एमपी में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी शुरू हो चुकी है, भुगतान (Wheat Purchase Payment) को लेकर इस वर्ष यह व्यवस्था रहेगी..
👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।
Wheat Purchase Payment | रबी विपणन वर्ष 2025-26 के लिए मध्य प्रदेश के साथ-साथ उत्तर प्रदेश और राजस्थान में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी शुरू हो चुकी है। इन तीनों राज्यों में गेहूं का समर्थन मूल्य अलग-अलग है।
यूपी में जहां 2425 रुपए प्रति क्विंटल के मन से खरीदी हो रही है, वहीं मध्य प्रदेश में 2600 एवं राजस्थान में 2575 रुपए प्रति क्विंटल के मन से गेहूं के खरीदी हो रही है।
मध्य प्रदेश में समर्थन पर मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिए पंजीयन हो रहे हैं। एमपी में समर्थन मूल्य पर गेहूं विक्रय के लिए अंतिम तिथि 5 जून निर्धारित की गई है। वहीं यूपी में 17 जून तक समर्थन मूल्य पर गेहूं के खरीदी की जाएगी। Wheat Purchase Payment
मध्य प्रदेश सरकार ने इस वर्ष गेहूं का गेहूं के समर्थन मूल्य पर 175 रुपए बोनस दिए जाने की घोषणा की है। इसके साथ-साथ प्रदेश सरकार ने भुगतान को लेकर उत्तर प्रदेश मॉडल अपनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं, आईए जानते हैं डिटेल..
𝟐𝟔𝟎𝟎 रु. क्विंटल की दर से हो रही गेहूं खरीदी
मध्य प्रदेश सरकार ने गेहूं उत्पादक किसानों को बड़ा तोहफा देते हुए उपज खरीद के दाम को बढ़ा दिया है। मध्य प्रदेश सरकार इस वर्ष 𝟐𝟔𝟎𝟎 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीद रही है। बता दें कि गेहूं खरीद के लिए केंद्र सरकार ने एमएसपी 2,425 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। लेकिन मप्र सरकार एमएसपी से ज्यादा दाम पर किसानों से गेहूं की खरीद करेगी। Wheat Purchase Payment
गेहूं उपार्जन के लिए 31 मार्च तक होगा पंजीयन
समर्थन मूल्य पर गेहूं की बिक्री के लिए किसान 31 मार्च तक पंजीयन करा सकते हैं। राज्य सरकार ने किसानों से आग्रह किया है कि गेहूं की विक्री के लिए समय-सीमा में पंजीयन जरूर कराएं। Wheat Purchase Payment
👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।
एमपी में भुगतान समय पर नहीं होने से कम होती है खरीदी
मध्य प्रदेश में समय पर भुगतान नहीं होने के कारण न्यूनतम समर्थन मूल्य पर काम खरीदी होती है। प्रदेश में अभी भुगतान में औसत पांच से सात दिन लगते हैं। जबकि, कुछ मामलों में 15 दिन से अधिक का समय लग जाता है। Wheat Purchase Payment
यही स्थिति गेहूं के अलावा धान की खरीदी के दौरान भी बनती है। भुगतान में विलंब से उन किसानों को परेशानी अधिक होती है, जिनकी जोत छोटी होती है। कई किसान तो केवल इसी वजह से उपार्जन केंद्रों पर उपज नहीं बेचते हैं क्योंकि भुगतान में विलंब होता है।
मध्य प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर पिछले वर्ष गेहूं खरीदी के दौरान सबसे अधिक समस्या भुगतान को लेकर आई थी। पिछले वर्ष समय पर भुगतान नहीं होने की कई शिकायतें सीएम हेल्पलाइन पर किसानों ने दर्ज करवाई थी। Wheat Purchase Payment
प्रदेश सरकार द्वारा इस वर्ष भुगतान पर विशेष ध्यान देने के निर्देश जारी कर दिए हैं। अधिकारियों ने निर्देश दिए हैं कि इस बात का विशेष ध्यान रखें कि गेहूं खरीदने के बाद जल्द से जल्द किसानों को इसका भुगतान किया जाए।
भुगतान को लेकर यूपी मॉडल अपनाएगी मप्र सरकार
उपार्जन के पश्चात भुगतान में देरी से किसानों को होने वाली परेशानी को देखते हुए अब मप्र सरकार उत्तर प्रदेश का माडल अपनाने जा रही है। वहां 48 घंटे में भुगतान की व्यवस्था बनाई गई है। बताया जा रहा है कि इसके लिए खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों का एक दल ने उत्तर प्रदेश पहुंचकर विस्तृत अध्ययन किया है। Wheat Purchase Payment
मप्र खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों का कहना है कि भुगतान की व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाना है, ताकि किसानों को परेशानी न हो। उप्र में भुगतान 48 घंटे में करने की व्यवस्था है।
यूपी में गेहूं खरीदी भुगतान की यह है व्यवस्था
यूपी में अब तक प्रदेश के 2.65 लाख से अधिक किसानों ने पंजीकरण करा लिया है। गेहूं की बिक्री के लिए किसानों को खाद्य व रसद विभाग के पोर्टल fcs.up.gov.in या विभाग के मोबाइल ऐप UP Kishan Mitra पर पंजीकरण-नवीनीकरण कराना अनिवार्य है। Wheat Purchase Payment
गेहूं खरीदी के पश्चात भुगतान को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसानों को 48 घंटे के भीतर भुगतान कर दिए जाएं।
सीएम ने जोर दिया है कि क्रय केंद्रों पर आने वाले किसानों के लिए भी समुचित व्यवस्था की जाए। उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो। मोबाइल केंद्र के माध्यम से किसानों के गांवों में जाकर भी खरीद होगी। इस वर्ष भी बटाईदार किसानों द्वारा भी पंजीकरण कराते हुए गेहूं की बिक्री की जा सकेगी। Wheat Purchase Payment
कृषि योजना खेती किसानी, मंडी, भाव लेटेस्ट बिजनेस एवं टेक की जानकारी के लिए आप
👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।
यह भी पढ़िए…👉सीएम यादव ने तराना से 2490 करोड़ की परियोजना का किया लोकार्पण, किसानों को मिलेगा यह लाभ…
चना, मसूर एवं सरसों के उपार्जन हेतु पंजीयन की तारीख बढ़ी, 2 दिनों के भीतर फटाफट करें पंजीयन
👉 एमपी के बाद अब यूपी में शुरू हुआ गेंहू उपार्जन का कार्य, पंजीयन अनिवार्य, यह रहेंगे नियम…
👉पशुपालकों के लिए खास योजना: गाय और भैंस पर मिलेगी 90% सब्सिडी, कैसे एवं कहां करें अप्लाई, जानें
प्रिय पाठकों…! 🙏 Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.