इस वर्ष गेहूं की यह 3 नवीन वैरायटियां किसानों को करेगी मालामाल, सभी के बारे में जानिए..

इस वर्ष विकसित 3 वैरायटी (New Wheat Variety) एचआई 1650, एच आई 1655 एवं एच आई 8830 की जानकारी यहां देखें..

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New Wheat Variety | खरीफ फसलों की कटाई का कार्य अंतिम चरण में है, इसके पश्चात अक्टूबर माह के अंतिम सप्ताह से गेहूं की बुवाई का कार्य शुरू हो जाएगा।

गेहूं की बुवाई के लिए किसान साथी अभी से गेहूं की उन्नत किस्मों का चयन करने में लग गए हैं। उन्नत किस्मों के बीज की व्यवस्था एवं खाद की व्यवस्था होने लगी है। इसी के साथ खेत की तैयारीयां भी की जा रही है।

गेहूं की स्थापित किस्मों लोकवन, पूर्णा, पूसा तेजस पूसा, मंगल, जी डब्ल्यू 513, पूसा अहिल्या 1634 के अलावा गेहूं की नवीन वैरियटयों की भी इस वर्ष अच्छी डिमांड है।

गेहूं की नवीन वैरायटी में इस वर्ष चार प्रमुख वैरियटयां सबसे अधिक चलन में है आईए इन सभी (New Wheat Variety) के बारे में विस्तार पूर्वक जानते हैं..

1. गेहूँ एच. आई. – 1650 (पूसा ओजस्वी)

परम्परागत चपाती वाली किस्मों से अधिक उत्पादन, ज्यादा बाजार भाव, अच्छा सुडौल आकर्षक दाना, कम ऊँचाई व कम बीज दर व जल्दी व कम सिंचाई में भी आने वाली, बीमारियों के प्रति प्रतिरोधकता वाली गेहूं की नवीन किस्म एच आई 1650 पिछले वर्ष विकसित हुई है जिसका बीज इस वर्ष उपलब्ध है। (New Wheat Variety)

गेहूँ की बॉयो फोर्टीफाईड किस्म एच.आई. – 1650 ( पूसा ओस्वी ) देश के मध्य क्षेत्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, बुंदेलखंड क्षेत्र हेतु उपयुक्त है। इस किस्म की बीज दर प्रति एकड़ 40 किलो एवं प्रति हेक्टेयर 100 किलो है।

इस किस्म का दाना सुडोल, चमकदार, आकर्षक, लम्बाकार रंग अम्बर ( सुनहरा), 1000 दानो का वजन लगभग 50 ग्राम, बाली में दाने खिरने की समस्या नहीं, बॉयो फोर्टिफाईड किस्म होने से इसमें जिंक ( 42.7), आयरन (39.5) पी.पी.एम. एवं प्रोटीन (11.4%) होने के कारण इस किस्म में पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में है। (New Wheat Variety)

इस किस्म की चपाती क्वालिटी एवं बिस्किट क्वालिटी इन्डेक्स लगभग 7.9 है तथा इस किस्म की सेडीमेटेशन वल्यू (39.00ML) है जो कि इस किस्म को चपाती, ब्रेड, बिस्किट हेतु एक सर्वोत्तम किस्म होने के दावे की तकनीकी रूप से भी पुष्टि करती है।

इस किस्म की बाली सफेद, पत्तियाँ चौड़ी, सतह मोमी, मजबूत पर्ण झूके हुए तथा पौधा मध्यमऊँचाई का लगभग 90-92 से.मी. पौधा कम ऊँचाई का होने से आड़ा (लाजिंग) पड़ने की समस्या नहीं है।

इस किस्म (New Wheat Variety) का अधिकतम उत्पादन आदर्श परिस्थिति में लगभग 73 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है पर व्यवहारिक रूप से कुछ किसानों द्वारा इस किस्म का चमत्कारी उत्पादन 17 क्विंटल बीघा तक भी लिया गया है। इस किस्म की अवधि लगभग 115 से 120 दिन है। 2 से 3 सिंचाई में भी अच्छे मजबूत जड़ तंत्र होने के कारण इस किस्म ने अच्छा उत्पादन दिया है। 1650 गेहूं वेराइटी के संबंध में अधिक जानने के लिए क्लिक करें..

2. गेहूँ- एच. आई. 1655 (पूसा हर्षा)

पूसा के सहयोगी संस्थान गेहूँ अनुसंधान केन्द्र (IARI) इंदौर द्वारा हाल ही में सुखा निरोधक, चमत्कारी गेहूँ किस्म एच. आई. 1655 (पूसा हर्षा) देश के मध्यक्षेत्र हेतु समय पर बोनी के लिये, चपाती, ब्रेड एवं बिस्किट हेतु सर्वश्रेष्ठ जारी की है। (New Wheat Variety)

शरबती गेहूँ कि यह किस्म अभी तक जारी सभी शरबती किस्मों की तुलना में एक चमत्कारी किस्म तथा अलग गुणों एवं विशेषताओं वाली किस्म होने से यह अन्य परम्परागत शरबती किस्मों से थोड़ी अलग है।

इस चमत्कारी किस्म हर्षा (एच. आई. 1655) एक मध्यम ऊँचाई कि लगभग 90-95 से.मी. जो कि लगभग लोक – 1 के बराबर है। इस किस्म के दानें सुडोल, चमकदार, आकर्षक, लम्बाकार, रंग अम्बर ( सुनहरी), 1000 दानों का वजन लगभग 47 ग्राम, प्रोटीन (11.4%), जिंक ( 39.7), लोह तत्व ( 37. 3) पी.पी.एम. है। (New Wheat Variety)

इस किस्म की रोटी, ब्रेड एकदम सफेद, नरम, स्वादिष्ट तथा आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर है। इस किस्म का चपाती इंडेक्स ( 84 ) तथा सेडीमेंटेशन वेल्यू (42.6 ML) है जो कि तकनीकी दृष्टि से चपाती व इस किस्म की क्वालिटी की उच्चता की पुष्टि करती है।

इस किस्म कि पत्तियाँ चौड़ी, थोड़ी झुकी हुई बालियों का रंग सफेद, बाली पर रोए नहीं, इस किस्म की अंकुरण क्षमता अत्याधिक होने, सुडोल दानों से भरपूर बालियों वाला खेत कल्ले (टिलरिंग) का एक साथ बहुत अधिक फुटाव, सुंदर आकर्षक फसल बिना देखे अविश्वसनीय भी है। अच्छी वर्षा या सिंचाई पर्याप्त उपलब्ध होने पर किसान इस किस्म में 3 से 4 सिंचाई लगाकर भी अधिक उत्पादन भी प्राप्त कर सकते हैं। (New Wheat Variety)

इस किस्म की अवधि सुजाता या अन्य शरबती किस्मों से कम है यानि यह मात्र लगभग 115 से 120 दिवस है। जबकि इसकी अधिकतम उत्पादन क्षमता लगभग 60 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तथा व्यवहारिक परिस्थितियों में कुछ किसानों द्वारा इस किस्म का सर्वाधिक उत्पादन लगभग 13-14 क्विंटल बीघा लिया गया है।

इस किस्म (New Wheat Variety) की बीज दर 108 किलो हेक्टेयर या लगभग 40 किलो एकड़ लाईन से लाईन की दूरी 20 से.मी. 20 अक्टूबर से 10 नवम्बर तक समय पर बोनी के लिए उपयुक्त है। गेहूं की इस उन्नत किस्म एच आई 1655 के विषय में अधिक जानने के लिए क्लिक करें

3. गेहूँ – एच. आई. 8830 (पूसा कीर्ति)

पूसा के सहयोगी संस्थान, गेहूँ अनुसंधान केन्द्र, इंदौर द्वारा देश के मध्यक्षेत्र म.प्र. दक्षिण राजस्थान, बुंदेलखंड, गुजरात, छत्तीसगढ़ के लिये समय पर बोनी हेतु थुली, रवा, पास्ता हेतु अनुशंसित गेहूँ की यह (New Wheat Variety) नवीनतम् बॉयो फोर्टिफाईड किस्म हाल ही में जारी की है।

नई कठिया किस्म एच.आई. 8830 (पूसा कीर्ति) ड्यूरम किस्म का दाना आकर्षक, चमकदार, बोल्ड, रंग अम्बर (सुनहरा ), थोड़ा कड़क, आकार दीर्घ वृत्ताकार (इलेप्टीकल), 1000 दानों का वजन लगभग 50 ग्राम बालियों में आरेकल ठोस (काम्पेक्ट) होने से खिरने की समस्या नहीं है।

बॉयो फोर्टिफाईड किस्म होने से इसमें पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में जैसे जिंक ( 37. लोह तत्व ( 37.6) पी. पी. एम. तथा इसकी सेडीमेटेशन वेल्यू (33.8 ML) होने से यह इसकी उच्चतम गुणवत्ता एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की क्वालिटी होने का एक तकनीकी प्रमाण है। (New Wheat Variety)

इस किस्म का पौधा मध्यम ऊँचाई का ऊँचाई लगभग 90 से.मी. पत्तियाँ चौड़ी, पर्ण कोण, सीधी सतह मोमी, मजबूत बालियाँ सफेद, बालियों पर रूए नहीं, काड़ी कड़क, ऊँचाई अधिक नहीं व जबरदस्त टिलरिंग होने के कारण इसके आड़ा पड़ने (लाजिंग) की समस्या नहीं।

इस किस्म का अंकुरण बहुत अच्छा होने से व टिलरिंग (कल्ले) अधिक होने से बीज दर भी कम लगती है तथा फसल की अवधि लगभग 120 दिन होने से कम सिंचाई में भी अधिकतम उत्पादन देने में यह किस्म सक्षम है।

इस किस्म की बीज दर 113 किलो हेक्टेयर या लगभग 45 किलो एकड़ तथा लाईन से लाईन की दूरी 20 से.मी. रखने व 20 अक्टूबर से 25 नवंबर से पूर्व समय पर बोनी करने पर आदर्श परिणाम। (New Wheat Variety)

इस किस्म में किसानों द्वारा 3 से 4 सिंचाई में भी व्यवाहरिक रूप गतवर्ष कि विपरित मौसम एवं अधिक तापमान की परिस्थिति में भी लगभग 17 क्विंटल बीघा का उत्पादन लिया है।

इस किस्म में किसान भाई दाने में दूध भरने (जीव पड़ने) की अवस्था लगभग 85 से 90 दिन के बाद सिंचाई रोक देगें तो फसल के आड़ा पड़ने व दाने के पोट्या (धान्या) होने की संभावना नहीं के बराबर रहेगी जिससे किसानों को अधिकतम उत्पादन के साथ अच्छे बाजार भाव दोनों का लाभ मिलेगा। (New Wheat Variety)

इन किस्मों का बिज लेने के लिए यहां संपर्क करें :–

वसुंधरा सिड्स

ऑफिस – 51, राजस्व कॉलोनी, टंकी पथ, उज्जैन – 456010 (म. प्र. )

फोन – 2530547

मो. नंबर – 9301606161, 94253-32517

गोडाउन का पता – बड़ी उद्योगपुरी, मक्सी रोड, महावीर तोल काँटे के पास गोल्डन टाइल्स के सामने, उज्जैन (म. प्र. ) 

मो. 9302139253, 9669176048

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