आलू की खेती करने वाले किसानों एवं आम लोगों के लिए आलू के भाव Potato Rates को लेकर बड़ी खबर। आईए जानते हैं डिटेल..
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Potato Rates | प्रतिकूल मौसम एवं रकबा कम होने के कारण लहसुन, प्याज एवं आलू की उपज पिछले 2 वर्षों से लगातार प्रभावित हुई है। जिसके कारण उत्पादन पर गंभीर असर पड़ा। यही कारण है कि इन फसलों के दाम अब बढ़ने लगे हैं। लहसुन एवं प्याज के भाव में तेजी का रूख बना हुआ है। वहीं अब आलू के भाव में भी वृद्धि होने लगी है। ज्यादा गर्मी, तेज बारिश से आलू की पैदावार घटी है, इससे खाने की अन्य चीजें भी महंगी होने के आसार बनने लगे हैं।
आलू की सर्वाधिक खपत वाले यूरोप में 6.5 लाख टन सप्लाई कम हो गई है। बताया जा रहा है कि कंपनियों के सीमित स्टॉक होने के कारण खरीदी बढ़ गई है। सीमित स्टॉक होने के कारण खरीदने की होड़ में आलू के भाव 81% तक बढ़ गए हैं। लहसुन, प्याज, गेहूं एवं आलू सहित अन्य खाद्यान्न वस्तुओं की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार चिंतित हैं। आलू के भाव Potato Rates एवं उपज को लेकर पूरी जानकारी पढ़िए..
वैश्विक स्तर पर आलू की पैदावार घटी
पिछले साल सूखे और सामान्य से ज्यादा गर्मी के चलते दुनियाभर में आलू की पैदावार घट गई। इसकी वजह से खाने की दूसरी चीजों की खपत बढ़ गई उनके दाम Potato Rates भी बढ़ने लगे, जो पहले से ही महंगे हो रहे थे। यदि गर्मी की वजह से बढ़ने वाली महंगाई को हीटफ्लेशन कहा जाए तो बारिश के चलते कीमतें बढ़ने को सोगफ्लेशन कहा जा सकताहै। इस साल ऐसे ही हालात बन रहे हैं।
यूरोपीय संघ की कोपरनिकस जलवायु निगरानी सेवा और विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) की एक रिपोर्ट कहती है कि यूरोप में जहां कई इलाकों में अत्यधिक गर्मी वाले दिनों की संख्या बढ़ी, वहीं कई स्थानों पर तेज बारिश भी हुई। महाद्वीप में बीते कुछ दिनों में 1991 से 2020 तक 30 वर्षों के औसत से 7% ज्यादा बारिश हुई। इसके चलते 16 लाख लोग बाढ़ की चपेट में आ गए। इसका सबसे बुरा असर दुनिया में तीसरी सबसे ज्यादा खपत वाली फसल आलू पर हुआ। Potato Rates
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आलू के स्टॉक में कमी आई
भारत में भी कुछ राज्यों में बेमौसम बारिश के चलते इस साल आलू की फसल घटकर 5.9 करोड़ टन रहने का अनुमान है। इसकी वजह से Potato Rates कीमतें अभी से बढ़ने लगी हैं। देश के कुछ हिस्सों में आलू35-40 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है। मिट्टी गीली हो गई थी। इसके चलते करीब6.50 लाख टन आलू मार्केट में नहीं आ पाया। नतीजतन इस साल आलू के बीज की सप्लाई 20% घटने की आशंका जताई जा रही है। जाहिर है, बाजार में आलू का स्टॉक कम है।
पिछली शरद ऋतु में, खराब मौसम के कारण यूरोप में केवल तीन सप्ताह के बाद खेतों से आलू निकालने का काम रोकना पड़ा, क्योंकि दुनियाभर में हर साल करीब 37 से 38 करोड़ टन आलू उगाया जाता है। इसमें भारत की हिस्सेदारी 15-20 फीसदी या करीब 6 करोड़ टन है। पड़ोसी देश चीन में सालाना करीब 10 करोड़ टन आलू का उत्पादन होता है। भारत में आलू की सालाना खपत करीब 25-26 किलो प्रति व्यक्ति है। Potato Rates
आलू खरीददारों में होड़ मची
आलू की पैदावार कम होने का असर बाजार पर दिखाई देने लगा है। पैकर्स और प्रोसेसर्स जैसे बड़े खरीदारों के बीच इसे खरीदने की होड़ मची है। इस प्रतिस्पर्धा की वजह से कीमतें Potato Rates बढ़ रही हैं। यूरोप में सबसे ज्यादा आलू उगाने और प्रोसेसिंग करने वाले नीदरलैंड्स और बेल्जियम सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। अन्य देशों में भी यही स्थिति है।
पिछले वर्ष से इस वर्ष आलू की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी
अप्रैल में नीदरलैंड्स में Potato Rates आलू के थोक भाव रिकॉर्ड 397 डॉलर (करीब 33 हजार रुपए) प्रति टन तक पहुंच गए। इंग्लिश वाइट पोटेटो की कीमत एक साल पहले के मुकाबले 81% बढ़ गई है। नई फसल आने से पहले इसमें और बढ़ोतरी की आशंका जताई जा रही है। यूरोप में आलू सबसे महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थों में शुमार है। वहां के लोग दुनिया के किसी भी क्षेत्र की तुलना में सबसे ज्यादा प्रति वर्ष प्रति व्यक्ति औसतन 90 किलो खाते हैं। वैसे दुनिया में सबसे ज्यादा आलू खाने वाला देश बेलारूस है, जहां प्रति व्यक्ति औसत सालाना खपत 155 किलो है।
आलू, प्याज, लहसुन के वर्तमान भाव
लहसुन में भले ही कुछ समय से आंशिक मंदी का माहौल है, लेकिन आने वाले समय में बड़ी तेजी की उम्मीद की जा रही है। यही हाल प्याज का भी है। प्याज में फिलहाल लोकल मांग से तेज बनी हुई है, वहीं आलू में सामान्य आवक के साथ मांग में मजबूती देखी जा रही है। आलू चिप्स 2100 से 2250 ज्योति 2100 से 2300 एवरेज 1700 से 1800 गुल्ला 1400 से 1500 आगरा 1800 से 1900 प्याज महाराष्ट्र 1800 से 1900 लोकल 1700 से 1800 एवरेज 1400 से 1500 गोल्टा 1400 से 1500 गोल्टी 800 से 900 लहसुन सुपर बोल्ड 13000 से 15500 बोल्ड 10500 से 13000 एवरेज 10000 से 12000 बारीक 8000 से 10000 रुपए प्रति क्विंटल रहे। Potato Rates
(नोट :– यह भाव इंदौर मंडी के हैं)
आने वाले समय में आलू के भाव क्या रहेंगे
व्यापारियों के मुताबिक भारतीय बाजार में आने वाले दिनों में आलू के भाव Potato Rates में ज्यादा बढ़ोतरी होने की संभावना कम है। बताया जा रहा है कि देश में आलू का स्टॉक अच्छी मात्रा में बना हुआ है। स्टॉक अच्छा रहने के कारण आलू की सप्लाई में बाधा नहीं पड़ेगी। हालांकि सीमेंट मात्रा में आलू के दाम Potato Rates में बढ़ोतरी भी हो सकती है हालांकि डैम में कितनी बढ़ोतरी होती है, यह कहना कठिन है।
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