एमपी में गेंहू उपार्जन (Wheat Procurement 2025) के लिए क्या है पंजीयन करवाने के जरूरी नियम एवं कब तक करवा सकेंगे पंजीयन। आइए जानते है…
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Wheat Procurement 2025 | मध्यप्रदेश में एमएसपी पर गेंहू उपार्जन के लिए अब तक 62 हजार से अधिक किसानों ने पंजीयन करवाया है। इसमें सबसे ज्यादा सीहोर, उज्जैन, इंदौर, देवास और धार के किसान शामिल है।
बता दें की, एमएसपी पंजीयन की अंतिम तिथि 31 मार्च 2025 रखी गई है। जो किसान एमएसपी पर गेंहू बेचना चाहता है वह 31 मार्च तक पंजीयन करवा सकते है।
पंजीयन के लिए भूमि संबंधी दस्तावेज़, आधार कार्ड एवं अन्य फोटो पहचान पत्रों का समुचित परीक्षण कर उनका रिकार्ड रखा जाना अनिवार्य होगा।
आइए जानते है गेंहू उपार्जन (Wheat Procurement 2025) के लिए एमपी के किन जिलों के किसानों ने करवाया सबसे ज्यादा पंजीयन एवं पंजीयन से जुड़ी महत्वपूर्ण डिटेल…
Wheat Procurement 2025 | अब तक 62 हजार से अधिक किसानों ने कराया पंजीयन
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूँ की बिक्री के लिए जिला बुरहानपुर में 2, बड़वानी में 17, खरगोन में 189, खंडवा में 339, अलीराजपुर में 13, झाबुआ में 776, धार में 4202, इंदौर में 9381, नीमच 134, मंदसौर 362, आगर-मालवा में 823, शाजापुर में 3710, देवास में 4035, रतलाम में 2211
उज्जैन में 11344 ग्वालियर में 55, शिवपुरी में 23, गुना में 23, दतिया में 142, अशोकनगर में 6, भिंड में 4, मुरैना में 96, श्योपुर में 43, छिंदवाड़ा में 157, सिवनी में 61, डिंडौरी में 21, कटनी में 14, नरसिंहपुर में 215, मंडला में 353, हरदा में 173, बैतूल में 362, नर्मदापुरम में 1793, विदिशा में 1563। Wheat Procurement 2025
राजगढ़ में 1096, रायसेन में 1969, भोपाल में 1975, सीहोर में 12596, सतना में 48, सीधी में 75, रीवा में 44, सिंगरौली में 19, मैहर में 3, उमरिया में 64, अनूपपुर में 9, शहडोल में 239, पन्ना में 37, सागर में 419, दमोह में 124, छतरपुर में 289, निवाड़ी में 88 और टीकमगढ़ में 341 किसानों ने पंजीयन कराया है।
किन जिलों में सबसे ज्यादा पंजीयन?
Wheat Procurement 2025 | जिला वार आंकड़ों के अनुसार, सीहोर, उज्जैन, इंदौर, देवास और धार में सबसे अधिक किसान पंजीयन करा चुके हैं। इनमें: सीहोर में 6,122 किसान, उज्जैन में 5,196 किसान, इंदौर में 4,580 किसान, देवास में 2,309 किसान और धार में 2,286 किसानो ने पंजीयन कराया है।
इसके अलावा, शाजापुर, रतलाम, नर्मदापुरम, विदिशा, रायसेन, भोपाल और राजगढ़ जिलों में भी सैकड़ों किसानों ने पंजीयन करवाया है। कुछ जिलों में संख्या अभी बहुत कम है, जैसे पन्ना (1), सतना (1), डिंडोरी (2) और बुरहानपुर (2)। Wheat Procurement 2025
किसानों को समर्थन मूल्य पर अपनी फसल बेचने के लिए ऑनलाइन पंजीयन कराना अनिवार्य है। इसके लिए किसान अपने निकटतम कृषि विभाग कार्यालय या ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
घर बैठे भी कर सकते है पंजीयन
बता दें की, वर्ष 2025-26 के लिए मप्र सरकार ने गेहूँ का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रू तय किया गया है। किसान स्वयं के मोबाईल से एमपी किसान एप के माध्यम से घर बैठे पंजीयन कर सकेंगे। Wheat Procurement 2025
पंजीयन की निःशुल्क व्यवस्था ग्राम पंचायत और जनपद पंचायत कार्यालयों में स्थापित सुविधा केन्द्र पर, तहसील कार्यालयों में स्थापित सुविधा केन्द्र पर सहकारी समितियों एवं सहकारी विपणन संस्थाओं द्वारा संचालित पंजीयन केन्द्र और एमपी किसान एप पर भी की गई है।
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पंजीयन कराने वालों किसानों के लिए महत्वपूर्ण बातें
पंजीयन की सशुल्क व्यवस्था एम.पी. ऑनलाईन कियोस्क, कॉमन सर्विस सेन्टर कियोस्क, लोक सेवा केन्द्र और निजी व्यक्तियों द्वारा संचालित साइबर कैफे पर की गई है।
इन केन्द्रों पर पंजीयन के लिये शुल्क राशि प्राप्त करने के संबंध में कलेक्टर निर्देश जारी करेंगे। प्रति पंजीयन के लिये 50 रूपये से अधिक शुल्क निर्धारित नहीं किया जाएगा। Wheat Procurement 2025
किसान पंजीयन के लिए भूमि संबंधी दस्तावेज़ एवं किसान के आधार कार्ड एवं अन्य फोटो पहचान पत्रों का समुचित परीक्षण कर उनका रिकार्ड रखा जाना अनिवार्य होगा।
सिकमी, बटाईदार, कोटवार एवं वन पट्टाधारी किसान के पंजीयन की सुविधा केवल सहकारी समिति एवं सहकारी विपणन सहकारी संस्था द्वारा संचालित पंजीयन केन्द्रों पर उपलब्ध होगी। इस श्रेणी के शत-प्रतिशत किसानों का सत्यापन राजस्व विभाग द्वारा किया जाएगा।
पूर्व वर्षों की किसी अपात्र संस्था में केन्द्र प्रभारी एवं ऑपरेटर को किसी अन्य संस्था में पंजीयन के लिए नहीं रखा जायेगा। Wheat Procurement 2025
किसान द्वारा समर्थन मूल्य पर विक्रय उपज का भुगतान प्राथमिकता के आधार पर किसान के आधार लिंक बैंक खाते में किया जाएगा।
किसान के आधार लिंक बैंक खाते में भुगतान करने में किसी कारण से समस्या उत्पन्न होने पर किसान द्वारा पंजीयन में उपलब्ध कराये गए बैंक खाते में भुगतान किया जा सकेगा।
किसान पंजीयन के समय किसान को बैंक खाता नंबर और IFSC कोड की जानकारी उपलब्ध करानी होगी।
अक्रियाशील बैंक खाते, संयुक्त बैंक खाते एवं फिनो, एयरटेल, पेटीएम, बैंक खाते पंजीयन में मान्य नहीं होंगे। Wheat Procurement 2025
पंजीयन व्यवस्था में बेहतर सेवा प्राप्त करने के लिए यह जरूरी होगा कि किसान अपने आधार नंबर से बैंक खाता और मोबाईल नंबर को लिंक कराकर उसे अपडेट रखें।
सभी जिला कलेक्टर्स को निर्देशित किया गया है कि जिला और तहसील स्तर पर स्थापित आधार पंजीयन केन्द्रों को क्रियाशील रखा जाए ताकि किसान वहां जाकर आसानी से अपना मोबाईल नंबर एवं बायोमेट्रिक अपडेट करा सकें।
इस कार्य के लिए पोस्ट ऑफिस में संचालित आधार सुविधा केन्द्र का भी उपयोग किया जा सकता है।
पंजीयन कराने और फसल बेचने के लिए आधार नंबर का वेरिफिकेशन कराना अनिवार्य होगा।
वेरीफिकेशन आधार नंबर से लिंक मोबाईल नंबर पर प्राप्त OTP से या बायोमेट्रिक डिवाईस से किया जा सकेगा।
किसान का पंजीयन केवल उसी स्थिति में हो सकेगा जबकि किसान के भू-अभिलेख के खाते एवं खसरे में दर्ज नाम का मिलान आधार कार्ड में दर्ज नाम से होगा।
भू-अभिलेख और आधार कार्ड में दर्ज नाम में विसंगति होने पर पंजीयन का सत्यापन तहसील कार्यालय से कराया जाएगा। सत्यापन होने की स्थिति में ही उक्त पंजीयन मान्य होगा। Wheat Procurement 2025
आधार नंबर से बैंक खाता लिंक कराने के लिए बैंकों के साथ भी समन्वय आवश्यक होगा।
किसान के आधार लिंक बैंक खाते के सत्यापन हेतु पंजीयन के दौरान ही 1 रूपये का ट्रांजेक्शन मध्यप्रदेश राज्य आपूर्ति निगम द्वारा ई-उपार्जन/JIT पोर्टल के माध्यम से कराया जाएगा।
विगत रबी एवं खरीफ के पंजीयन में जिन किसानों के मोबाइल नंबर उपलब्ध हैं, उन्हें एसएमएस से सूचित करने के निर्देश दिये गये हैं।
गांव में डोडी पिटवाकर ग्राम पंचायतों के सूचना पटल पर पंजीयन सूचना प्रदर्शित कराने तथा समिति/ मंडी स्तर पर बैनर लगवाने के निर्देश भी दिये गये हैं।
किसान पंजीयन की सभी प्रक्रियाएँ समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये गये हैं।Wheat Procurement 2025
समय पर पंजीयन क्यों जरूरी?
पंजीयन के बाद ही किसानों को समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने की सुविधा मिलेगी। इस साल MSP में वृद्धि हुई है, जिससे किसानों को बेहतर दाम मिल सकते हैं। खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने किसानों से समय सीमा के भीतर पंजीयन सुनिश्चित करने की अपील की है। Wheat Procurement 2025
कुछ जिलों में पंजीयन की संख्या बहुत कम है, जिससे संकेत मिलता है कि किसानों को जागरूक करने की जरूरत है। विशेष रूप से रीवा, श्योपुर, बड़वानी, अलीराजपुर और अनूपपुर जैसे जिलों में संख्या बेहद कम है।
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