नैनो डीएपी के प्रयोग से बढ़ेगी फसल की गुणवत्ता, फसल में कब व कितना डालें, जानें पूरी जानकारी

जानें नैनो डीएपी (Nano DAP) किस तरह करेगा फायदा, पूरी डिटेल जानकारी देखें..

Nano DAP | लगातार बिगड़ रही मृदा की सेहत और पर्यावरण को होने वाले नुकसान को रोकने ने लिए सरकार तरल उर्वरकों पर जोर दे रही है। जिला कृषि विभाग तरल यूरिया और डीएपी के प्रयोग पर जोर दे रहा है। जिला कृषि अधिकारी आरके सिंह ने फसल की गुणवत्ता और उत्पादन में सुधार के लिए तरल उर्वरकों की प्रयोग की सलाह दी है। दरअसल, इफको द्वारा लॉन्च किए गए नैनो तरल यूरिया, जो की किसानों की उपज बढ़ाने में सहायक होगा। यह ठीक डीएपी Nano DAP का काम करेगा। इसे फसल में कब एवं कितना डालना चाहिए, जानें आर्टिकल में पूरी जानकारी..

किसानों को मिलेगी नैनो डीएपी की 600 रूपये की बोतल 

कृषि अधिकारी बताते है कि जिले में पर्याप्त मात्रा में दानेदार डीएपी के साथ-साथ नैनो डीएपी Nano DAP की आपूर्ति भी कराई जा रही है। आलू की फसल में नैनो डीएपी गुणवत्ता एवं उत्पादन में वृद्धि होती है। इसके महत्व को दृष्टिगत रखते हुए तरल नैनो डीएपी की पन्द्रह हजार बोतल की उपलब्धता पीसीएफ गोदाम में करा दी गई है। समितियां के माध्यम से आलू उत्पादक किसानों को रुपये 600 रुपए प्रति बोतल की दर से नैनो डीएपी उपलब्ध कराई जा रही है।

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इस तरह बढ़ेगी नैनो डीएपी से फसल की गुणवत्ता

Nano DAP / नैनो डीएपी में 8% नाइट्रोजन तथा 16% फास्फोरस है। इसकी उपयोग क्षमता 90% से अधिक है। नैनो डीएपी से आलू का बीज उपचार अर्थात धुलाई 5 लीटर पानी में एक ढक्कन नैनो डीएपी की मिलकर की जाएगी। बीज उपचार करने से अंकुरण शीघ्र एवं अधिक होता है।

मूलांकुर तथा प्रांकुर का तेजी से विकास होता है। अंकुरण के एक माह बाद खड़ी फसल पर 25 लीटर पानी में चार ढक्कन नैनो डीएपी Nano DAP की दर से छिड़काव करने से फसल में फास्फोरस की उपलब्धता बढ़ाई जा सकती है, जिससे फसल का ओज बढ़ता है। कीट एवं रोग का प्रभाव कम हो जाता है। उत्पाद की गुणवत्ता व पैदावार में वृद्धि होती है।

नैनो डीएपी का प्रयोग करने वाले किसान भाई चार बोरी डीएपी के स्थान पर केवल दो बोरी डीएपी का ही प्रयोग करें। डीएपी की आधी मात्रा नैनो डीएपी से पूर्ति हो जाएगी। भारत सरकार की महत्वाकांक्षी पीएम-प्रणाम योजना के अंतर्गत रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग को 20 प्रतिशत कम करके इसकी पूर्ति नैनो उर्वरकों, जैव उर्वरकों एवं अन्य स्रोत से की जायेगी।

नैनो डीएपी के फायदे (Nano DAP)

  • फसल की पैदावार अधिक होती है, जिससे किसानों को आय में वृद्धि होती है।
  • अधिक क्लोरोफिल, प्रकाश संश्लेषण दक्षता और बेहतर गुणवत्ता वाली फसलें प्राप्त होती हैं।
  • पोषक तत्वों का एक लक्षित और सटीक अनुप्रयोग प्रदान करता है, जो रासायनिक उर्वरकों के समग्र उपयोग को कम करता है।
  • पर्यावरण के अनुकूल है और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना फसलों की पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करता है।
  • Nano DAP एक लिक्विड फॉर्मूलेशन है, जिसे स्टोर करना और ट्रांसपोर्ट करना आसान है। जो इसे किसानों के लिए एक सुविधाजनक विकल्प बनाता है।
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