रबी विपणन वर्ष 2025-26 में गेहूं उपार्जन के दौरान MP में प्रति हेक्टेयर खरीदी की यह मात्रा (MSP Wheat purchase) रहेगी..
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MSP Wheat purchase | इस वर्ष भारतीय किसानों ने चालू रबी सीजन के दौरान गेहूं की खेती में अच्छी दिलचस्पी दिखाई जिससे इसका उत्पादन क्षेत्र (रकबा) बढ़कर 320 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया है।
यह पिछले साल के बिजाई क्षेत्र व पंचवर्षीय औसत क्षेत्रफल से अधिक है। केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने इस बार 1150 लाख टन गेहूं के रिकॉर्ड उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया है।
गेहूं के प्रमुख उत्पादक राज्यों में फरवरी के पहले सप्ताह तक मौसम की हालत फसल के लिए काफी हद तक संतोषजनक बनी हुई है। : MSP Wheat purchase
इधर केंद्र सरकार के निर्देश के पश्चात राज्य सरकारों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की सभी तैयारियां कर ली है। मध्य प्रदेश में गेहूं खरीदी के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चल रही है, रजिस्ट्रेशन 31 मार्च तक होंगे।
31 मार्च के पश्चात किसानों से गेहूं खरीदी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। राज्य सरकार प्रति हेक्टर ताई मात्रा के अनुसार गेहूं की खरीदी करेगी। गेहूं खरीदी (MSP Wheat purchase) के लिए प्रति हेक्टेयर क्या मात्रा रहेगी एवं गेहूं उपार्जन से जुड़ी अन्य जानकारी देखें..
MSP Wheat purchase | 31 मार्च तक होंगे रजिस्ट्रेशन
रबी विपणन वर्ष 2025-26 में समर्थन मूल्य पर गेहूँ उपार्जन हेतु किसान पंजीयन के संबंध में जारी निर्देशानुसार के अनुसार आगामी 31 मार्च तक किसानों का पंजीयन किया जायेगा।
विगत वर्ष के पंजीकृत किसानों एवं इच्छुक सभी किसानों को नए सिरे से समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए अपना पंजीयन करवाना आवश्यक होगा। किसान निर्धारित पंजीयन केन्द्र के अलावा अनुमति प्राप्त एमपी आनलाइन कियोस्क, कामन सर्विस सेंटर, लोक सेवा केंद्र और साइबर कैफे पर भी सशुल्क 50 रूपये प्रति पंजीयन देकर अपना पंजीयन करा सकेंगे। : MSP Wheat purchase
पंजीयन के लिए जमीन की पावती, आधार कार्ड, बैंक अकाउंट की पासबुक। बैंक अकाउंट से आधार कार्ड लिंक होना चाहिए। यह अति महत्वपूर्ण है। अगर खाते से आधार कार्ड लिंक नहीं है, तो भुगतान अटक सकता है। जिन किसानों के खाते और आधार लिंक ना हों, वह संबंधित बैंक में जाकर अपना खाता आधार से लिंक करवायें।
किसान का पंजीयन उसी स्थिति में होगा, जब भू-अभिलेख में दर्ज खाते, खसरा, आधार कार्ड का मिलान हो. तभी किसान पंजीयन हो सकेगा। विसंगति होने पर सुधार कार्य तहसील कार्यालय से होगा। : MSP Wheat purchase
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किसान स्वयं भी कर सकते हैं पंजीयन
MSP Wheat purchase | समर्थन मूल्य पर फसल बेचने के लिए किसानों को कई जगह रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी गई है। किसान खुद अपने एंड्रॉयड फोन से एमपी किसान एप्प पर जाकर अपना पंजीयन स्वयं कर सकते है।
इसके अतिरिक्त ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत में स्थापित सुविधा केन्द्र तहसील कार्यालय में स्थापित सुविधा केन्द्र सरकारी समितियों द्वारा संचालित पंजीयन केन्द्र कियोस्क, लोक सेवा केंद्र, साइबर कैफे पर भी रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है।
सिकमी/कोटवार/बटाईदार एवं वनपट्टाधारी किसानों का पंजीयन- उक्त श्रेणी के किसानों का पंजीयन सहकारी समिति एवं सहकारी विपणन संस्था द्वारा संचालित पंजीयन केन्द्रों पर ही किया जायेगा। : MSP Wheat purchase
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प्रति हेक्टेयर गेहूं उपार्जन की यह मात्र रहेगी
मध्य प्रदेश में गेहूं की बंपर पैदावार की संभावना जताई जा रही है। पैदावार बढ़ने पर मंडियों में उपज का दबाव बढ़ेगा, इससे भाव में कमी आने की संभावना भी बनी हुई है।
बाजार विशेषज्ञ बताते हैं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी होने से भाव में ज्यादा गिरावट नहीं होंगे। इसके बावजूद राज्य सरकार के गेहूं उपार्जन से संबंधित एक निर्णय के कारण किसानों को परेशानी हो सकती है। : MSP Wheat purchase
बताया जा रहा है कि सरकार ने गेहूं उपार्जन के लिए प्रति हेक्टेयर 45 क्विंटल गेहूं उपार्जित करने की मात्रा निर्धारित की है। जबकि मध्य प्रदेश में औसत रूप से 65 क्विंटल प्रति हेक्टेयर गेहूं की पैदावार होती है। ऐसे में किसानों को प्रति हेक्टेयर उपार्जित गेहूं में से लगभग 20 क्विंटल गेहूं बाजार में बेचना पड़ेगा।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2600 रुपए प्रति क्विंटल रहेगा। केंद्र सरकार ने गेहूं का समर्थन मूल्य 2425 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। प्रदेश सरकार इसके अतिरिक्त किसानों को 175 रुपए प्रति क्विंटल का बोनस प्रदान करेगी। : MSP Wheat purchase
उपार्जन के पश्चात भुगतान की यह व्यवस्था रहेगी
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के पश्चात भुगतान में देरी से किसानों को होने वाली परेशानी को देखते हुए अब मप्र सरकार उत्तर प्रदेश का माडल अपनाने जा रही है। वहां 48 घंटे में भुगतान की व्यवस्था बनाई गई है।
इस माडल को आगामी गेहूं के उपार्जन से लागू किया जाएगा। बताया जा रहा है कि इसके लिए खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों का एक दल ने उत्तर प्रदेश पहुंचकर विस्तृत अध्ययन किया है। : MSP Wheat purchase
मप्र खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों का कहना है कि भुगतान की व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाना है, ताकि किसानों को परेशानी न हो। उप्र में भुगतान 48 घंटे में करने की व्यवस्था है।
आधार से लिंक बैंक खाते में आनलाइन भुगतान किया जाता है। यह किस तरह काम कर रहा है, इसका अध्ययन करने खाद्य संचालनालय और नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों को भेजा गया है।
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