कई राज्यों में गेंहू की कटाई में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली रिपर मशीन (Reaper Machine Subsidy) पर मिलती है सब्सिडी। देखें रिपर मशीन का लाभ, कीमत एवं सब्सिडी कितनी मिलेगी?
👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।
Reaper Machine Subsidy | भारत में कृषि क्षेत्र लगातार आधुनिक तकनीकों को अपना रहा है, जिससे किसानों को अधिक उपज और कम मेहनत में बेहतर परिणाम मिल रहे हैं। फसल कटाई एक महत्वपूर्ण कृषि प्रक्रिया है, जिसमें समय और सटीकता दोनों की आवश्यकता होती है।
इस समय देश के विभिन्न राज्यों में रबी फसलों की कटाई का कार्य चल रहा है। गेंहू की कटाई का 15 अप्रैल तक चलेगा। कई किसान परंपरागत रूप से गेंहू की कटाई मजदूरों से करवाते है।
इसके अलावा अन्य किसान हार्वेस्टर या फिर रिपर मशीन का उपयोग करते है। रिपर मशीन, जो की गेंहू की कटाई कार्य मिनटों में पूरी कर देती है। इस मशीन से समय, लागत और खर्च बचता है।
अभी मार्केट में दो तरह की रिपर मशीन उपलब्ध है, एक स्वचालित और दूसरी ट्रैक्टर चलित। देखा जा रहा है की, अधिकतर किसान ट्रैक्टर चलित रिपर मशीन का उपयोग ज्यादा कर रहे है। हालांकि, दोनों ही तरह की रिपर (Reaper Machine Subsidy) के अलग अलग फायदे है।
बता दें की, किसानों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए कृषि यंत्र अनुदान योजना के अंतर्गत अलग अलग राज्यों में सरकार की ओर से गरीब एवं सीमांत किसानों को फसल कटाई की मशीनों पर सब्सिडी दी जाती है। यह सब्सिडी रिपर की लागत का 60% तक होती है।
किसान मात्र 40 प्रतिशत पैसा खर्च करके गेहूं की कटाई में काम आने वाली इस रीपर मशीन को खरीद कर सकते हैं। आइए आपको बताते है रिपर मशीन के फायदे, कीमत एवं सब्सिडी (Reaper Machine Subsidy) कितनी तक दी जायेगी…
क्या है रीपर मशीन और कैसे करती है काम?
रीपर मशीन एक विशेष प्रकार की कृषि उपकरण है, जिसे फसल की कटाई के लिए डिजाइन किया गया है। यह मशीन ट्रैक्टर से जुड़कर काम करती है और तेजी से फसल काटने में मदद करती है। Reaper Machine Subsidy
पारंपरिक तरीकों की तुलना में रीपर मशीन न केवल अधिक प्रभावी होती है, बल्कि समय और श्रम की भी बचत करती है। रीपर मशीन के ब्लेड तेज गति से घूमते हैं और गेहूं की फसल को जड़ों से काटते हुए एक साइड में सलीके से गिरा देते हैं, जिससे आगे की प्रोसेसिंग आसान हो जाती है।
45 मिनट में एक एकड़ फसल की कटाई कर देती है रिपर
रीपर मशीन से किसान कम समय में अधिक फसल की कटाई कर सकते हैं। इस मशीन को ट्रैक्टर की सहायता से चलाया जाता है। इसे ट्रैक्टर के आगे या साइड में लगाकर चलया जा सकता है। यह मशीन एक लीटर डीजल में करीब 45 मिनट में एक एकड़ फसल की कटाई कर सकती है। Reaper Machine Subsidy
ऐसे में किसान बहुत ही कम खर्च पर गेहूं की कटाई कर सकते हैं। इस मशीन के इस्तेमाल से किसान कम समय, श्रम और खर्च पर गेहूं की कटाई आसानी से कर सकते हैं। रीपर कम बाइंडर मशीन से कटाई के साथ फसल के बंडल बनाने काम भी आसानी से किया जा सकता है। ऐसे में यह मशीन गेहूं कटाई के लिए काफी अच्छी मशीन मानी गई है।
गेहूं की कटाई में रीपर मशीन का उपयोग क्यों जरूरी?
भारत में गेहूं प्रमुख फसलों में से एक है और हर साल लाखों किसान इसकी खेती करते हैं। कटाई का समय आने पर किसानों को तेज़ी से कटाई करनी पड़ती है, ताकि फसल सही समय पर तैयार हो और बाजार में अच्छे दाम मिले। Reaper Machine Subsidy
यदि कटाई में देरी होती है तो बारिश, तेज़ हवा और कीटों के कारण फसल खराब होने का खतरा रहता है। पारंपरिक तरीकों से कटाई करने में अधिक समय और श्रम लगता है, जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसे में ट्रैक्टर से चलने वाली रीपर मशीन किसानों के लिए अत्यधिक फायदेमंद साबित हो रही है।
यह भी पढ़िए…👉पीएम किसान योजना में धांधली, 4.75 करोड़ रूपये का गबन, हजारों किसानों से वापस ली जाएगी योजना की राशि
एमपी में रिपर पर मिलती है 1 लाख 50 हजार की सब्सिडी
मध्यप्रदेश में रिपर कम बाइंडर मशीन पर मुख्यमंत्री नरवाई प्रबंधन योजना एवं सब-मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मेकेनाइज़ेशन (SMAM) के अंतर्गत एससी एवं एसटी वर्ग के किसानों को लागत का 50% यानी अधिकतम 1 लाख 50 हजार रूपये और जनरल एवं अन्य वर्ग के किसानों को लागत का 40% यानी अधिकतम 1 लाख 20 हजार रूपये का अनुदान दिया जायेगा। Reaper Machine Subsidy
दूसरी ओर, रीपर (स्वचालित / ट्रेक्टर चलित) पर सब-मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मेकेनाइज़ेशन (SMAM) के अंतर्गत सभी वर्ग के किसानों को अधिकतम 50 प्रतिशत यानी 75 हजार रूपये की सब्सिडी प्रदान की जाती है। बता दें की, योजना में अभी रिपर के लिए आवेदन नहीं चल रहे है।
Reaper Machine Subsidy किसानों के लिए अभी सब साइलर, बैकहो/ बैकहो लोडर, रेज्ड बेड प्लांटर विथ इन्कलाइंड प्लेट प्लांटर एंड शेपर, स्टोन पिकर, पॉवर स्प्रेयर / बूम स्प्रेयर, लेजर लेण्ड लेवलर, फर्टिलाईजर ब्राडकस्टर, हैप्पी सीडर एवं पल्वेराइज़र के लिए आवेदन चल रहे है। अधिक जानकारी के लिए विजिट करें 👉 (https://choupalsamachar.in/krishi-yantra-subsidy-10/)
👉 सरकारी योजना व्हाट्सऐप ग्रुप।
राजस्थान में कृषि यंत्रों पर 50% तक सब्सिडी
राजस्थान सरकार के कृषि विभाग द्वारा प्रदेश में कृषि यंत्र सब्सिडी योजना में अगर किसान किसी अधिकृत डीलर से खेती के उपकरण खरीदता है तो राज्य सरकार किसानों को सब्सिडी देती है जो कुल कीमत का 40% होता है। सरकारी किसानों को 50% तक सब्सिडी दी जाती है। अधिक जानकारी के लिए योजना की https://rajkisan.rajasthan.gov.in/ या अपने नजदीकी कृषि विभाग से संपर्क कर सकते है। Reaper Machine Subsidy
उत्तरप्रदेश में मिलती है 40% तक सब्सिडी
उत्तरप्रदेश में राज्य की कृषि यंत्रीकरण योजना के अंतर्गत किसानों को रिपर मशीन पर 40 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जाती है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को इस मशीन की कुल लागत का 40 प्रतिशत हिस्सा दिया जाता है, जबकि बाकि राशि किसान को स्वयं चुकानी होती है। हालांकि, इस पर लगने वाले जीएसटी का भुगतान किसान को खुद करना होगा। Reaper Machine Subsidy
राज्य में कुल 22 कृषि यंत्रों पर अनुदान दिया जाता है। बता दें, इस योजना का लाभ किसानों को लॉटरी के माध्यम से दिया जाता है। किसान को मशीन के लिए आवेदन करते समय 1 लाख रुपए से कम कीमत वाली मशीन के लिए 2500 रुपए की टोकन मनी जमा करनी होती है। बिना टोकन मनी के उनका आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। योजना की अधिक जानकारी के लिए योजना की www.agriculture.up.gov.in या फिर अपने नजदीकी कृषि विभाग से संपर्क कर सकते है।
बिहार में रिपर मशीन पर मिलता है इतना अनुदान
राज्य सरकार की ओर से ट्रैक्टर चालित रीपर मशीन की खरीद पर किसानों को मशीन के लागत मूल्य पर अधिकतम 60 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाएगी। यह सब्सिडी किसानों को वर्गानुसार दी जाएगी। इसमें सामान्य किसानों को 50 प्रतिशत सब्सिडी या अधिकतम 25,000 रुपए की सब्सिडी दी जाएगी। Reaper Machine Subsidy
जबकि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व अत्यंत पिछड़ा वर्ग के किसानों को 60 प्रतिशत या अधिकतम 30,000 रुपए का अनुदान दिया जाएगा। अधिक जानकारी के लिए बिहार कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट http://farmech.bihar.gov.in/FMNEW/Homenew.aspx पर विजिट कर सकते है या अपने नजदीकी कृषि विभाग से संपर्क कर सकते है।
भारत में रीपर मशीन की कीमत कितनी है?
भारत में 2 प्रकार की रिपर मशीन उपलब्ध है। इसमें ट्रैक्टर चलित और स्वचालित शामिल है। अलग अलग प्रकार की कंपनियों के रिपर के अलग अलग रेट रहते है। Reaper Machine Subsidy
रीपर मशीन की कीमत 50,000 से लेकर 2,50,000 रुपए तक हो सकती है, जो ब्रांड, फीचर्स और क्षमता पर निर्भर करती है। इसे स्थानीय डीलरशिप, कृषि उपकरण बिक्री केंद्रों या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से खरीदा जा सकता है। Reaper Machine Subsidy
रीपर मशीन खरीदने से पहले इन 10 बातों का रखें ध्यान..
रीपर मशीन खरीदने से पहले निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए :-
1. फसल की प्रकृति : रीपर मशीन का चयन फसल की प्रकृति के अनुसार करना चाहिए। जैसे कि गेहूं, धान, मक्का आदि के लिए अलग-अलग प्रकार की रीपर मशीनें होती हैं। Reaper Machine Subsidy
2. भूमि की प्रकृति : रीपर मशीन का चयन भूमि की प्रकृति के अनुसार करना चाहिए। जैसे कि समतल भूमि के लिए एक प्रकार की रीपर मशीन और ढलान वाली भूमि के लिए दूसरी प्रकार की रीपर मशीन।
3. मशीन की क्षमता : रीपर मशीन की क्षमता का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि मशीन की गति, काटने की क्षमता, और संग्रहण की क्षमता।
4. मशीन की गुणवत्ता : रीपर मशीन की गुणवत्ता का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि मशीन के पार्ट्स की गुणवत्ता, मशीन की मजबूती, और मशीन की स्थिरता।
5. मशीन की कीमत : रीपर मशीन की कीमत का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि मशीन की कीमत, मशीन के पार्ट्स की कीमत, और मशीन की रखरखाव की कीमत। Reaper Machine Subsidy
6. मशीन का रखरखाव : रीपर मशीन की रखरखाव का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि मशीन की नियमित जांच, मशीन के पार्ट्स की बदली, और मशीन की साफ-सफाई।
7. मशीन की वारंटी : रीपर मशीन की वारंटी का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि मशीन की वारंटी की अवधि, मशीन के पार्ट्स की वारंटी, और मशीन की सेवा की वारंटी। Reaper Machine Subsidy
8. मशीन की सेवा : रीपर मशीन की सेवा का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि मशीन की सेवा केंद्र की उपलब्धता, मशीन के पार्ट्स की उपलब्धता, और मशीन की सेवा की गुणवत्ता।
9. ईंधन खपत : कम ईंधन में अधिक काम करने वाली मशीन का चयन करें ताकि लागत कम हो।
10. कटाई की चौड़ाई : अलग-अलग मॉडल की रीपर मशीनें अलग-अलग कटाई चौड़ाई के साथ आती हैं। अपनी जरूरत के हिसाब से सही मॉडल चुनें। Reaper Machine Subsidy
एमपी एवं केंद्र सरकार की योजनाओं से अप टू डेट रहने के लिए सरकारी योजना के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े।
👉 सरकारी योजना व्हाट्सऐप ग्रुप।
कृषि योजना खेती किसानी, मंडी, भाव लेटेस्ट बिजनेस एवं टेक की जानकारी के लिए आप
👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।
यह भी पढ़िए…👉 खुशखबरी! आवेदन की अंतिम तिथि को बढ़ाया गया, अब इस तारीख तक किसान कर सकेंगे आवेदन
👉पशुपालकों के लिए खास योजना: गाय और भैंस पर मिलेगी 90% सब्सिडी, कैसे एवं कहां करें अप्लाई, जानें
प्रिय पाठकों…! 🙏 Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.