सोयाबीन में उगने वाले चौड़ी पत्ती वाले एवं घासवर्गीय खरपतवार को जड़ से खत्म करेगी यह खरपतवारनाशी दवाई, देखें..

सोयाबीन की खेती में खरपतवार नियंत्रण Soybean weed control के लिए कौन-कौन सी दवाइयां इस्तेमाल करें आइए जानते हैं..

👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।

Soybean weed control | मध्य प्रदेश में सोयाबीन की खेती सबसे अधिक होती है। प्रदेश में सोयाबीन की खेती किये जाने वाले प्रमुख क्षेत्रों में अभी तक लगभग 85-90% क्षेत्रफल में सोयाबीन की बोवनी किये जाने के समाचार हैं, एवं शेष क्षेत्रों में बोवनी का कार्य चल रहा है। लगभग 2 दिन में सभी शत प्रतिशत रकबे में बोवनी हो जाएगी। कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अनुसन्धान निष्कर्षों के आधार पर सोयाबीन की बोवनी के लिए 20 जून से लेकर जुलाई माह के प्रथम सप्ताह तक का समय उपयुक्त पाया गया हैं।

इस अवधि के दौरान लगभग शत प्रतिशत सोयाबीन एवं अन्य खरीफ फसलों की बोवनी हो जाएगी। बोवनी के पश्चात सोयाबीन की फसल में सबसे प्रमुख समस्या खरपतवार नियंत्रण की रहती है, कई बार किसान खरपतवार नियंत्रण Soybean weed control के लिए परेशान हो जाते हैं। ऐसे में आज हम आपको सोयाबीन में उगने वाले चौड़ी पत्ती वाले एवं घासवर्गीय खरपतवार को जड़ से खत्म करने वाली खरपतवारनाशी दवाई के बारे में बताने वाले है। सोयाबीन की फसल में खरपतवार नियंत्रण के लिए कौन सी दवाइयां का इस्तेमाल करना सबसे अधिक बेहतर रहेगा, आईए जानते हैं..

बोवनी एवं सिंचाई को लेकर सलाह

Soybean weed control | भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र संस्थान के कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक, जिन कृषकों ने बी. बी. एफ./रिज फरो के स्थान पर केवल परंपरागत सीड ड्रिल की सहायता से सोयाबीन की बोवनी की हैं, सलाह हैं कि सुविधानुसार 6 या 9 कतारों के अंतराल पर नालियां निकाले इससे अतिरिक्त वर्षा का जल निकास तथा जल संचयन द्वारा सूखे के दौरान लाभ मिलेगा।

संभव होने पर बी. बी. एफ/रिज फरो पद्धति से बनी हुयी नालियों में कीट आकर्षक फसल (सुवा/मेरीगोल्ड) की बोवनी करें। जिन क्षेत्रों में बारिश नहीं हो रही हैं, सिंचाई के उपाय अपनाए। इसके लिए स्प्रिंकलर / ड्रिप / BBF/रिज फरो से बनी नालियों का उपयोग किया जा सकता हैं। : Soybean weed control

👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।

खड़ी फसल में एक से अधिक खरपतवारनाशक दवाइयों का इस्तेमाल न करें

भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र संस्थान ने सोयाबीन की खेती करके वाले किसानों के लिए जारी सलाह में उन्होंने बताया की, ऐसे क्षेत्र जहां सोयाबीन की बोवनी हुई हैं। जिन्होंने बोवनी के तुरंत बाद उपयोगी खरपतवारनाशक का उपयोग नहीं किया है, कृषकों को सलाह हैं कि खड़ी फसल में उपयोगी कोई एक खरपतवार नाशक का छिड़काव करें। एक से अधिक खरपतवारनाशक दवाइयों Soybean weed control का इस्तेमाल उचित नहीं रहेगा।

ये भी पढ़ें👉 धान में जस्ते की कमी से होगा खैरा रोग, जानें इसके बचाव के लिए कौन सा खाद कब व कितना डालें

छिड़काव करते हुए पर्याप्त पानी की मात्रा का प्रयोग करें। कृषकगण अपनी सुविधा के अनुसार अनुशंसित बोवनी के तुरंत बाद उपयोगी खरपतवारनाशकों में से किसी एक का प्रयोग खरपतवार नियंत्रण हेतु कर सकते हैं। कृषकों को सलाह हैं कि खरपतवारनाशकों के उपयोग हेतु पर्याप्त पानी (नेपसेक स्प्रेयर से प्रति हेक्टर 450-500 लीटर जबकि पॉवर स्प्रेयर से 120 लीटर/हे.) का उपयोग करें। : Soybean weed control

सोयाबीन की फसल में अनुशंसित खरपतवारनाशकों की जानकारी

बौवनी पूर्व उपयोगी :- 

  • पेण्डीमिथालीन+इमेझेथापायर, मात्रा/हेक्टे. 2.5-3.0 ली. प्रभावकारिता दोनों प्रकार के खरपतवार। : Soybean weed control

बौवनी के तुरंत बाद :-

  • डायक्लोसुलम 84 डब्ल्यू.डी. जी. – 26-30 ग्राम/हेक्टे. चौड़ी पत्ती वाले।
  • सल्फेन्ट्राझोन 39.6 एस.सी. – 0.75 ft/हेक्टे. दोनों प्रकार के खरपतवार के लिए।
  • क्लोमोझोन 50 ई. सी. – 1.50 -2.00 ली./हेक्टे. दोनों प्रकार के खरपतवार के लिए।
  • पेण्डीमिथालीन 30 ई.सी. –2.50-3.30 ली./हेक्टे. दोनों प्रकार के खरपतवार के लिए।
  • पेण्डीमिथालीन 38.7 सी. एस.–1.50-1.75 कि.ग्रा./हेक्टे. दोनों प्रकार के खरपतवार के लिए।
  • फ्लूमिआक्साझिन 50 एस.सी.–0.25 ली./हेक्टे. चौड़ी पत्ती वाले।
  • मेट्रीब्युझिन 70 डब्ल्यू.पी.–0.75-1.00 कि.ग्रा./हेक्टे. दोनों प्रकार के खरपतवार के लिए। : Soybean weed control
  • सल्फेन्ट्राझोन+क्लोमोझोन –1.25 ली./हेक्टे. दोनों प्रकार के खरपतवार के लिए।
  • पायरोक्सासल्फोन 85 डब्ल्यू. जी. –150 TT./हेक्टे. दोनों प्रकार के खरपतवार के लिए।
  • मेटालोक्लोर 50 ई.सी. –2.00 ft./हेक्टे.

बोवनी के 10 से 12 दिन बाद :- 

  • क्लोरीम्यूरान इथाईल 25 डब्ल्यू.पी. + सर्फेक्टेन्ट–36 ग्राम/हेक्टे.
  • बेन्टाझोन 48 एस. एल.–2.00 ली./हेक्टे. दोनों प्रकार के खरपतवार के लिए। : Soybean weed control

बोवनी के 15 से 20 दिन बाद :- 

  • इमेझेथापायर 10 एस.एल. +सर्फेक्टेन्ट –1.00 ली./हेक्टे. दोनों प्रकार के खरपतवार के लिए।
  • इमेझेथापायर 10 एस.एल. –1.00 ली./हेक्टे. दोनों प्रकार के खरपतवार के लिए।
  • इमेझेथापायर 70% डब्ल्यू.जी+सर्फेक्टेन्ट –100 ग्रा./हेक्टे. घासवर्गीय खरपतवार के लिए।
  • क्विजालोफाप इथाईल 5 ई.सी. –0.75-1.00 ली./हेक्टे. घासवर्गीय खरपतवार के लिए।
  • क्विजालोफाप-पी-इथाईल 10 ई.सी. –375-450 मि.ली./हेक्टे. दोनों प्रकार के खरपतवार के लिए। : Soybean weed control
  • फेनाक्सीफाप-पी- इथाईल 9.3 ई.सी. 1.11 ली./हेक्टे. घासवर्गीय खरपतवार के लिए।
  • क्विजालोफाप-पी-टेफ्युरिल 4.41 ई.सी. 0.75-1.00 ली./हेक्टे. घासवर्गीय खरपतवार के लिए।
  • फ्ल्यूआजीफॉप-पी-ब्यूटाईल 13.4 ई.सी. 1.00-2.00 ली./हेक्टे. घासवर्गीय खरपतवार के लिए।
  • हेलाक्सिफॉप आर मिथाईल 10.5 ई.सी. –1.0-1.25 ली./हेक्टे. घासवर्गीय खरपतवार के लिए।
  • प्रोपाक्विजाफॉप 10 ई.सी. – 500-750 मि.ली./हेक्टे. घासवर्गीय खरपतवार के लिए।
  • क्लेथोडियम 25 ई.सी. –500-700 मि.ली./हेक्टे. घासवर्गीय खरपतवार के लिए।
  • फ्लुथियासेट मिथाईल 10.3 ई.सी. –125 मि.ली./हेक्टे. चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार के लिए। : Soybean weed control

पूर्व मिश्रित खरपतवार के लिए :- 

  • फ्लूआजिआफॉप- पी- ब्यूटाईल + फोमेसाफेन –1.00 ली./हेक्टे. दोनों प्रकार
  • इमाझेथापायर+इमेजामॉक्स –100 ग्रा./हेक्टे.दोनों प्रकार के खरपतवार के लिए।
  • प्रोपाक्विजाफॉप+इमाझेथापायर –2.00 ली./हेक्टे. दोनों प्रकार के खरपतवार के लिए।
  • सोडियम एसीफ्लोरफेन+क्लोडिनाफाप प्रोपारगील –1.00 ली./हेक्टे. दोनों प्रकार के खरपतवार के लिए।
  • फोमेसाफेन+ क्विजालोफाप इथाईल –1.50 ली/हेक्टे. दोनों प्रकार के खरपतवार के लिए।
  • क्विजालोफाप इथाईल + क्लोरीम्यूरान इथाईल+ सर्फेक्टेन्ट –375 मिली +36 ग्रा.+0.2%/हेक्टे. दोनों प्रकार के खरपतवार के लिए।
  • फ्लूथियासेट मिथाईल 2.5% + क्विजालोफाप-इथाईल 10% EC –500 मि.ली./हेक्टे. दोनों प्रकार के खरपतवार के लिए।
  • क्विजालोफाप-इथाईल 7.5% + इमेझेथापायर 15% w/ w EC –500 मि.ली./हेक्टे. दोनों प्रकार के खरपतवार के लिए।

कृषकगण ध्यान दें..!

सभी किसान भाई जिन्होंने मार्क, स्ट्रांगआर्म, अथॉरिटी, मेक्स, वेलर-32 आदि दवाई का स्प्रे करने के लिए जिस पंप का इस्तेमाल किया है उस पंप को अच्छे से यूरिया के घोल से धोकर ही अन्य प्रकार की दवाई के छिड़काव में उपयोग करें। यहां दी गई दवाइयों का उपयोग कृषि विभाग द्वारा दिया गया है। कृषकगण अपने विवेक के अनुसार एवं नजदीकी कृषि विशेषज्ञों से सलाह लेकर ही खरपतवार नाशक दवाइयों का उपयोग करें।

👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।

किसान साथियों  सभी कृषि समाचारों की जानकारी के लिए चौपाल समाचार के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े ..👉 JOIN WhatsApp Group

यह भी पढ़िए…👉45 दिन तक सोयाबीन की फसल में खरपतवार नियंत्रण करने वाली खरपतवार नाशक दवाई के बारे में जानिए ..

👉भारतीय बाजारों में सोयाबीन के भाव में रिकॉर्ड गिरावट, सोपा ने सरकार से कि यह मांग

👉खरीफ फसलों का MSP बढ़ाने के बाद अब पीएम किसान योजना की राशि बढ़ाएगी सरकार, देखें डिटेल

प्रिय पाठकों…! 🙏 Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.

Leave a Comment