गेहूं की नई वैरायटी GW 513 ने धूम मचाई, मंडी में हाई रेट में बिक रहा, वर्तमान भाव एवं विशेषताएं जानिए..

लोकवन, पूर्णा गेहूं के साथ गेहूं की नवीनतम वैरायटी अच्छे भाव Wheat GW 513 bhav बिक रही है, आईए जानते हैं इसके भाव..

Wheat GW 513 bhav | कृषि वैज्ञानिक कड़ी मेहनत एवं रिसर्च के पश्चात गेहूं एवं अन्य फसलों के बीज तैयार करते हैं। इसके बाद इन्हें ट्रायल के तौर पर बोया जाता है। पैदावार गुणवत्ता एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता ठीक रहने के बाद यह नवीन वैरायटी किसानों को दी जाती है। इनमें से कुछ वैरायटी स्थापित हो जाती है एवं कुछ वैरायटी मौसम, क्षेत्र, भूमि, जलवायु में फिट नहीं बैठने के कारण चलन से बाहर हो जाती है।

रबी सीजन में गेहूं की खेती सुरक्षित मानी जाती है, इसलिए पिछले कुछ वर्षों के दौरान गेहूं का रकबा लगातार बड़ा है। चपाती बनाने के लिए उपयुक्त गेहूं के अलग-अलग वैरायटियों (Wheat GW 513 bhav) में जैसे लोकवन, शरबती एवं जीडब्ल्यू 322 एवं कुछ अन्य किस्में अब स्थापित हो चुकी है।

इन किस्मों के अतिरिक्त एक वर्ष पहले गुजरात से रिलीज हुई जीडब्ल्यू 513 किस्म ने भी किसानों को अच्छा फायदा पहुंचाया है। जैसे-जैसे किसानों एवं आम लोगों को इस किस्म की विशेषताएं पता चल रही है वैसे-वैसे किस किस्म की डिमांड बढ़ रही है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वर्तमान में इस वैरायटी के भाव (Wheat GW 513 bhav) भी मंडियों में अधिक बने हुए हैं। आइए जानते हैं गेहूं की इस नवीनतम किस्म की प्रमुख विशेषताएं एवं वर्तमान भाव..

जीडब्ल्यू 513 की विशेषताएं

Wheat GW 513 bhav | देश में चपाती / बिस्कीट वाले गेहूँ की मांग निरन्तर बढ़ती जा रही है जो कि वैज्ञानिक एवं सरकार के लिये भविष्य में एक चिंता का विषय है ऐसी परिस्थिति में कृषक कम ऊँचाई वाली अधिकतम उत्पादन देने वाली अधिकतम बाजार भाव देने वाली किस्म जो कि इसे खाने वाले उपभोक्ताओं को भी स्वाद एवं पोषक तत्व भी प्रदान कर पूरी संतुष्टी प्रदान कर सके। इन सब भावनाओं एवं आवश्यकताओं को किस्म पूरा करने में सक्षम है।

गेहूं की इस किस्म (Wheat GW 513 bhav) को चपाती एवं बिस्कीट हेतु सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इसकी सेडिमेटेशन वेल्यू लगभग (41) है जो कि श्रेष्ठ चपाती गुणवत्ता की पुष्टी करती है। इस किस्म में जिंक (39.00 पी.पी.एम.)आयरन ( 36.00 पी.पी.एम.) व प्रोटीन (11% ) की मात्रा अधिकतम होने से इस किस्म में स्वाद एवं पोष्टीकता एवं उच्च उत्पादन का एवं अधिकतम बाजार भाव जिससे किसानों को अधिकतम आय ऐसा अद्भूत संयोजन एक साथ दिखाई देता है।

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जीडब्ल्यू 322 से बेहतर है यह किस्म

Wheat GW 513 bhav | गुजरात के केन्द्र से पूर्व में जारी गेंहू किस्म जीडब्ल्यू 322 ने अपनी उच्च उत्पादन क्षमता के कारण खाने वाले गेंहू के क्षेत्र में एक बहुत बड़ा नाम व भारी लोकप्रियता प्राप्त की है। किंतु इस किस्म में दाना कम चमक वाला बदरंग होता है। जिससे मंडी भाव कम पौधे की ऊंचाई अधिक होने से आड़ा होने की समस्या व 10 वर्ष से अधिक अवधि होने के कारण कई समस्याएं 322 किस्म में आ रही थी जिसके कारण किसान भाई इन कमियों को मद्देनजर रखकर एक परिपूर्ण किस्म का इंतजार कर रहे थे।

इस कारण गुजरात के वैज्ञानिकों ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए गहन रिसर्च के पश्चात् गेहूँ Wheat GW 513 bhav की उपरोक्तानुसार कमियों का ध्यान रखते हुए यह परिपूर्ण (परफेक्ट) किस्म जी.डब्ल्यू. 513 विकसित की है। 513 किस्म को चपाती वाले गेहूँ उत्पादन में एक नई क्रांति के रूप में देखा जा रहा है जो कि परम्परागत किस्मों को विस्थापित कर अपना एक उच्च स्थान व एक बड़ा क्षेत्र बनाने में शीघ्र सफल होगी।

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Wheat GW 513 bhav | देशभर में दूसरे नंबर पर है यह वैरायटी

गेहूँ की इस किस्म में अपनी चेक किस्म जी. डब्ल्यू. 322 से लगभग 18 से 21 प्रतिशत अधिक उत्पादन देकर ए.आई.सी.आर.पी नेटवर्क के अन्तर्गत पूरे भारत में लगाई जाने वाली गेहूँ की किस्मों में उत्पादन के आधार पर प्राप्त परिणामों के अनुसार ऑल इंडिया रेकिंग में दूसरा स्थान प्राप्त कर स्वयं अपनी तकनीकी सर्वश्रेष्ठता सिद्ध कर दी है। इस किस्म का उत्पादन लगभग 77.80 क्विंटल हेक्टेयर प्राप्त हुआ है। किंतु व्यवहारिक रूप से किसानों द्वारा इसे 85 क्विंटल हेक्टेयर से भी अधिक बताया गया है।

इस किस्म का हेक्टोलीटर वेट (78.00) है जो कि उच्च स्तर का है। जी. डब्ल्यू. 513 किस्म (Wheat GW 513 bhav)की अवधि 322 किस्म से काफी कम है। क्षेत्र व परिस्थिति अनुसार 105 से 117 दिवस है जिससे कम से कम 1 सिंचाई की बचत परम्परागत पुरानी शरबती किस्मों में ऊँचाई अधिक होने से आड़ा पड़ने का डर व भारी नुकसान की संभावना, उत्पादन कम होने से मिलने वाले आर्थिक लाभ में भी निरन्तर कमी इन कारणों से परम्परागत एवं पुरानी शरबती किस्मों का रकबा निरन्तर घटता जा रहा है।

मंडी में अधिक दाम पर बिकने वाली किस्म है GW 513

Wheat GW 513 bhav | देश में चपाती वाले गेहूँ की मांग निरन्तर बढ़ती जा रही है जो कि वैज्ञानिक एवं सरकार के लिये भविष्य में एक चिंता का विषय है ऐसी परिस्थिति में कृषक कम ऊँचाई वाली अधिकतम उत्पादन देने वाली अधिकतम बाजार भाव देने वाली किस्म जो कि इसे खाने वाले उपभोक्ताओं को भी पूरा स्वाद एवं पोषक तत्व भी प्रदान कर पूरी संतुष्टी प्रदान कर सके।

इन सब भावनाओं एवं आवश्यकताओं को जी. डब्ल्यू. 513 किस्म पूरा करने में सक्षम है क्योंकि इस किस्म Wheat GW 513 bhav को चपाती एवं बिस्कीट हेतु सर्वश्रेष्ठ माना गया है।इसकी सेडिमेटेशन वेल्यू लगभग ( 41 ) है जो कि श्रेष्ठ चपाती गुणवत्ता की पुष्टी करती है।

इस किस्म में जिंक (39.00 पी.पी.एम.) आयरन ( 36.00 पी.पी.एम.) व प्रोटीन ( 11% ) की मात्रा अधिकतम होने से इस किस्म में स्वाद एवं पोष्टीकता एवं उच्च उत्पादन का एवं अधिकतम बाजार भाव जिससे किसानों को अधिकतम आय ऐसा अद्भूत संयोजन एक साथ दिखाई देता है जो कि गेहूँ की जी. डब्ल्यू. 513 किस्म को चपाती वाले गेहूँ उत्पादन में एक नई क्रांति के रूप में देखा जा रहा है जो कि परम्परागत किस्मों को विस्थापित कर अपना एक उच्च स्थान व एक बड़ा क्षेत्र बनाने में शीघ्र सफल होगी।

गेहूं जीडब्ल्यू 513 के मंडी भाव (Wheat GW 513 bhav)

गेहूं की इस नवीनतम वैरायटी को पिछले वर्ष किसानों ने बोया था, अच्छी पैदावार होने के बाद इस वर्ष किसानों ने इस वैरायटी को अधिक मात्रा में बोया। किसानों ने बताया कि इस वर्ष प्रतिकूल मौसम के बावजूद इस वैरायटी की पैदावार अच्छी हुई। इतना ही नहीं किसानों को इस वैरायटी का मंडी में भी अच्छा भाव मिल रहा है। मंडी में इस वैरायटी का भाव 2700 रुपए प्रति क्विंटल Wheat GW 513 bhav से अधिक। पिछले दिनों उज्जैन मंडी में जीडब्ल्यू 513 वैरायटी का गेहूं 2831 रुपए प्रति क्विंटल बिका।

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