैसला लिया है। देखें डिटेल..

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Moong MSP Purchase | मध्यप्रदेश में इस समय मुंग एवं उड़द खरीदी के लिए पोर्टल पर पंजीयन चल रहे है। प्रदेश के सभी किसान साथी 6 जुलाई तक पंजीयन कर सकेंगे। इसके उपरांत 7 जुलाई से उपार्जन का कार्य किया जायेगा।

मुंग की खरीद व्यवस्था को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्रीय कृषि मंत्री ने एमपी और यूपी के कृषि मंत्रियों के साथ वर्चुअल मीटिंग कर खरीदी के मामले पर चर्चा की।

उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि, अब केन्द्र सरकार ने मप्र में 3 लाख 51 हजार मीट्रिक टन मूंग खरीदी की मंजूरी दी है। साथ ही खरीद से संबंधित व्यवस्थाओं को लेकर राज्य के कृषि मंत्रियों और नेफेड, एनसीसीएफ व राज्य के संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। Moong MSP Purchase

बैठक में मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना, उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, केंद्रीय कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी व अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

पीएसएस योजना से होगी मूंग-उड़द की खरीद

मध्य प्रदेश के लिए राज्य सरकार से मिले प्रस्ताव पर केन्द्रीय कृषि मंत्रालय और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य सरकार और अन्य हितधारकों के साथ बैठक के बाद मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत मप्र में ग्रीष्मकालीन मूंग, ग्रीष्मकालीन उड़द खरीद करने की मंजूरी प्रदान की है। किन जिलों में किया जायेगा मुंग एवं उड़द Moong MSP Purchase का उपार्जन कार्य? जानिए…

मुंग की खरीदी : नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, रायसेन, हरदा, सीहोर, जबलपुर, देवास, सागर, गुना, खंडवा, खरगोन, कटनी, दमोह, विदिशा, बड़वानी, मुरैना, बैतूल, श्योपुर, भिंड, भोपाल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, छतरपुर, उमरिया, धार, राजगढ़, मंडला, शिवपुरी, अशोकनगर, इंदौर, बालाघाट, सतना।

उड़द की खरीदी : जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, दमोह, छिंदवाड़ा, पन्ना, मंडला, उमरिया, सिवनी, बालाघाट। Moong MSP Purchase

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश

शिवराज ने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि खरीद सही तरीके से हो। किसानों से सीधे खरीद से ही बिचौलियों की सक्रियता कम होगी और लाभ सही मायनों में किसान तक पहुंच पाएगा। अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि आधुनिकतम व कारगर प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के साथ किसानों के पंजीकरण की उचित व्यवस्थाएं की जाएं। Moong MSP Purchase

आवश्यकता हो तो खरीद केंद्रों की संख्या में भी इजाफा करें व उचित और पारदर्शी व्यवस्था के साथ खरीद सुनिश्चित करें। शिवराज सिंह ने बैठक में कहा कि मूंग और उड़द की खरीद के फैसले से केंद्र सरकार को बड़ा वित्तीय भार वहन करना पड़ेगा, लेकिन बावजूद इसके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किसान हित में सरकार किसानों तक लाभ पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।

भंडारण को लेकर मिली शिकायतों पर चिंता जताई

शिवराज सिंह चौहान ने भंडारण को लेकर मिल रही अनियमितताओं की शिकायत को लेकर चिंता व्यक्त की और अधिकारियों व कृषि मंत्रियों को इस दिशा में ठोस कदम उठाने के प्रयास करने की बात कही। Moong MSP Purchase

शिवराज सिंह ने उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री से कहा कि केंद्र सरकार किसानों के हित में हरसंभव काम करेगी। बता दें कि, हाल ही में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने मप्र के सीएम डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर मूंग खरीदी की प्रक्रिया को सही तरीके से लागू करने की मांग की है।

पूर्व सीएम दिग्विजय के सरकार को सुझाव

उपार्जन की स्पष्टता : राज्य सरकार द्वारा प्रेसवार्ता में यह कहा गया कि पूर्व घोषित 25% के स्थान पर अब 40% उपज की खरीदी की जाएगी। लेकिन, अब तक न तो इस संबंध में किसी आधिकारिक आदेश की प्रति सार्वजनिक की गई है, न ही केंद्र सरकार से अनुमोदित कुल उपार्जन सीमा के बारे में स्पष्टता दी गई है। कृपया स्पष्ट किया जाए कि प्रति एकड़ कितनी उपज की खरीदी की जाएगी। Moong MSP Purchase

न्यायोचित आर्थिक सहायता : जिन किसानों को मूंग को बाजार में कम दर पर बेचने को विवश होना पड़ा, उन्हें मंडी के आंकड़ों के आधार पर आर्थिक अंतर भरपाई प्रदान की जाए।

पंजीयन पोर्टल की तकनीकी समस्याएं : पंजीयन पोर्टल बार-बार ठप हो रहा है। जिससे किसान पंजीयन नहीं कर पा रहे हैं। सर्वर को तत्काल दुरुस्त किया जाए और अतिरिक्त आईटी संसाधनों की व्यवस्था की जाए। Moong MSP Purchase

गिरदावरी न होने की स्थिति में व्यवस्था : जिन किसानों की गिरदावरी नहीं हुई है या जिनके खसरे पंजीयन पोर्टल पर प्रदर्शित नहीं हो रहे, उनके लिए संबंधित पटवारियों को अधिकृत कर तुरंत सुधार एवं पंजीयन की अनुमति दी जाए।

पूर्ण मात्रा की एकमुश्त खरीदी : किसानों की उपज को निर्धारित सीमा तक एक बार में खरीदा जाए, बार-बार बुलाए जाने से किसानों को परिवहन और समय की दोहरी क्षति होती है। Moong MSP Purchase

गुणवत्ता जांच में पारदर्शिता : योग्य, प्रशिक्षित एवं निष्पक्ष सर्वेयरों की नियुक्ति की जाए ताकि उपज की गुणवत्ता जांच पारदर्शी हो और अतीत की तरह किसानों का शोषण न हो।

तुलाई व्यवस्था में सुधार : खरीद केंद्रों पर तुलाई के लिए लंबी प्रतीक्षा पंक्तियां न लगें, इसके लिए समुचित मानव संसाधन एवं मशीनीकरण की व्यवस्था की जाए।

बिक्री केंद्रों पर मूलभूत सुविधाएं : बरसात के मौसम को देखते हुए, खरीदी केंद्रों पर किसानों के बैठने, ठहरने एवं उपज को सुरक्षित रखने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। Moong MSP Purchase

खरीदी केंद्रों की संख्या में वृद्धि : किसानों की सुविधा के लिए खरीदी केंद्रों की संख्या को यथासंभव बढ़ाया जाए ताकि क्षेत्रीय भीड़-भाड़ कम हो और समयबद्ध खरीदी सुनिश्चित हो सके।

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