गन्ने की फसल में लगने वाले पोक्का बोइंग फफूंद जनित रोग के लक्षण, रासायनिक उपचार एवं घरेलू उपचार

आइए जानते है, गन्ने की फसल में लगने वाले फफूंद जनित पोक्का बोइंग रोग (Sugarcane Crop Disease) के नियंत्रण के बारे में पूरी जानकारी..

👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।

Sugarcane Crop Disease | पोक्का बोईंग गन्ने का एक फफूंद जनित रोग है। यह रोग गन्ने की उपरी भाग को प्रभावित करता है। जिससे पौधे की विकास एंव वृद्धि रुक जाती है।

हल्की वर्षा के बाद नमी के वातावरण में यह रोग तेजी से फैलता है। जिससे फसल की उत्पादकता कम हो जाती है। गन्ने की कोशा- 0238 प्रजाति पर इसका प्रभाव अधिक दिखाई देता है।

इस रोग के रोगाणु हवा के माध्यम से गन्ने की फसल में तेजी से फैलते हैं। 25 से 35 डिग्री सेल्सियस तापमान और वातावरण में 75 से 85 प्रतिशत नमी इस रोग के फैलने के लिए अधिक अनुकूल रहती है।

अगर इस रोग का समय पर उपचार नहीं किया गया तो गन्ने कि फसल की उत्पादकता पर अत्यंत विपरीत प्रभाव पड़ता है। इसलिए आइए जान लेते है पोक्का बोइंग रोग Sugarcane Crop Disease की पूरी जानकारी..

क्या है पोक्का बोईंग रोग के लक्षण?

पोक्का बोईंग से प्रभावित फसल में तीन प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं। शुरूआती अवस्था में प्रभावित पौधे की नई पत्तियां पीली Sugarcane Crop Disease होने लगती हैं।

दूसरी अवस्था मे ग्रसित पौधे की पत्तियां मुडकर रस्सी जैसी हो जाती हैं। इसमें पत्तियां मुड़ने जाती है और एक दूसरे पत्तियां से लिपट जाती है।

इसमें गोभ की पत्तिया अन्य पत्तियों के अपेक्षा छोटी रह जाती हैं। रोग अधिक बढ़ने के कारण ग्रसित पौधे के ऊपरी भाग में लालपन, पीलापन और चाबूक जैसी आकृति दिखाई देने लगती है और सड़कर गिरने लगती हैं।

गौला ठूंठ के जैसा दिखाई देने लगता है। इसके बाद गन्ना सूखने लगता है। जिसकी वजह से गन्ने की लंबाई में वृद्धि नही हो पाती और उत्पादन में काफी गिरावट आ जाती है। Sugarcane Crop Disease

👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।

पोक्का बोईंग रोग नियंत्रण के लिए दवाई कौन सी डालें

बुवाई से पहले बावस्टीन से गन्ने को उपचारित करें। खेतों में जैविक हाइड्रो कार्ड का प्रयोग करेढ रोगग्रस्त पौधे को उखाड़ कर नष्ट कर दें।

गन्ना की फसल Sugarcane Crop Disease के पोक्का बोईंग रोग पर नियंत्रण के लिए एक किलोग्राम कॉपर ऑक्सीक्लोराइड की मात्रा को 300 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।

कार्बेन्डाजिम एवं मैंकोजेब की एक किलोग्राम मात्रा को 300 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करना लाभकारी है।

इसके अतिरिक्त टेबकोनाजॉल की 250 मिलीलीटर मात्रा को 300 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करना लाभदायक रहता है।

पोक्का बोईंग रोग के घरेलू उपचार

पोक्का बोईंग पर घरेलू उपचार Sugarcane Crop Disease भी प्रभावी होते हैं। इसके उपयोग के लिए किसान को 1 बोर्डेक्स मिक्सचर तैयार करना होगा।

इसे तैयार करने के लिए किसान पांच लीटर पानी और एक किलो बुझा हुआ चूने को एक घड़े में डालें। इसके साथ ही एक किलो नीला थोथा 105 लीटर की क्षमता वाले प्लास्टिक के टैंक में घोल लें।

गन्ने की फसल पर स्प्रे के एक घंटे पूर्व चूने के पानी को नीले थोथा वाले टैंक में डालकर लकड़ी की सहायता से घोल दें। इसके बाद इस घोल में लोहे की छड़ को पांच मिनट के लिए डालकर रख दें। Sugarcane Crop Disease

अगर लोहे की छड़ पर लाल रंग दिखाई देने लगे तो इस घोल में चूना पानी की मात्रा को ओर बढ़ा लें। इस घोल का छिड़काव गन्ने की फसल पर डेढ़ घंटे के अन्दर करने पर ही लाभकारी होता है।

दूसरी विधि में लगभग दस दिन राम का उपयोग किया जाता है। इस मट्ठे में एक सप्ताह तक तांबे का एक टुकड़ा डालकर रख दें।

Sugarcane Crop Disease ; एक सप्ताह बाद इस टुकड़े को निकालकर सौ लीटर पानी और तीन लीटर मट्टा मिलाकर गन्ने की ग्रसित फसल पर छिड़काव कर दें। घरेलू उपचार सस्ते और प्रभावी होते हैं।

खेती किसानी की नई नई जानकारी से अपडेट रहने के लिए आप हमारे व्हाट्सएप चैनल को फॉलो कर सकते है।

एच आई पूसा ओजस्वी 1650 गेंहू किस्म की अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें..

👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।

यह भी पढ़िए….👉गेंहू एचआई 1650 के बाद लॉन्च हुई इस नई किस्म की डिमांड बड़ी, जानिए क्या इसमें खास…

👉बंपर उत्पादन देने वाली आलू की 3 नई किस्में रिलीज की गई

👉 पूसा बासमती 1718 सहित उच्चतम विदेशी मुद्रा अर्जित करने वाली बासमती धान की 3 किस्मों के बारे में जानें..

👉 किसानों को मिलेगा तगड़ा मुनाफा, धान की यह किस्म देगी बंपर पैदावार, जानें खासियतें..

प्रिय पाठकों…! 🙏 Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.

Leave a Comment