मानसून को लेकर किसानों के लिए अच्छी खबर…

एमपी के किसानों को खेती किसानी के काम करने के लिए पर्याप्त समय मिलने वाला है। MP weather news पढ़िए मानसून अपडेट…

MP weather news : मानसून की शुरुआत से लेकर अब तक मध्य प्रदेश में लगातार बारिश का क्रम चल रहा है। जिससे खेती किसानी का कार्य प्रभावित हो रहा है, लेकिन अब मानसून को लेकर किसानों के लिए अच्छी खबर आई है। मानसून की एक ब्रेक होने वाली है। इससे इस अवधि के दौरान किसान अपनी खेती किसानी के कारण बेहतर ढंग से कर पाएंगे। मध्य प्रदेश में आने वाले 1 सप्ताह के दौरान मानसून की स्थिति MP weather news क्या रहेगी, आइए जानते हैं…

प्रदेश में जमकर बारिश हुई

MP weather news प्रदेश में मानसून 26 जून को आया। तब से रविवार शाम तक सामान्य से 11 मिलीमीटर अधिक (578.4 मिमी) वर्षा हो चुकी है। 10 दिन पहले तक विंध्य और बुंदेलखंड के आधे जिलों में सामान्य से कम वर्षा हुई थी। इन जिलों में सूखे के हालात बन रहे थे, लेकिन पिछले 10 दिन की झमाझम बारिश ने दोनों क्षेत्रों को इस स्थिति से उबार दिया है।

मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले सप्ताह एमपी के पूर्वी हिस्से में लो प्रेशर एरिया और ट्रफ लाइन एक्टिव रही। वहीं, गुजरात के ऊपर चक्रवाती घेरा भी रहा। इसके चलते बारिश का दौर चलता रहा। पिछले हफ्ते के दौरान प्रदेश के पूर्वी हिस्से में मानसूनी एक्टिविटी के चलते तेज बारिश का दौर एक सप्ताह तक जारी रहा। इस कारण नर्मदा समेत कई नदियां उफान पर आ गई, जबकि बरगी डैम के गेट खोलने पड़े। MP weather news

नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला समेत कई जिलों में बाढ़ के हालात भी पैदा हो गए। भारी और अति भारी बारिश होने से पूर्वी हिस्से में बारिश का आंकड़ा भी बढ़ गया। हालांकि, अब अगले एक सप्ताह तक सिस्टम की एक्टिविटी देखने को नहीं मिल रही है। इन सिस्टम के आगे बढ़ने के बाद बारिश की गतिविधियों में भी अब कमी आने लगेगी।

रीवा और सागर में झमाझम बारिश होने की संभावना

MP weather news मौसम विज्ञानियों के अनुसार उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश पर बना कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़ गया है। वर्तमान में यह मौसम प्रणाली हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बिहार पर सक्रिय है। मानसून द्रोणिका भी इसी चक्रवात से होकर मणिपुर तक जा रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इन दो मौसम प्रणालियों के असर से सोमवार को रीवा, सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं झमाझम वर्षा हो सकती है। शेष संभागों के जिलों में बादल बने रह सकते हैं। साथ ही छिटपुट बौछारें पड़ने की भी संभावना है।

मंगलवार से साफ होने लगेगा मौसम

हालांकि, मानसून ट्रफ के बनारस से होकर गुजरने के कारण रीवा एवं सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं सोमवार को भारी वर्षा होने की संभावना है। प्रदेश के शेष संभागों में आंशिक बादल बने रहेंगे। कहीं-कहीं छिटपुट बौछारें भी पड़ सकती हैं। मंगलवार से मौसम धीरे-धीरे साफ होने लगेगी। धूप निकलने के कारण दिन के तापमान में भी बढ़ोतरी होने लगेगी। MP weather news

अब 15 अगस्त के बाद होगी तेज बारिश

MP weather news प्रदेश में 1 जून से अब तक ओवरऑल 11% बारिश ज्यादा हो चुकी है। IMD भोपाल के अनुसार पूर्वी हिस्से में अभी भी औसत 14% तक बारिश ज्यादा हुई है, जबकि पश्चिमी हिस्से में 9% ज्यादा बारिश हो चुकी है। इधर मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार प्रदेश में नया सिस्टम एक्टिव नहीं होने से अगले एक सप्ताह तक तेज बारिश का दौर थम जाएगा।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रदेशभर में बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी। इससे दिन का टेम्प्रेचर बढ़ जाएगा। अब 15 अगस्त के बाद ही सिस्टम एक्टिव होगा। इससे पहले, रविवार को कई जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश का दौर जारी रहा।

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अब तक कहां कितनी बारिश हुई

MP weather news प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में बारिश का आंकड़ा 35.63 इंच तक पहुंच चुका है। वहीं, सिवनी-मंडला में 32 इंच या इससे ज्यादा बारिश हो गई है। इंदौर, जबलपुर, अनूपपुर, छिंदवाड़ा, डिंडोरी, शहडोल, नर्मदापुरम और रायसेन में आंकड़ा 28 इंच या इससे ज्यादा पानी गिर चुका है। बालाघाट, कटनी, पन्ना, उमरिया, बैतूल, भिंड, देवास, हरदा, रतलाम, सीहोर और विदिशा में 24 इंच के पार आंकड़ा पहुंच गया है। इसके अलावा प्रदेश के सतना, अशोकनगर, बड़वानी, ग्वालियर, खंडवा, खरगोन और मंदसौर जिलों में सबसे कम 16 इंच से कम बारिश हुई है।

एमपी में अच्‍छी बारिश से 265 में से 52 बांध भरे

MP weather news प्रदेश में एक महीने से रुक-रुककर हो रही वर्षा के चलते 265 में से 52 बांध भर गए हैं। यह बांध लगभग सौ प्रतिशत भर चुके हैं। बड़े बांध छलकने को भी तैयार हैं। जल संसाधन विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार इंदिरा सागर बांध 62, बरगी 89, केरवा, 61, कलियासोत 65, हलाली 98, बारना 74 और कोलार बांध 69 प्रतिशत भर चुका है। इन बांधों में दो से चार एमसीएम (मिलियन क्यूबिक मीटर) पानी की कमी है। यही कारण है कि ऊपरी क्षेत्र में वर्षा होने पर बांधों के गेट खोलकर पानी निकाला जा रहा है। दो दिन पहले बरगी बांध के गेट खोले गए हैं, जिससे नर्मदा नदी में बाढ़ आई हुई है।

रिपोर्ट बताती है कि प्रदेश में 23 प्रतिशत बांध ऐसे हैं, जो 90 प्रतिशत भर चुके हैं और ऊपरी क्षेत्रों में वर्षा होने की स्थिति में इनके गेट खोलने पड़ रहे हैं। नौ प्रतिशत बांध ऐसे हैं, जो 75 से अधिक और 90 प्रतिशत से कम भरे हैं। 20 प्रतिशत बांध 25 से 50 प्रतिशत तक भर गए हैं। 12 प्रतिशत बांध ऐसे भी हैं, जो 10 से 25 प्रतिशत तक भरे हैं और 12 प्रतिशत बांधों में पानी की स्तर क्षमता का 10 प्रतिशत भी नहीं बढ़ा है। MP weather news

देश में कमजोर पड़ा मानसून

आईएमडी के अनुसार मानसूनी गतिविधियां देशभर में कमजोर पड़ी है। हिमाचल में लंबे समय से सक्रिय मानसून अब कमजोर पड़ गया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले चार-पांच दिन भी कम बारिश का पूर्वानुमान है। MP weather news

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