बंपर पैदावार के लिए मई के अंतिम सप्ताह में इस विधि से तैयार करें धान की नर्सरी, होगी दुगुनी उपज

धान की अच्छी खेती के लिए मई माह के अंतिम सप्ताह में करें धान की नर्सरी (Paddy Nursery), जानें पूरी डिटेल..

Paddy Nursery | हमारे देश में खरीफ के सीजन में सबसे ज्यादा धान की खेती की जाती है। धान की खेती के लिए किसान अभी से उन्नत किस्मों का चयन कर रहे है। वही, इस मई महीने के अंतिम सप्ताह में किसान नर्सरी तैयार करने में लग जाते हैं। धान की अच्छी पैदावार के लिए सबसे जरूरी होता है धान की नर्सरी की उचित जानकारी होना।

लेकिन कई किसानों को इसकी जानकारी नहीं रहती है। वह सिर्फ परंपरागत तरीके से धान की खेती करते आ रहे है। लेकिन धान की नर्सरी Paddy Nursery के लिए ऐसी कई विधियां है। जिनसे किसान अपनी उपज दोगुनी कर सकते है। आज हम आपको उन्हीं विधियों के बारे में बताने वाले है। तो आइए जानते है पूरी डिटेल…

धान की अच्छी पैदावार के लिए ध्यान देने योग्य बातें

खरीफ सीजन की मुख्य फसल धान की खेती का समय आ गया है। किसान इसकी नर्सरी Paddy Nursery लगाने की तैयारी कर रहे है। नर्सरी लगाने से पहले अच्छी किस्म के बीजों की सबसे पहली जरूरत होती है। अगर अच्छी किस्म के बीज के साथ ही किसान वैज्ञानिक तरीके से इसकी नर्सरी लगाएं और खेती करें तो ज्यादा फायदा होगा।

दरअसल मई महीने से धान की खेती तैयारी शुरू हो जाती है, ऐसे में सबसे जरूरी होता है कि आप धान की नर्सरी कैसे तैयार करते हैं। क्योंकि नर्सरी के समय ही ध्यान देकर कई तरह के रोग और कीटों से होने वाले नुकसान से बच सकते हैं। साथ ही खरपतवार भी खत्म करके फसलों की अच्छी पैदावार ले सकते हैं। इसके लिए कृषि वैज्ञानिकों ने कुछ टिप्स दिए हैं। : Paddy Nursery

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धान का बीज बोने से बीजोपचार अवश्य करें

धान की नर्सरी के लिए मध्यम आकार की प्रजातियों के लिए 40 किलोग्राम मोटे धान के लिए 45 किलोग्राम तथा बासमती प्रजातियों के लिए 20-25 किलोग्राम बीज पर्याप्त होता है। धान के बीज को बोने से पूर्व 4 ग्राम ट्राइकोडर्मा या 2.5 ग्राम कार्बण्डाजिम या थीरम से बीजोपचार कर लेना चाहिए। : Paddy Nursery

जहां पर जीवाणु झुलसा या जीवाणुधारी रोग की समस्या हो वहां पर 25 किलोग्राम बीज के लिए 4 ग्राम स्ट्रेप्टोसाइक्लीन या 40 ग्राम प्लांटोमाइसीन को मिलाकर पानी में रातभर भिगो दें तथा 24-36 घंटे तक जमाव होने दें। बीच-बीच में पानी का छिड़काव करते रहें तथा दूसरे दिन छाया में सुखाकर नर्सरी Paddy Nursery में डाल दें।

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धान की खेती के लिए बीज की मात्रा

  • हाइब्रिड किस्में – 25 से30 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर।
  • बासमती किस्में – 12 से 15 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर।
  • एसआरआई पद्धति – 7.5 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर।
  • सीधी बुवाई या डीएसआर पद्धति – 40 से 50 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर

इस तरह तैयार करें धान का पौध

Paddy Nursery | कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार सबसे पहले बीज का चयन सावधानीपूर्वक करें। इसके लिए आधार व प्रमाणित बीज का ही प्रयोग करें। इसमें पूर्ण जमाव, किस्म की शुद्धता और स्वस्थ होने की प्रमाणिकता होती है।

धान की पौध तैयार करने के लिए 8 मीटर लम्बी एवं 1.5 मीटर चौड़ी क्यारियां बना लेते हैं। जब तक नई पौध हरी न हो जाए, पक्षियों से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए विशेष सावधानी बरती जाए। शुरू के 2-3 दिनों तक अंकुरित बीजों को पुआल से ढके रहें। नर्सरी क्यारियों के ऊपर अंकुरित बीजों को समान रूप से छिड़क दें।

सिंचाई और मिट्टी पर ध्यान दें

Paddy Nursery | स्वस्थ एवं रोगमुक्त पौध तैयार करने के लिए उचित जल निकास एवं उच्च पोषक तत्वों से मुक्त दोमट मिट्टी का इस्तेमाल करें। सिंचाई के स्रोत के पास पौधशाला का चयन करें। बुवाई से एक महीने पहले नर्सरी तैयार की जाती है।

नर्सरी क्षेत्र में 15 दिनों के अंतराल पर पानी देकर खरपतवारों को उगने दिया जाए तथा हल चलाकर या अवरणात्मक (नॉन सेलेक्टिव) खरपतवारनाशी जैसे कि पैराक्वाट या ग्लाइफोसेट का एक किलोग्राम प्रति हेक्टेयर छिड़काव करके खरपतवारों को नष्ट कर दें। ऐसा करने से धान की मुख्य फसल में भी खरपतवारों की कमी आएगी। नर्सरी क्षेत्र को गर्मियों में (मई-जून) अच्छी तरह 3-4 बार हल से जुताई करके खेत को खाली छोड़ने से मिट्टी से संबंधित रोगों में काफी कमी आती है। : Paddy Nursery

बंपर पैदावार के लिए इतनी खाद डालें किसान

Paddy Nursery | अच्छी फसल प्राप्त करने के लिए संतुलित पोषक तत्वों के उपयोग करें। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार 1000 वर्गमीटर क्षेत्र के लिए 10 क्विंटल सड़ी हुई गोबर की खाद, 10 किलोग्राम डाई-अमोनियम फॉस्फेट तथा 2.5 किलोग्राम जिंक सल्फेट जुताई से पहले मिट्टी में अच्छी तरह मिलाने के बाद में बुवाई करें।

अगर 10-12 दिनों बाद पौधों का रंग हल्का पीला हो जाए, तो एक सप्ताह के अंतराल पर दो बार 10 किलोग्राम यूरिया/1000 मीटर की दर से मिट्टी की ऊपरी सतह पर मिला दें, जिससे पौध की बढ़वार अच्छी होगी। : Paddy Nursery

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