कम पानी व कम लागत में धान की नई वैरायटी देगी 122 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन, जानें डिटेल..

कृषि वैज्ञानिकों ने धान की नई वैरायटी Sabour Mansuri Dhan variety की खोज की है, आईए जानते हैं पूरी डिटेल..

Sabour Mansuri Dhan variety | देश के अधिकांश राज्यों में खरीफ सीजन के दौरान धान की फसल को बोया जाता है। कृषि वैज्ञानिक धान उत्पादक किसानों के लिए धान की नई-नई किस्मों की खोज करने में लगे हुए हैं। हाल ही में कृषि वैज्ञानिकों ने 4 वर्षों के अथक परिश्रम – प्रयासों एवं लंबे ट्रायल के बाद धान की नवीनतम किस्म को विकसित कर लिया है।

इस किस्म को जल्द ही केंद्र सरकार द्वारा नोटिफाई किया जाएगा। इस धान के बीज को बिना रोपनी सीधी लगाई जा सकती है। धान की नई किस्म की खोज बिहार कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने की है। धान की इस नवीनतम किस्म Sabour Mansuri Dhan variety की विशेषताएं, उत्पादन एवं अवधि के बारे में लिए डिटेल जानते हैं..

धान की नई किस्म सबौर मंसूरी

कृषि वैज्ञानिक द्वारा विकसित धान की इस नवीन किस्म Sabour Mansuri Dhan variety को केंद्र सरकार द्वारा इसी महीने नोटिफिकेशन जारी करेगी। बताया जा रहा है कि इस वेरायटी की नोटिफिकेशन एक महीने में जारी होगा। इसी खरीफ सीजन से ही किसान इस धान को अपने खेतों में लगा सकेंगे। धान की अन्य किस्मों की तुलना में धान की यह नई वैरायटी कम पानी और कम लागत में डेढ़ गुना ज्यादा उपज देने में सक्षम है।

एमपी सहित इन राज्यों के लिए अनुशंसित

कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार धान की यह नई किस्म सबौर मंसूरी Sabour Mansuri Dhan variety देश के नौ राज्यों के लिए उपयुक्त रहेगी, इस किस्म को देश के 9 राज्यों के लिए अनुशसित किया गया है। यह राज्य 9 राज्य बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, तेलंगाना और पांडिचेरी है। इन राज्यों में इस धान का उत्पादन अच्छा होगा।

धान के बीज को बिना रोपनी सीधी लगाई जा सकेगी

धान खरीफ सीजन की मुख्य फसल है। कम पानी, खाद और कम लागत में सामान्य धान की तुलना में धान की नई वेरायटी सबौर मंसूरी में लगभग डेढ़ गुना ज्यादा उपज मिलेगी। पिछले 4 वर्षों तक बिहार सहित देश के 19 राज्यों में समन्वित धान सुधार परियोजना के तहत 125 केंद्रों पर परीक्षण किया गया था। धान की इस नवीन किस्म सबौर मंसूरी Sabour Mansuri Dhan variety की खोज बिहार कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने की है। इस धान के बीज को बिना रोपनी सीधी लगाई जा सकती है।

प्रति हेक्टेयर यह उत्पादन मिलेगा

कृषि वैज्ञानिकों द्वारा विकसित धान की यह नवीनतम वैरायटी Sabour Mansuri Dhan variety अन्य किस्मों की तुलना में अच्छा उत्पादन देगी। बिहार कृषि विभाग के मुताबिक, सबौर मंसूरी धान का औसत उत्पादन 65 से 70 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। अधिकतम उत्पादन क्षमता 122 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पाया गया है। राज्य के किसानों के खेतों में प्रयोग में भी इस वेरायटी का उत्पादन 107 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक मिला है।

सबौर मंसूरी धान की विशेषताएं

  • सबौर मंसूरी (Sabour Mansuri Dhan variety) मौसम के अनुकूल वेरायटी है।
  • यह वैरायटी सीधी बुवाई और कठिन परिस्थिति में भी 135 से 140 दिनों में 65 क्विंटल प्रति हेक्टेयर से ज्यादा उत्पादन पाया है।
  • इस वेरायटी के पौधे में औसतन 18 से 20 कल्ले होते हैं। इसमें 29 सेमी की बालियां होती हैं। इसमें 300 से ज्यादा दाने पाए गए हैं।
  • धान की इस वैरायटी के दानों का रंग सुनहरा है। यह नाटी मंसूरी के दाने जैसा होता है।

अन्य किस्मों की तुलना में रोग प्रतिरोधक

कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार धान की इस प्रजाति Sabour Mansuri Dhan variety में रोग प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा है। जीवाणु झुलसा, झोंका रोग के प्रति मध्यम प्रतिरोधी है। तना छेदक और भूरा पत्ती लपेटक कीट के प्रति सहनशील है। साथ ही इसका तना भी बहुत मजबूत है, जिससे ये बदलते जलवायु में बार-बार आने वाले आंधी और तूफान में नहीं गिरेगी।

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