किसानों के लिए सोयाबीन के भाव को लेकर जरूरी खबर, जानिए Soyabean future rate सोयाबीन भाव की आगे क्या स्थिति रहेगी, जानिए..
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Soyabean future rate | सोयाबीन के भाव बढ़ने की राह देखते देखते किसान अब निराश होने लगे हैं। विश्लेषक भी सोयाबीन के भाव को लेकर कोई स्थिति स्पष्ट करने की स्थिति में अब तक नजर नहीं आए हैं। इधर देश में मानसून में दस्तक दे दी है। खरीफ सीजन में अन्य खरीफ फसलों के साथ-साथ सोयाबीन की बुवाई का समय नजदीक आ गया है। एमपी और महाराष्ट्र में सोयाबीन की खेती अधिक होती है। इन दोनों राज्यों के किसानों को सोयाबीन की खेती से नुकसान उठाना पड़ रहा है। सोयाबीन के वैश्विक स्टॉक में तेज गिरावट हुई है, इसके बावजूद सोयाबीन के भाव बढ़ नहीं पा रहे हैं।
सोयाबीन के भाव में लाभ की जगह किसानों को हानी हो रही है। लेकिन एमपी एवं राजस्थान महाराष्ट्र के किसानों के पास सोयाबीन के अलावा अन्य विकल्प कम होने के कारण सोयाबीन की खेती किस छोड़ नहीं पा रहे हैं। जबकि सितंबर में नई सोयाबीन फसल आ जाएगी। ऐसे में किसानों व्यापारियों एवं सभी की यह जिज्ञासा है कि आने वाले समय में सोयाबीन के भाव क्या रहेंगे? सोयाबीन के भाव Soyabean future rate की स्थिति आगे क्या रहने वाली है आईए जानते हैं..
सोयाबीन के भाव विदेशी बाजार पर निर्भर
विदेशी सोयाबीन होने से इसके भाव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होते हैं। अर्जेंटीना, ब्राजील के अलावा अन्य देश में सोयाबीन की बड़ी पैदावार में ली जाती है। और इसके भाव भी विदेश से ही तय होते हैं। देश की सोयाबीन की डीओसी अधिक बिके तो देश का सोयाबीन के वाले भाव पर बिकने लगता है।
देश की डीओसी कम बिकने से और विदेश की अधिक बिकने से सोयाबीन के भाव दो-तीन साल से किसानों को कम ही मिल रहे हैं। इस समय मंडियों में सोयाबीन 4500 से 4800 रुपए प्रति क्विंटल तक बिक रहा है। ग्रेडिंग सोयाबीन जिसे बीज वाला कहा जाता है, इसके भाव भी 5000 से 5200 रुपए प्रति क्विंटल तक मंडी नीलामी में चल रहे हैं। Soyabean future rate
क्यों नहीं बढ़ रहे सोयाबीन के भाव
दरअसल, खाद्य तेल की उपलब्धता के कारण सोयाबीन के भाव Soyabean future rate नहीं बढ़ पा रहे हैं। खाद्य तेलों की वैश्विक कीमतों में गिरावट के कारण भारत में इनका भरपूर आयात किया गया। अप्रैल में भारत का पाम तेल आयात सालाना आधार पर 34.11% बढ़कर 6,84,000 टन पर पहुंच गया है। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) ने कहा कि अप्रैल में भारत के कुल 13,04,409 टन खाद्य तेल आयात में पाम तेल की हिस्सेदारी 52% थी, जिसमें सूरजमुखी और सोयाबीन तेल का आयात 6,20,315 टन था।
इसमें कहा गया है कि गैर-खाद्य तेलों सहित कुल वनस्पति तेल आयात अप्रैल में 26% बढ़कर 13,18,528 टन हो गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 10,50,189 टन था। रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल-मई महीने में वैश्विक स्तर पर सोयाबीन तेल की कीमतें 40 डॉलर प्रति टन गिर गईं। जबकि सूरजमुखी तेल की कीमत पिछले महीने 15 डॉलर प्रति टन कम हो गई। Soyabean future rate
भारत प्रमुख खाद्य तेल आयातक देश
भारत दुनिया का सबसे बड़ा खाद्य तेल आयातक है। इंडोनेशिया और मलेशिया आरबीडी पामोलीन और सीपीओ के प्रमुख आपूर्तिकर्ता हैं, जबकि सोयाबीन तेल अर्जेंटीना और ब्राजील से तथा सूरजमुखी तेल रूस, रोमानिया और यूक्रेन से आयात किया जाता है। पाम तेलों में, आरबीडी पामोलीन का आयात बढ़कर 1,24,228 टन हो गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 1,12,248 टन था।
सीपीओ (कच्चा पाम तेल) का आयात पहले के 3,93,856 टन से 36 प्रतिशत बढ़कर 5,36,248 टन हो गया, जबकि कच्चे पाम कर्नेल तेल का आयात 3,990 टन से लगभग छह गुना होकर 23,618 टन हो गया। नरम तेलों में, सोयाबीन तेल का आयात 2,62,455 टन से बढ़कर 3,85,514 टन हो गया। हालांकि, सूरजमुखी तेल का आयात 2,49,122 टन से घटकर 2,34,801 टन रह गया। खाद्य तेल की पर्याप्त उपलब्धता के कारण ही देश में तिलहन के भाव नहीं बढ़ रहे हैं। Soyabean future rate
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भारत में इस बार भी सोयाबनी का रकबा ज्यादा रहेगा
मानसून की बारिश के पूर्व किसान वर्ग अपने खेतों की जुताई करने में लगे हैं। किसान इस वर्ष भी सोयाबीन की ही खेती करेंगे। इसके अलावा अन्य विकल्प नहीं होने से किसान वर्ग का पूरा ध्यान इसी फसल पर लगा हुआ हैं। किसान सरकार से मांग कर रहे हैं कि आगामी दिनों में सोयाबीन के भाव में उत्पादक किसानों को नुकसान नहीं हो, इसके लिए सरकार को प्रयास करना चाहिए, क्योंकि तीन साल से किसान वर्ग को सोयाबीन में भाव नहीं मिलने से लागत भी नहीं निकल पा रही है। इसे ध्यान में रखते हुए इस उपज का नया रोड मैप बनाने की जरूरत है। Soyabean future rate
सोयाबीन के भाव आगे क्या रहेंगे
सोयाबीन के भाव Soyabean future rate में तेजी आने को लेकर चौपाल समाचार ने पहले पूर्वानुमान जारी किया था। जारी किए गए पूर्वानुमान के अनुसार सोयाबीन के वैश्विक स्टॉक में गिरावट हुई है। लेकिन इस वर्ष ब्राजील, अर्जेंटीना में उपज रिकॉर्ड आई है। अमेरिका में भी अच्छी बिजाई से भाव के गिरावट की संभावना बढ़ गई है।
यही कारण है कि सोयाबीन प्लांटों मैं सोयाबीन खरीदी का भाव जून माह में भी 5 हजार रुपए पार नहीं कर पाया। हालांकि सोयाबीन के भाव Soyabean future rate आने वाले कुछ महीनो में कैसे रहेंगे यह विशेषज्ञ तय नहीं कर पा रहे हैं। व्यापारियों की मानें तो सोयाबीन के भाव यदि बढ़ते भी हैं तो बहुत कम मात्रा में बढ़ेंगे यह भाव 5000 रुपए क्विंटल के आसपास ही रहने वाले हैं। Soyabean future rate
सोयाबीन भाव ; यूएसडीए की रिपोर्ट सकारात्मक
सोयाबीन के भाव Soyabean future rate को लेकर अमेरिकी कृषि मंत्रालय (USDA) ने वैश्विक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट की मानें तो सोयाबीन के भाव में तेजी आने के आसार हैं। यूएसडीए की हाल ही में प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि सोयाबीन के उत्पादन में वैश्विक स्तर पर कमी आई है, वहीं स्टॉक भी कम हुआ है। इसके कारण भविष्य में सोयाबीन के भाव एक बार फिर ऊंचे होंगे।
यूएसडीए की रिपोर्ट में तेजी-मंदी लायक नहीं आई है। यूएसडीए द्वारा जारी रिपोर्ट में सोयाबीन उत्पादक प्रमुख देश ब्राजील में उत्पादन अनुमान में 10 लाख टन की कटौती की है। रिपोर्ट में ब्राजील में सोयाबीन उत्पादन का अनुमान 156 से घटाकर 155 मिलियन टन कर दिया गया है, जबकि जानकारों का अनुमान 152.28 मिलियन टन का था। Soyabean future rate
दूसरी और अर्जेंटीना में फसल 50 मिलियन पर अपरिवर्तित रखी है, जबकि जानकारों के अनुमान 50.23 मिलियन टन लगाया था। विश्व में सोयाबीन का स्टॉक 1.5 प्रतिशत घटकर 114.27 मिलियन टन होने का अनुमान रहा। हालांकि अभी इस रिपोर्ट का अधिक असर दिखाई नहीं दे रहा है, क्योंकि देश में सोया तेल का भरपूर स्टॉक है वहीं पाम तेल का आयात निरंतर बना हुआ है, लेकिन जैसे ही सोया तेल का स्टॉक कम होगा वैसे ही सोयाबीन के भाव Soyabean future rate में बढ़ोतरी होगी।
यूएसडीए की रिपोर्ट के अनुसार विश्व में सोयाबीन का उत्पादन 13.6 मिलियन टन की गिरावट आने का अनुमान है। दूसरी ओर सोयाबीन के स्टॉक में भी कमी आ गई है।
विश्व में 17.6 लाख टन स्टॉक में कमी देखी जा रही है। उत्पादन में गिरावट एवं स्टॉक में कमी से निकट भविष्य में सोयाबीन के भाव बढ़ने की संभावना बढ़ गई है। सोयाबीन के भाव कब तक बढ़ेंगे? इसको लेकर विशेषज्ञों में कोई स्पष्ट राय नहीं बन रही है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि जुन जुलाई एवं अगस्त माह में सोयाबीन के भाव Soyabean future rate तेज रहने वाले हैं। इसकी एक वजह यह भी है कि अब सोयाबीन की मांग में वृद्धि हो रही है।
सोयाबीन के मंडी भाव
- सोयाबीन ऊपर में 4900 ₹ प्रति क्विंटल तक बिका।
- सोयाबीन 4000 से 4900 तक बिका ₹ प्रति क्विंटल।
- नया बढ़िया माल 4825 से 4875 ₹ प्रति क्विंटल।
- एवरेज माल 4775 से 4800 ₹ प्रति क्विंटल।
- चालू माल 4550 से 4625 ₹ प्रति क्विंटल। Soyabean future rate
सोयाबीन प्लांटों में सोयाबीन खरीदी भाव – Soya plant bhav
अवी एग्रों उज्जैन 4725 बंसल मंडीदीप 4750 बेतूल ऑयल सतना 4675 बेतूल ऑयल 4725 धानुका सोया नीमच 4825 धीरेंद्र सोया नीमच 4825 दिव्य ज्योति 4735 पचोर 4715 हरिओम रिफाइनरी 4825 केपी एग्री इटारसी 4650 लाभांशी एग्रोटेक देवास 4775 आइडिया लक्ष्मी देवास 4750 केपी साल्वेक्स निवाड़ी 4800 खंडवा ऑयल 4700 मित्तल सोया देवास 4775 एमएस साल्वेक्स नीमच 4800 नीमच प्रोटीन 4825 रुपए.
पतंजलि फूड 4675 प्रकाश 4770 प्रेस्ट्रीज 4775 रामा 4700 राम जानकी एग्रीटेक देवास 4725 आरएच साल्वेक्स सिवनी 4750 सांवरिया इटारसी 4800 श्री महेश ऑयल रिफाइनरी शिप्रा 4750 सोनिका बायोकेम मंडीदीप 4800 सालासर हरदा 4775 सूर्या फूड मंदसौर 4815 अंबिका कालापीपल 4725 विप्पी सोया देवास 4720 रुपए प्रति क्विंटल के भाव रहे। Soyabean future rate
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