सोयाबीन भाव 2023 में 5500 रु., 2024 में 4600 रु. और अब 2025 में 4100 रु. क्विंटल हुए, आगे भाव बढ़ेंगे या नहीं विशेषज्ञों से जानें..

सोयाबीन के भाव (Soybean Price) की आगे क्या स्थिति रहेगी? आइए कृषि एवं व्यापार विशेषज्ञों से जानते हैं..

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Soybean Price | इस समय रबी फसलें पक कर तैयार होने लगी है। इसके बाद खरीफ सीजन में सोयाबीन की खेती सबसे अधिक होती है, लेकिन सोयाबीन की खेती करने वाले किसानों का उत्साह बिल्कुल ही कम हो गया है।

इसकी प्रमुख वजह सोयाबीन के भाव हैं, सोयाबीन के भाव पिछले तीन-चार वर्षो से लगातार कम हो रहे हैं, जबकि दूसरी ओर लागत लगातार बढ़ती जा रही है। : Soybean Price

सोयाबीन के भाव किस कदर कम हो रहे हैं, इसका अंदाजा इस बात से लगाए जा सकता है कि 2023 में मार्च माह के दौरान जो सोयाबीन 5500 प्रति क्विंटल बिका था, वह 2024 के मार्च महीने में 4600 प्रति क्विंटल बिका। वहीं 2025 के मार्च महीने में इसके भाव कम होकर 4100 रूपये प्रति क्विंटल हो गए।

सोयाबीन के भाव लगातार कम होने के कारण व्यापारियों से लेकर किसानों में हड़बड़ाहट है। हर कोई यह जानने का इच्छुक है कि सोयाबीन के भाव में आगे क्या होगा और क्या इसके कभी भाव बढ़ेंगे या नहीं एवं भाव (Soybean Price) बढ़ेंगे तो कब तक? ऐसे ही सोयाबीन के भाव से को लेकर सभी सवालों के जवाब आइए कृषि विशेषज्ञों एवं व्यापार विशेषज्ञों से जानते हैं..

एक नजर सोयाबीन के भाव पर | Soybean Price

सोयाबीन के वर्तमान मंडी भाव औसत रूप से 4100 प्रति क्विंटल है। सोयाबीन का कारोबार करने वाले व्यापारियों के मुताबिक सोयाबीन के भाव की यह स्थिति सोयाबीन प्लांट संचालकों की सोयाबीन खरीदी लगातार कम रहने के कारण बनी है।

सोयाबीन कारोबारी अभिजीत जोशी के अनुसार सोयाबीन के भाव सोयाबीन तेल की खपत पर निर्भर करते हैं, सोया तेल की खपत पर्याप्त होने के बावजूद भाव में कमी बनी हुई है।

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सोयाबीन के भाव को लेकर सरकार चिंतित 

केंद्र सरकार सोयाबीन के भाव (Soybean Price) को लेकर चिंतित दिखाई दे रही है। केंद्र सरकार ने बजट में ऐसे प्रावधान किया जिसे सरकार की खाद्य तेलों की आयात निर्भरता कम हो सके।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार केंद्र सरकार सोयाबीन एवं अन्य तिलहन उत्पादक किसानों को फायदा देने के लिए तिलहनी फसलों के भाव बढ़ने को लेकर जरूरी कदम उठाने की तैयारी करने में लगी हुई है।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पिछले साल सितम्बर में आयात शुल्क में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी लेकिन इसके बावजूद सोयाबीन के भाव में बढ़ोतरी नहीं हुई। केंद्र सरकार अब एक बार फिर सरकार इसी विकल्प को आजमाना चाहती है। : Soybean Price

खाद्य तेलों के आयात पर सीमा शुल्क बढ़ोतरी की संभावना तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि तिलहन उत्पादकों को लाभप्रद मूल्य सुनिश्चित करने के लिए केन्द्र सरकार खाद्य तेलों के आयात पर सीमा शुल्क में बढ़ोतरी कर सकती है।

भाव की आगे क्या स्थिति रहेगी और भाव बढ़ेंगे या नहीं

सोयाबीन का कारोबार करने वाले विशेषज्ञों के मुताबिक केंद्र सरकार जब तक सोया तेल के आयात शुल्क में वृद्धि नहीं करती तब तक सोयाबीन के भाव (Soybean Price) बढ़ने के आसार नहीं हैं।

इसके अलावा सोयाबीन के वायदा कारोबार पर से रोक हटाना भी जरूरी है। मालूम हो कि केंद्र सरकार ने सोयाबीन, गेहूं सहित 6 कृषि जिंसों के वायदा कारोबार पर 31 मार्च 2025 तक रोक लगा रखी है।

इधर दूसरी ओर वैश्विक स्तर पर इस समय ब्राजील में सोयाबीन की कटाई 50% से अधिक हो चुकी है, ब्राजील में सोयाबीन की बंपर पैदावार की खबरें आ रही है। ऐसी स्थिति में सोयाबीन की वैश्विक आपूर्ति ब्राजील से हो जाएगी। : Soybean Price

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इधर सोयाबीन के भाव में और गिरावट आने की संभावना 

विशेषज्ञ बताते हैं कि मार्च के महीने में सोयाबीन में एक ओर बड़ी गिरावट आने की संभावना है। बताया जा रहा है कि सोयाबीन के भाव में 200 से 300 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट हो सकती है।

इस वर्ष केंद्र सरकार ने देशभर से एक करोड़ 47 लाख क्विंटल सोयाबीन समर्थन मूल्य 4892 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से खरीदा। समर्थन मूल्य पर खरीदे गए सोयाबीन में से सरकार खुले बाजार में टेंडर के माध्यम से 39 लाख क्विंटल सोयाबीन बेचने की तैयारी में है।

सरकार के इस निर्णय के पश्चात किसानों एवं व्यापारियों में हड़कंप मच गया है, क्योंकि सरकार द्वारा यह फैसला लेते ही सोयाबीन प्लांटों ने सोयाबीन खरीदी के भाव (Soybean Price) में 50 से सो रुपए की गिरावट कर दी है। सोयाबीन प्लांटों में सोयाबीन खरीदी के औसत भाव 4150 रुपए प्रति क्विंटल हो गए हैं।

सोयाबीन कारोबारी अमर अग्रवाल ने कहा कि सरकार के इस निर्णय के पश्चात भाव में और गिरावट होने की संभावना है।

सोयाबीन का कारोबार करने वाले व्यापारी बताते हैं कि सरकार ने अगर 39 लाख क्विंटल सोयाबीन टेंडर से बेचा तो बाजार में 200 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट आ जाएगी। मंडियों में सोयाबीन के भाव (Soybean Price) 4000 रुपए प्रति क्विंटल से नीचे आ सकते हैं।

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