वर्मीखाद इकाई योजना (Vermicompost Unit Scheme) के तहत किसानों को जैविक खाद बनाने पर दिया जायेगा अनुदान। जानिए योजना का लाभ लेने की प्रोसेस।
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Vermicompost Unit Scheme | कृषि उत्पादन में जैविक खादों का महत्व दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इसी दिशा में किसानों को प्रोत्साहित करने और रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम करने हेतु वर्मीखाद इकाई योजना की शुरुआत की गई है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को कम लागत में जैविक खाद उपलब्ध कराना, उनकी आय में वृद्धि करना और प्राकृतिक कृषि को बढ़ावा देना है। वर्मीखाद एक प्रकार की जैविक खाद है, जिसे केंचुओं की सहायता से गोबर आदि से तैयार किया जाता है।
वर्मीखाद का उपयोग मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में सहायक है। राजस्थान सरकार प्रदेश के किसानों को वर्मीखाद उत्पादन इकाइयों की स्थापना हेतु अनुदान तथा तकनीकी सहायता भी प्रदान कर रही है।
वर्मीखाद ईकाई योजना (Vermicompost Unit Scheme) के अंतर्गत किसानों को 50 हजार रूपये की सब्सिडी मुहैया कराया जा रहा है। अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते है तो, आइए आपको बताते है किसानों को जैविक खाद पर किस प्रकार अनुदान दिया जायेगा…
क्या है वर्मी खाद ?
Vermicompost Unit Scheme | वर्मीखाद एक तरह की जैविक खाद है, जो केंचुओं की मदद से बनती है। जब केंचुए गोबर, सूखे पत्ते, सब्जियों के छिलके जैसे कचरे को खाते हैं, तो उसे पचाकर बहुत ही पोषक खाद में बदल देते हैं।
इस खाद को ही वर्मीखाद कहते हैं। यह मिट्टी को उपजाऊ बनाती है, पौधों को ताकत देती है और खेती में रासायनिक खाद की जरूरत कम कर देती है। वर्मीखाद से फसलें जल्दी बढ़ती हैं और अच्छी गुणवत्ता की होती हैं। साथ ही वर्मीखाद मिट्टी में जरूरी पोषक तत्व बढ़ाता है और उसकी गुणवत्ता सुधारता है।
किसानों के लिए क्यों फायदेमंद है वर्मीखाद?
Vermicompost Unit Scheme | फसलों के लिए वर्मीखाद एक प्रकार का वरदान माना जाता है। इससे मिट्टी सहित फसलों को कई तरह के फायदे होते है। वर्मीखाद से होने वाले फायदे कुछ इस प्रकार से है :-
फसल की पैदावार बढ़ाता है : वर्मीखाद से पौधे जल्दी बढ़ते हैं और अच्छी फसल मिलती है।
मिट्टी को उपजाऊ बनाता है : वर्मीखाद मिट्टी में जरूरी पोषक तत्व बढ़ाता है और उसकी गुणवत्ता सुधारता है।
पानी बचाता है : वर्मीखाद मिट्टी में नमी बनाए रखता है, जिससे सिंचाई कम करनी पड़ती है।
रासायनिक खाद की जरूरत कम करता है : इससे खेती प्राकृतिक और सुरक्षित बनती है, जिससे जमीन भी खराब नहीं होती। : Vermicompost Unit Scheme
पर्यावरण के लिए अच्छा है : वर्मीखाद बनाने में कचरा (जैसे गोबर, पत्ते, सब्जी के छिलके) काम आता है, जिससे गंदगी भी कम होती है।
कम लागत में अच्छी कमाई : किसान वर्मीखाद बनाकर खुद इस्तेमाल कर सकते हैं या बाजार में बेचकर अच्छी आमदनी भी कर सकते हैं।
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वर्मीखाद ईकाई योजना राजस्थान की विशेषताएं
राजस्थान सरकार की वर्मीखाद इकाई योजना (Vermicompost Unit Scheme) के तहत किसानों को जैविक खाद उत्पादन के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है। योजना के अंतर्गत वर्मीखाद इकाई का निर्माण होने के बाद उसकी भौतिक जांच एक समिति द्वारा की जाती है।
सत्यापन पूर्ण होने के बाद अनुदान की राशि सीधे किसान के बैंक खाते में स्थानांतरित की जाती है। वर्मीखाद उत्पादन में केंचुए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, इसलिए केंचुओं की उपलब्धता अनिवार्य है।
यह योजना (Vermicompost Unit Scheme) किसानों को कम लागत में गुणवत्तापूर्ण खाद उत्पादन में मदद करती है, जिससे खेती की उत्पादकता और लाभ में वृद्धि होती है।
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योजना के अंतर्गत किस प्रकार मिलेगा अनुदान?
वर्मीखाद ईकाई योजना (Vermicompost Unit Scheme) के अंतर्गत राजस्थान के किसानों को RCC निर्माण वाली वर्मीखाद और HDPE वर्मी बेड इकाई पर अनुदान दिया जायेगा, जो की इस प्रकार से है :-
RCC निर्माण वाली वर्मीखाद इकाई : योजना में 30 फीट × 8 फीट × 2.5 फीट वाले बेड के आकार पर अधिकतम 50,000 रुपए (इकाई लागत का 50%) का अनुदान दिया जायेगा। बता दें की, सब्सिडी इकाई के आकार के अनुसार तय होगी।
HDPE वर्मी बेड इकाई : योजना के अंतर्गत 12 फीट × 4 फीट × 2 फीट वाले बेड के आकार पर अधिकतम 8,000 रुपए (इकाई लागत का 50%) का अनुदान दिया जायेगा। हालांकि, सब्सिडी (Vermicompost Unit Scheme) इकाई के आकार पर निर्भर करती है।
योजना का लाभ लेने के लिए पात्रता एवं जरूरी दस्तावेज
योजना की पात्रता : योजना (Vermicompost Unit Scheme) का लाभ लेने के लिए सबसे पहले आवेदक राजस्थान का मूल निवासी होना चाहिए। किसान के पास न्यूनतम 4 हेक्टेयर भूमि पर बागवानी फसल उगाई जानी चाहिए। इसके अलावा किसान के पास पशुधन, पानी और जैविक अपशिष्ट (फॉसिल्स) होना जरूरी है।
योजना में आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज : वर्मीखाद ईकाई योजना में आवेदन करने के लिए किसानों को योजनांतर्गत आवेदन करना होगा। आवेदन के समय आधार कार्ड, जन आधार कार्ड, जमाबंदी की प्रति (6 महीने से अधिक पुरानी न हो) और बैंक पासबुक की कॉपी अवश्य साथ रखें।
वर्मीखाद ईकाई योजना में ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया : सबसे पहले योजना (Vermicompost Unit Scheme) के सरकारी पोर्टल (https://rajkisan.rajasthan.gov.in/) पर जाएं। यहां “Register” पर क्लिक करें। इसके बाद“Citizen” चुनें और जन आधार या गूगल आईडी से लॉगिन करें और अंत में ओटीपी वेरिफिकेशन करके SSO ID बनाएं और रजिस्ट्रेशन पूरा करें।
आवेदन प्रक्रिया : पोर्टल पर लॉगिन करें और RAJ-KISAN ऑप्शन चुनें। यहां “Application Entry Request” में जाएं। जनाधार या भामाशाह आईडी डालें और योजना का चयन करें। आधार सत्यापन करें, आवश्यक जानकारी भरें और दस्तावेज अपलोड कर सबमिट करें।
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यह भारतीय कृषि समाज को अग्रसर करनें वाली सर्वोत्तम सरकारी योजनाओं में से एक है और इस योजना का उपयुक्त लाभ योगदानकर्ता द्वारा स्वयं एवं अन्य कृषकों को भी इसका इस्तेमाल कर
सफलतापूर्वक संपन्नता कि राह पर चलते हुए अग्रसर हो।
धन्यवाद,
दीपक कुमार बजाज 🙏🌹