अब तक की सबसे बेस्ट गेहूं वैरायटी, खाने के लिए सर्वोत्तम, यह लोकवन का स्थान लेगी, पढ़िए इसकी सभी विशेषताएं..

कृषि वैज्ञानिकों के अथक प्रयासों से विकसित हुई एच आई 1650 गेहूं की किस्म (1650 Wheat Variety) के बारे में जानिए..

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1 कृषि वैज्ञानिकों के अथक प्रयासों से विकसित हुई एच आई 1650 गेहूं की किस्म (1650 Wheat Variety) के बारे में जानिए..

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1650 Wheat Variety | गेहूं की प्रसिद्ध वैरायटी में लोक वन का स्थान सर्वोत्तम है। इस वैरायटी का स्थान अभी तक कोई नहीं ले पाया है, लेकिन अब एच आई 1650 वैरायटी जो की पूसा ओजस्वी (Pusa Ojaswi) के नाम से प्रसिद्ध हुई है। यह वैरायटी इसका स्थान लेने में सक्षम है।

गेहूँ की यह नवीनतम, एडवांस किस्म किसानों की सभी आवश्यकताओं एवं देश में बढ़ती ब्रेड, बिस्किट एवं चपाती वाले गेहूँ की मांग को पूरा करने में एक मील का पत्थर साबित होगी।

किसान अब तक गेहूँ किस्म एच. आई. 1544 (पूर्णा) के बाद एक ऐसी चमत्कारी, असाधारण खाने वाली गेहूं किस्म का इंतजार कर रहे थे, ऐसे किसानों का इंतजार अब खत्म हो चुका है।

पूर्णा या अन्य परम्परागत चपाती वाली किस्मों से अधिक उत्पादन, ज्यादा बाजार भाव, अच्छा सुडौल आकर्षक दाना, कम ऊँचाई व कम बीज दर व जल्दी व कम सिंचाई में भी आने वाली, बीमारियों के प्रति प्रतिरोधकता वाली ऐसे सभी गुणों से सम्पन्न एच आई 1650 गेहूं की वैरायटी किसने की सभी आवश्यकताओं को पूरा करेगी। इस (1650 Wheat Variety) वैरायटी की पैदावार क्षमता से लेकर सिंचाई एवं अन्य सभी विशेषताओं के बारे में आइए जानते हैं..

गेहूँ एच. आई. – 1650 (पूसा ओजस्वी)

गेहूँ की यह अतिविशिष्ट नई जनरेशन कि किस्म पर पूसा नई दिल्ली के द्वारा कई वर्षों के गहन रिसर्च एवं वैज्ञानिकों की टीम द्वारा भारी खर्च वाले अनुसंधान कार्य के पश्चात् इस (1650 Wheat Variety) किस्म को जारी किया गया।

इस किस्म का गजट नोटिफिकेशन क्रमांक एस. ओ. 1056 (E) दिनांक 06.03.2023 है। इस वर्ष इस किस्म का प्रजनक (ब्रीडर) बीज उपलब्ध है, उसका पूरा व सही लाभ किसानों को मिले। इसके लिए पूसा संस्थान ने एम ओ यू साइन किए हैं।

माना जा रहा है कि आल इन वन इस (1650 Wheat Variety) किस्म का फायदा सभी किसान उठाएं। किसानों की अपेक्षा के अनुरूप गेहूँ अनुसंधान केन्द्र (IARI) द्वारा जो कि पूसा नई दिल्ली का एक सहयोगी संस्थान है, इस संस्थान ने गेहूं बीज उपलब्ध कराए हैं।

देश के इन क्षेत्रों के लिए अनुशंसित

वर्षों के गहन अनुसंधान के पश्चात गेहूँ की बॉयो फोर्टीफाईड किस्म एच.आई. – 1650 ( पूसा ओजस्वी 1650 Wheat Variety) देश के मध्य क्षेत्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, बुंदेलखंड क्षेत्र हेतु अनुशंसित है। गेहूं की यह वैरायटी समय पर बोनी हेतु चपाती, ब्रेड, बिस्किट के लिये उपयुक्त हाल ही में जारी की है।

एच आई 1650 (पूसा ओजस्वी) की विशेषताएं

गेहूं की इस किस्म (1650 Wheat Variety) का दाना सुडोल, चमकदार, आकर्षक, लम्बाकार रंग अम्बर ( सुनहरा), 1000 दानो का वजन लगभग 50 ग्राम, बाली में दाने खिरने की समस्या नहीं, बॉयो फोर्टिफाईड किस्म होने से इसमें जिंक ( 42.7), आयरन (39.5) पी.पी.एम. एवं प्रोटीन (11.4%) मौजूद है। इस किस्म में पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में है जो कि देश में कुषोषण की समस्या को दूर करने में भी यह किस्म एक महत्वपूर्ण योगदान देगी।

एच आई 1650 (पूसा ओजस्वी) का बीज दर

इस किस्म (1650 Wheat Variety) की बीज दर 100 किलो हेक्टेयर या 40 किलो एकड़ है एवं लाईन से लाईन की दूरी 20 से.मी. रखना उचित रहेगा यह किस्म कम बीज दर, कम सिंचाई व कम दिवस में आने के कारण कम लागत पर अधिकतम उत्पादन व अच्छे बाजार भाव जिससे किसान को अधिकतम आय होगी।

ऐसी हरफनमौला किस्म आज हर किसान की आवश्यकता है व बढ़ते जीवन स्तर के कारण अच्छी क्वालिटी के गेहूँ की चपाती, बिस्किट, ब्रेड मार्केट में बड़ी माँग के कारण इसके उत्पादन की असीम संभावनाएं है, इन सब असाधारण गुणों के कारण यह किस्म हर किसान की पहली पसंद बनकर पूरे क्षेत्र में शीघ्र ही अच्छादित हो जावेगी।

एचआईवी 1650 में उर्वरक एवं सिंचाई

गेहूं की वैरायटी (एच आई 1650 Wheat Variety) 1 नवम्बर से 25 नवम्बर तक समय पर बोनी करने पर तथा संतुलित मात्रा में उवर्रक एन.पी.के. 120:60:40 तथा अनुशंसित मात्रा में जिंक तथा समय – समय पर 4-5 सिंचाई देने पर आदर्श परिणाम।

एचआईवी 1650 की पैदावार (उत्पादन)

इस किस्म (1650 Wheat Variety) का अधिकतम उत्पादन आदर्श परिस्थिति में लगभग 73 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है पर व्यवहारिक रूप से कुछ किसानों द्वारा इस किस्म का चमत्कारी उत्पादन 17 क्विंटल बीघा तक भी लिया गया है।

इस किस्म का पौधा भरा हुआ पत्तियाँ चौड़ी व टिलरिंग अधिक होने से किसानों को अधिक भूसा भी प्राप्त होगा जो कि किसानों को एक अतिरिक्ति आय का लाभ भी निश्चित रूप से देगा।

एच आई 1650 की पहचान

इस किस्म (1650 Wheat Variety) की बाली सफेद, पत्तियाँ चौड़ी, सतह मोमी, मजबूत पर्ण झूके हुए तथा पौधा मध्यमऊँचाई का लगभग 90-92 से.मी. पौधा कम ऊँचाई का होने से आड़ा (लाजिंग) पड़ने की समस्या नहीं जिससे अप्रत्यक्ष रूप से उत्पादन में बढ़ोतरी होगी।

एचआई 1650 वैरायटी की अवधि (उम्र)

किसानी आंकड़ों व जानकारी ने अनुसार यह (1650 Wheat Variety) एक अर्ली किस्म अवधि लगभग 115 से 120 दिन होने से 2-3 सिंचाई में भी अच्छे मजबूत जड़ तंत्र होने के कारण इस किस्म ने अच्छा उत्पादन दिया है। यह किस्म लगभग 23 सभी मुख्य स्टेम रस्ट एवं लीफ रस्ट के लिये प्रतिरोधक किस्म है तथा पाला अवरोधक किस्म होने पाला व बिमारियों से नुकसान की संभावना भी कम रहती है।

रोटी चपाती बनाने के लिए उपयुक्त किस्म

गेहूं की यह किस्म (1650 Wheat Variety) रोटी सफेद, मुलायम, स्वादिष्ट, ब्रेड, बिस्किट एवं अन्य बेकरी आयटम के लिये अत्यंत उपयुक्त है, क्योंकि इस किस्म की चपाती क्वालिटी एवं बिस्किट क्वालिटी इन्डेक्स लगभग 7.9 है तथा इस किस्म की सेडीमेटेशन वल्यू (39.00ML) है जो कि इस किस्म को चपाती, ब्रेड, बिस्किट हेतु एक सर्वोत्तम किस्म होने के दावे की तकनीकी रूप से भी पुष्टि करती है।

एचआई 1650 वैरायटी के संबंध में जरूरी तथ्य

गेहूं की इस (1650 Wheat Variety) वैरायटी का फायदा अधिक से अधिक किसानों को मिले इसके लिए पूसा संस्थान ने एक विशेष अनुबंध (MOU) के तहत कुछ निर्धारित शर्तों पर कुछ चुनी हुई बीज उत्पादक कम्पनियों को इसका प्रजनक बीज, प्रगुणन ( उत्पादन ) एवं विक्रय के लिये दिया गया जिसके प्रथम क्विंटल की लागत पंजीयन / लायसेंस व रायल्टी सहित रूपये 1,25,000 थी।

इसलिये किसान भाई गेहूँ अनुसंधान केन्द्र (IARI) द्वारा अधिकृत बीज उत्पादक कम्पनियों से ही बीज लेवें, क्योंकि इस किस्म (1650 Wheat Variety) की भारी माँग होने से कई लोग इस किस्म से मिलती-जुलती किस्मों को पूसा ओजस्वी या 1650 के नाम से थोड़े कम दाम में बेचकर किसानों के साथ धोका कर रहे है। इससे किसान सावधान रहे।

केवल पूसा, नई दिल्ली द्वारा अधिकृत कम्पनियों से ही बीज लेवें इसकी पुष्टि एवं सूचना आप गेहूँ अनुसंधान केन्द्र इंदौर से भी कर सकते हैं उनके द्वारा इसकी सूची यूट्यूब पर भी वीडियों के रूप में डाली गई है।

किसान भाई इस बात को भी समझे कि मूल प्रजनक बीज की लागत बहुत अधिक होने से बीज थोड़ा महंगा हो सकता है। किंतु अधिकृत उत्पादक कंपनी से बीज लेने पर ओरिजनल होने की ग्यारंटी रहेगी। साथ ही जहाँ तक लागत का प्रश्न है किसान भाईयों को यदि इस किस्म का आधार बीज एफ- 1 बीज मिल रहा है तो उसका उपयोग वे 2-3 वर्ष तक कर सकते हैं।

किसान भाई 1 वर्ष का बीज नहीं लें रहें है वे 2-3 वर्ष में इस लागत का आंकलन करेंगे तो उन्हें यह (1650 Wheat Variety) बीज बिलकुल महंगा नहीं लगेगा।

किसानों को फायदेमंद रहेगा इस किस्म का बीज

पूसा ओजस्वी 1650 किस्म (1650 Wheat Variety) की बीज दर प्रति एकड़ 40 किलो जो कि अन्य किस्मों की तुलना में बहुत ही कम है। उदाहरण के लिए इस किस्म की बीज दर रूपये 12,500 /- प्रति क्विंटल रहती है तो मात्र 5000 /- रूपये एकड़ में गेहूँ की बीजाई हो जावेगी।

यह लागत अन्य गेहूँ की किस्म (1650 Wheat Variety) की लागत के बराबर ही है। क्योंकि उनका बीज थोड़ा सस्ता हो सकता है किन्तु बीज दर या मात्रा अधिक लगने से उसकी लागत भी लगभग इतनी ही आवेगी किन्तु बीज के रूप में गेहूँ – 1650 की मांग अगले वर्ष भी बहुत अच्छी रहेगी।

ठगी से बचने के लिए अधिकृत कंपनी से ही बीज खरीदें

पूसा ओजस्वी गेहूं के उत्पादन क्षमता एवं अन्य विशेषताओं को देखते हुए पिछले वर्ष बीज माफियाओं ने इस किस्म का बीज होने का दावा करके नकली बीज किसानों को बेच दिया। यह बीज अब इस वर्ष चलन में है, इसलिए किसान साथी विश्वसनीय बीच कंपनी से ही इस किस्म का बीज खरीदें।

किसी भी किसान या व्यक्ति को यह बीज उत्पादन या विक्रय के लिए नहीं दिया गया है। इसका विशेष ध्यान रखें। अधिकृत बीज कम्पनियों से ही बिल के साथ इस बीज का क्रय करें।

किसान को इस किस्म के गेहूँ का जो भाव मिलेगा वह अन्य किस्मों के गेहूँ में कभी नहीं मिल सकता है। अत: किसान इस किस्म के भाव के बजाय इस किस्म से होने वाले लाभ पर ही ध्यान देवें।

इसके अतिरिक्त किसानों को इस किस्म (1650 Wheat Variety) के बीज की जो अतिरिक्त लागत लग रही है, वह तो इस किस्म के फसल कटने पर निकलने वाले भूसे से ही निकल जावेगी। इस किस्म का बीज सिर्फ सीधे बीज उत्पादक कम्पनियों को ही विक्रय के लिये दिया गया है।

गेहूं की उन्नत किस्में 

  • एचआई 1650 (पूसा ओजस्वी),
  • एचआई 8830 (पूसा कीर्ति),
  • एचडी 3385,
  • एच आई 1655 गेहूं
  • गेंहू सी 306,
  • एचआई 1605 (पूसा उजाला),
  • एचआई 1544 (पूर्णा),
  • गेंहू राज 4037,
  • गेंहू GW 322,
  • लोक 1,
  • एचआई 1634 (पूसा अहिल्या),
  • एचआई 1636 (पूसा बकुला),
  • Gw 513 गेंहू,
  • एचआई 8663 (पोषण),
  • एचआई 8713 (पूसा मंगल),
  • एचडी 4728 (पूसा मालवी),
  • एचआई 8759 (पूसा तेजस),
  • एचआई 8777 किस्म

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