जैविक खेती से किसान ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, एक हेक्टेयर में उत्पादित किया 110 क्विंटल गेंहू, जानें वैरायटी का नाम

एमपी के पोलाय जागीर के किसान ने गेंहू का सबसे अधिक पैदावार Highest wheat production का दावा किया है, उन्होंने 1 हेक्टेयर से 110 क्विंटल गेंहू उत्पादन लिया। 

Highest wheat production | वर्षो पहले खेती में रासायनिक उर्वरक का इस्तेमाल नही किया जाता था, लेकिन आधुनिकता के चलते आज का किसान रसायनिक उर्वरकों पर निर्भर है। रसायनिक उर्वरक किसानों की उपज में वृद्धि तो करते है, लेकिन वह भूल जाते है, की इसके क्या क्या दुष्परिणाम है।

रासायनिक पद्धति से हो रही खेती से खेतों की मिट्टी को काफी नुकसान हो रहा है। इसलिए कृषि विभाग भी समय-समय पर प्रशिक्षण देकर किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित कर रहा है। हालांकि पूरी तरह से जैविक खेती करना बड़ा जटिल और खर्चीला है। लेकिन वर्ष 2022-23 में पोलाय जागीर के एक किसान ने जैविक खेती से 1 हेक्टेयर में 110 क्विंटल गेंहू उत्पादित किया है। कौन सी है वह किस्में एवं किस तरह उन्होंने वर्ल्ड रिकॉर्ड Highest wheat production बनाया, जानें आज लेख में..

3 वर्षों से कर रहे है जैविक खेती, मिला अच्छा परिणाम

Highest wheat production : पोलाय जागीर के किसान ने इस बार इसी पद्धति से खेती कर रिकॉर्ड तोड़ गेहूं का उत्पादन किया है। 39 वर्षीय किसान लक्ष्मीनारायण कुमावत 3 वर्षों से जैविक खेती करते हुए लगातार उत्पादन में बढ़ोतरी कर रहे हैं।

इस बार तो एक हेक्टेयर में 110 क्विंटल गेहूं का उत्पादन कर देश में सबसे अधिक गेहूं की पैदावार का दावा किया है। इसके पूर्व लगभग 97 क्विंटल गेहूं उत्पादन के लिए बड़नगर के किसान योगेंद्र कौशिक को राष्ट्रपति ने सम्मानित किया था। इस आधार पर किसान कुमावत का यह दावा सही प्रतीत होता है।

ये भी पढ़ें 👉 रोग प्रतिरोधी होने के साथ 89 क्विंटल हेक्टेयर तक पैदावार देगी पूसा तेजस, ज्यादा सिंचाई पर बेहतर परिणाम, पूरी डिटेल.. 

जैविक खेती के लिए कृषि विभाग सोनकच्छ से रहे संपर्क में

Highest wheat production : किसान लक्ष्मीनारायण कुमावत ने बताया कि पिछले 3 वर्षों से कृषि विज्ञान केंद्र देवास व कृषि विभाग सोनकच्छ के सतत संपर्क में रहे और धीरे-धीरे कृषि संबंधी उच्च तकनीक का ज्ञान प्राप्त होने लगा। कृषि विज्ञान केंद्र देवास से उन्नत किस्म के बीज लाकर बुवाई के लिए उन्नत तकनीक सीखी। वर्ष 2016 से खरीफ फसल की बोवनी रेज्डवेड पद्धति से की शुरुआत में ही अन्य किसानों की अपेक्षा उत्पादन में वृद्धि देखने को मिली।

उत्पादन में बढ़ोतरी होने से किसान कुमावत का हौसला भी बढ़ा। इसी प्रकार की पद्धति से बोना शुरु कर दिया। किसान कुमावत ने बताया वर्ष 2017-18 में कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा उन्नत किस्म Highest wheat production के गेहूं की नई वैरायटी पूसा तेजस एच- 8759 का 10 किलो बैग प्राप्त हुआ, जिसे उसने रेज्डबेड प्लांटर द्वारा 0.10 हेक्टयर में लगाया और बीज उत्पादन किया। ये बीज बढ़ाकर इस वर्ष ज्यादा क्षेत्रफल में लगाया जिसका उत्पादन बंपर हुआ।

👉 व्हाट्सऐप से जुड़े।

जैविक खेती से इस तरह लिया गेंहू का अधिक उत्पादन

  • Highest wheat production की खेत की तैयारी में सर्वप्रथम 50 क्विंटल कंपोस्ट खाद व अनुशासित मात्रा में रासायनिक खाद का प्रयोग किया गया।
  • दो बार गहरी जुताई कर रोटावेटर से एक बार जुताई कर मिट्टी भुरभुरी की करीब 40 किलो बीज प्रति एकड़ से बोवनी की बोवनी के साथ 10 किलो प्रति एकड़ यूरिया का उपयोग किया।
  • खरपतवार हटाने के लिए हाथों से निंदाई-गुड़ाई की, इससे थोड़ा खर्च ज्यादा आया लेकिन फसल स्वस्थ रही। रासायनिक खरपतवार नाशक का उपयोग भी नहीं किया।
  • बोवनी रेज्डबेड पद्धति से की, जिसमें बीज मिट्टी में दो इंच तक गहरा पहुंचा। कतार से कतार की दूरी नौ इंच रखी। क्यारियों की दूरी 18 इंच रही। इस प्रकार एक बेड पर तीन कतार नौ-नौ इंच पर व बीच में 18 इंच खाली जगह छोड़ी गई।
  • फसल पर स्प्रिंकलर द्वारा हल्की सिंचाई की। पहला पानी 21 दिन में दिया और विशेष यूरिया का उपयोग पानी देने के एक दिन बाद किया।
  • Highest wheat production : अधिकतर किसान यूरिया की मात्रा एक साथ पानी के पहले देते हैं, जिससे आधा यूरिया वाष्पीकृत होकर वायुमंडल में चला जाता है व कुछ मात्रा में जमीन में गहरा चला जाता है जहां पर पौधों की जड़े नहीं पहुंच पाती हैं। ऐसे में आधी मात्रा में ही पौधा ग्रहण Highest wheat production कर पाता है जिससे यूरिया की आर्थिक हानि भी होती है।
  • कल्ले छंटते समय पोटेशियम सल्फेट 0.0.50 का स्प्रे किया। दूसरा पानी देते समय पोर्ट पर बाकी यूरिया की बची हुई मात्रा भी पानी देने के एक दिन बाद डाल दी गई। तीसरा पानी फूल की अवस्था पर दिया।
  • इसके साथ ही जिंक चिलेटेड का स्प्रे किया। चौथा पानी दूध भरने की अवस्था में दिया व पोटेशियम सल्फेट 0.0.50 का स्प्रे किया।

वर्मी कंपोस्ट से बनाया जैविक खाद

Highest wheat production : केचुएं की लीद से खाद बनाकर उसका उपयोग फसल में किया, जिससे पैदावर अधिक करने में सहयोग मिला। कभी भी नरवाई नहीं जलाई, नरवाई छोटी काटकर गहरी जुताई कर मिट्टी में मिला दी गई, जिससे मृदा की उर्वरक क्षमता भी बनी रही है।

किसान कुमावत ने बताया मैं हर वर्ष फसल परिवर्तन करके बोता हूं। एक एकड़ में गेहूं लगाया तो दूसरे वर्ष उसी खेत में चना लगाता हूं। चना गहरी जड़ों की फसल है व गेहूं उथली जड़ों वाली फसला प्रकार फसलें ऊपर व नीचे से पोषक तत्व ग्रहण करती है, जिससे मूव उर्वरता बनी रहती है।

उन्नत खेती की ओर अग्रसर

इस संबंध में वरिष्ठ कृषि अधिकारी बीएल ठाकुर का कहना है कृषक लक्ष्मीनारायण कृषि संबंधी प्रशिक्षणों व सेमिनारों में शामिल होकर उन्नत खेती Highest wheat production के लिए अग्रसर रहे हैं। इसके पूर्व भी चने की खेती में एक हेक्टेयर में 3780 विवटल चने का उत्पादन किया था। अभी तक मेरे संज्ञान में 107 क्विंटल प्रति हेक्टेयर का उत्पादन Highest wheat production सबसे अधिक हुआ है।

हमारे द्वारा पांच बाय पांच का प्लॉट कटवाकर उसको हडम्बा के माध्यम से निकलवाकर उसका वजन किया गया, जो कि 27 32 किग्रा निकला। इस दौरान तहसीलदार जीएस पटेल, नायब तहसीलदार राजभनसिंह कुशवाह, फसल बीमा कंपनी के अधिकारी व ग्रामीण मौजूद थे।

👉 व्हाट्सऐप से जुड़े।

यह भी पढ़िए...👉 गेंहू की उन 5 किस्मों के बारे में जानें, जिन्होंने पिछले सीजन सर्वाधिक पैदावार देकर किसानों की मोटी कमाई करवाई

👉 गेहूं के बंपर पैदावार के लिए किसान साथी इन बातों का ध्यान रखें..

👉अब एकड़ में 15 नहीं, 35 क्विंटल होगी पैदावार, गेंहू की नई किस्म से किसान होंगे मालामाल

👉 8 क्विंटल बीघा तक उत्पादन देने वाली चने की टॉप 5 रोग प्रतिरोधी वैरायटी, किसान होंगे मालामाल

Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.👉 WhatsApp से जुड़े।

जुड़िये चौपाल समाचार से- ख़बरों के अपडेट सबसे पहले पाने के लिए हमारे WhatsApp Group और Telegram Channel ज्वाइन करें और Youtube Channel को Subscribe करें।

3 thoughts on “जैविक खेती से किसान ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, एक हेक्टेयर में उत्पादित किया 110 क्विंटल गेंहू, जानें वैरायटी का नाम”

  1. सीताराम यादव
    ग्राम सराय बहादुर
    पोस्ट शाहबाजकुली
    ब्लॉक व तहसील मोहम्दाबाद
    जिला गाजीपुर
    प्रदेश उत्तर प्रदेश
    पिन 233227

    Reply

Leave a Comment