गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर राजस्थान में बोनस, मप्र में सरकारी रुख साफ नहीं, पंजीयन में भी आ रही दिक्कतें, पढ़िए डिटेल..

गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य एवं पंजीयन प्रक्रिया से जुड़ी हुई यह महत्वपूर्ण खबर MSP news पढ़िए..

MSP news ; न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए पंजीयन की प्रक्रिया चल रही है। पंजीयन की प्रक्रिया 1 मार्च तक चलेगी। इस पंजीयन से पूर्व राजस्थान सरकार ने गेहूं के समर्थन मूल्य में 125 रुपए का बोनस दिए जाने का ऐलान कर दिया है, यानी कि राजस्थान में गेहूं का समर्थन मूल्य 2400 रुपए प्रति क्विंटल रहेगा।

मालूम हो कि केंद्र सरकार ने इस वर्ष MSP news गेहूं का समर्थन मूल्य 2275 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है। इधर मध्य प्रदेश में गेहूं के समर्थन मूल्य को लेकर अभी भी सरकारी रुख साफ नहीं हुआ है। इसी के साथ गेहूं विक्रय हेतु पंजीयन प्रक्रिया में भी किसानों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है आईए जानते हैं पूरी डिटेल..

MSP बढ़ने का सरकारी आदेश नहीं आया

MSP news पिछले वर्ष गेहूं का समर्थन मूल्य 2125 रुपए प्रति क्विंटल था इसमें बढ़ोतरी करते हुए केंद्र सरकार ने केंद्रीय समर्थन मूल्य 2275 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया था। इसके पश्चात मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के दौरान दोनों ही प्रमुख दलों ने गेहूं के समर्थन मूल्य को बढ़ाने की घोषणा की थी।

बीजेपी ने MSP news गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रुपए प्रति क्विंटल किए जाने की घोषणा की थी। मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में बीजेपी की बंपर जीत के पश्चात किसानों को इस बात की आशा जगी थी कि गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़ जाएगा, किंतु अब तक सरकारी आदेश नहीं जारी हो पाया है।

हालांकि राजस्थान सरकार ने गेहूं के समर्थन मूल्य पर 125 रुपए बोनस दिए जाने की घोषणा कर दी है इस संबंध में आदेश भी जारी हो चुके हैं। राजस्थान में किसानों को सरकारी खरीद में गेहूं तुलवाने पर भाव 2400 रुपये प्रति क्विंटल मिलेंगे।

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एमपी में भी बोनस दिए जाने की होगी घोषणा?

2014 में केंद्र ने प्रतिबंध लगा दिया था कि कोई भी राज्य सरकार किसी भी उपज पर MSP news से अलग जाकर बोनस घोषित नहीं कर सकती। हालांकि राजस्थान सरकार के ताजा रुख और चुनावी मौसम में मप्र व अन्य प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में भी सरकार बोनस घोषित कर दे तो हैरानी नहीं होना चाहिए। यही कारण है कि राजस्थान सरकार ने गेहूं खरीदी पर सवा सौ रुपये के बोनस की घोषणा कर दी है। इसी के साथ केंद्रीय समर्थन मूल्य 2275 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़कर किसानों को सरकारी खरीद में माल तुलवाने पर भाव 2400 रुपये प्रति क्विंटल मिलेंगे।

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गेहूं की खरीदी लगातार काम हो रही

MSP news बता दें कि मप्र में 5 सालों से बोनस नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में समर्थन दर मार्केट रेट से कम है और यही वजह है कि साल दर साल सरकारी खरीदी घट रही है। जहां किसानों के पंजीयन 25 से 30 हजार से अधिक होते हैं वहीं जब एमएसपी पर उपज बेचने की बात आती है तो 50 फीसदी किसान मंडी का रुख करते हैं, क्योंकि वहां भाव अधिक मिलते हैं।

MSP news पिछले साल समर्थन खरीदी 2125 रुपए प्रति क्विंटल थी। इस बार केंद्र सरकार ने साल 2024-25 के लिए 2275 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य तय किया है। जो पिछले साल के मुकाबले सिर्फ 150 रुपए अधिक है। हर साल एमएसपी की राशि 125 से 150 रुपए ही बढ़ रही है, जबकि इसके उलट किसानों के गेहूं मंडी में 2500 से 3300 रुपए भाव पर खरीदे जा रहे हैं। इस कारण सरकारी खरीदी हर साल प्रभावित हो रही है। 5 साल में सर्वाधिक खरीदी कोरोनाकाल के समय साल 2020-21 में हुई थी।

इसके बाद से लगातार गिरावट जारी है।

किसानों की यह है मांग 

किसानों का कहना है कि MSP news गेहूं की खरीदी की न्यूनतम एमएसपी 2700 रुपए होना चाहिए। ताकि अगर गेहूं की गुणवत्ता का आंकलन नहीं भी किया जाए तो किसानों को नुकसान ना हो। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के अनुसार अभी सिर्फ पंजीयन हो रहे हैं और एमएसपी 2275 रुपए तय है। बोनस संबंधी कोई आदेश व जानकारी नहीं आई है।

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पंजीयन में भी आ रही दिक्कतें

MSP news न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं विक्रय हेतु पंजीयन का कार्य चल रहा है यह पंजीयन 1 मार्च तक होंगे लेकिन इस वर्ष पंजीयन प्रक्रिया में भी किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खाते की समग्र केवाईसी नहीं होने के कारण किसानों को चक्कर लगाना पड़ रहा है वहीं। गिरदावरी एप पर फसल दर्ज होने के पश्चात भी ऑनलाइन नहीं हो पा रही है। इस विषय में राजस्व अधिकारियों एवं हल्का पटवारियों का कहना है कि यह कुछ समय की समस्या ही है जिसका निदान जल्दी हो जाता है।

मंडी में गेहूं की आवक बढ़ी, भाव यह रहे

MSP news इंदौर किसानी और व्यापारी मंडी में गेहूं की कुल आवक करीब 3500 बोरी तक पहुंच गई। सरकारी स्टाक सीमा की सख्ती और सरकारी नीति के इंतजार में फिलहाल मिल वाले रुक-रुक कर सिर्फ आवश्यकता पूर्ति माल ही खरीद रहे हैं। मंडी में मिल क्वालिटी गेहूं 2500 रुपये बिका। लोकवन 2600 से 2900 रुपये. पूर्णा 2600 से 2800 और मालवराज 2375 से 2400 रुपये क्विंटल बिका।

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1 thought on “गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर राजस्थान में बोनस, मप्र में सरकारी रुख साफ नहीं, पंजीयन में भी आ रही दिक्कतें, पढ़िए डिटेल..”

  1. ओम प्रकाश शर्मा के नाम से साइट नहीं खुल रही है एवं पंजीयन नहीं हो रहा है इसलिए सरकार से निवेदन है कि कृपया मेरा पंजीयन करवा

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