अनुसंधान केंद्र ने तैयार की गेंहू की 2 नई किस्में, अन्य किस्मों से ज्यादा मिलेगी कीमत, अभी इन राज्यों में होगी पैदावार

आइए जानते है कौन सी है वह 2 नई गेंहू किस्में (New Wheat Variety 2024-25) एवं किसानों के लिए किस तरह फायदेमंद रहेगी..

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New Wheat Variety 2024-25 | किसानों की आय में बढ़ोतरी करने के लिए हर वर्ष कृषि अनुसंधान केंद्र नई नई किस्मों को ईजाद करती रहती है।

इसी कड़ी में पवारखेड़ा कृषि अनुसंधान केंद्र ने गेहूं की 2 नई किस्मों को तैयार किया हैं।

यह दोनो ही किस्में किसानों के लिए आम किस्मों की तुलना में कही अधिक बेहतर साबित होगी।

अभी इन गेंहू के बीज पहले कर्नाटक और महाराष्ट्र के किसानों को दिए जाएंगे। मध्यप्रदेश में इसका उपयोग करने के लिए शोध किया जा रहा है।

आइए जानते है इन गेंहू की दोनों ही नई किस्मों (New Wheat Variety 2024-25) की जानकारी..

ये है वह गेंहू की 2 नई किस्में

New Wheat Variety 2024-25 | पवारखेड़ा कृषि अनुसंधान केंद्र ने गेंहू की 2 किस्मों को तैयार किया है। पहली, गेंहू की 1358 किस्म है। वही दूसरी 1323 गेंहू की किस्म है।

वैज्ञानिकों का कहना है की, बाजारों में इन दोनो किस्मों की कीमत कही ज्यादा मिलने वाली है।

वैज्ञानिकों द्वारा दावा किया गया कि इसमें जिंक, प्रोटीन और आयरन की मात्रा दूसरी किस्मों की तुलना में ज्यादा है।

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अभी कर्नाटक और महाराष्ट्र को मिले इन किस्मों के बीज

पवारखेड़ा कृषि अनुसंधान केंद्र ने गेहूं की 2 नई किस्में तैयार की हैं। इस गेहूं के बीज New Wheat Variety 2024-25 पहले कर्नाटक और महाराष्ट्र के किसानों को दिए जाएंगे।

मध्यप्रदेश में इसका उपयोग करने के लिए अभी गेहूं पर शोध किया जा रहा है। शरीर में जिंक और आयरन की कमी से हजारों लोग परेशान हैं।

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रोजाना मिलने वाले भोजन से इस कमी को पूरा किया जा सकता है। ऐसे में गेहूं की ये किस्म वरदान साबित हो सकती है।

फिलहाल, इस ये किस्म New Wheat Variety 2024-25 अभी महाराष्ट्र और कर्नाटक की जलवायु में पैदा होगी। वैज्ञानिकों के अनुसार, मप्र के खेतों की काली मिट्टी खास है।

बायो फोर्टिफाइड किस्म है 1358 गेंहू

इसमें पौधों को मिलने वाले तत्व अलग होते हैं, इसलिए किस्म 1358 को मप्र में उपयोग करने लायक बनाया जाएगा।

अनुसंधान केंद्र में गेहूं New Wheat Variety 2024-25 के दानों में जिंक, आयरन, प्रोटीन की मात्रा का आकलन करने के लिए लगभग तीन साल से शोध किया जा रहा था।

इसके बाद वैज्ञानिकों ने बायो फोर्टिफाइड किस्म 1358 तैयार की है। इसमें जिंक, प्रोटीन, आयरन की मात्रा 40 पीपीएम रहेगी।

इसमें जिंक, प्रोटीन और आयरन की मात्रा 40 पीपीएम (पार्ट पर मिलियन) है। यह किस्म कर्नाटक, महाराष्ट्र में उपयोग की जाएगी।

एमपी के लिए गेंहू की नई किस्म 1323

New Wheat Variety 2024-25 | मध्यप्रदेश के लिए प्रोटीन से भरे गेहूं नंबर 1323 तैयार किया है।

मप्र के किसानों के लिए अनुसंधान केंद्र ने प्रोटीन से भरपूर गेहूं की नई किस्म 1323 को तैयार की है। बीज किसानों तक पहुंचाने के लिए काम किया जा रहा है।

वैज्ञानिकों के अनुसार, इस गेहूं के दानों में भरपूर प्रोटीन है। नियमित सेवन से शरीर स्वस्थ और निरोगी रहेगा।

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