सोयाबीन की नई फसल आने में अब ज्यादा वक्त नहीं है, भाव को लेकर Soyabean Price यह मांग उठी..
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Soyabean Price | पिछले कई वर्षों से सरकार की गलत नीतियों के कारण सोयाबीन उत्पादक किसानों को काफी निराश होना पड़ रहा है। आलम यह है कि 10 वर्षों पहले सोयाबीन जिस भाव से बिक रहा था उससे भी कम रेट में अब सोयाबीन के भाव चल रहे हैं।
मंडियों में सोयाबीन समर्थन मूल्य से भी नीचे बीक रहा है। सोयाबीन का सीजन 1 महीना बाद शुरू होने वाला है इसके पहले सोयाबीन के भाव को लेकर किसानों में आक्रोश व्याप्त होने लगा है। फसल का वाजिब दाम नहीं मिलने से किसानों में आक्रोश है।
गौरतलब है की सोयाबीन की सबसे अधिक उपज मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान में ली जाती है। मध्य प्रदेश को सोयाबीन स्टेट का दर्जा प्राप्त है खरीफ सीजन में यहां सबसे अधिक सोयाबीन की खेती होती है। Soyabean Price
मालवा निमाड़ में सोयाबीन पीला सोने के नाम से जाना जाता खरीफ सीजन में किसानों के द्वारा काफी मात्रा में सोयाबीन की मुख्य फसल बोई जाती है।
सोयाबीन का वाजिब दाम दिलवाने की मांग करते हुए किसानों ने अब सोशल मीडिया पर कैंपेन शुरू किया है। इस कैंपेन का असर दिखाई देने लगा है, किसानों का समर्थन करते हुए बीजेपी के विधायक ने मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री को पत्र लिखा है। आईए जानते हैं Soyabean Price की पूरी खबर..
समर्थन मूल्य से कम दाम पर बिक रहा सोयाबीन
सोयाबीन का समर्थन मूल्य 4892 रुपए प्रति क्विंटल Soyabean Price निर्धारित किया गया है लेकिन इस भाव से बहुत कम दाम पर सोयाबीन मंडियों में बिक रहा है।
किसानों को फिलहाल प्रति क्विंटल पर 1000 से 1300 रुपये का सीधा नुकसान हो रहा है। जबकि दूसरी ओर 25-30 दिन में नहीं सोयाबीन आने वाली है। मंडियों में 4000 रुपए प्रति कुंटल किसानों को दाम मिल रहे हैं। जिससे किसानों की लागत भी निकलना मुश्किल लग रहा है।
किसानों ने सोशल मीडिया पर कैंपेन शुरू किया
Soyabean Price ; संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसानों ने बताया कि सरकार की गलत नीति के कारण सोयाबीन के भाव नहीं बड़े हैं। वहीं किसानों द्वारा जो खेती किसानी में वस्तुएं इस्तेमाल की जाती है। उनके दामों में काफी बढ़ोतरी हुई है।
खाद, दवाई मजदूरी सारी चीजों में बहुत बढोतरी हुई है, परंतु किसानों को उनकी फसल के वाजिब दाम नहीं मिल रहे हैं। किसान नेताओं ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए किसान अपनी आवाज सरकार तक पहुंचा रहे हैं अब देखना है कि सरकार किसानों की मांगों को कितना गंभीरता से लेती है।
सोशल मीडिया पर सोयाबीन के भाव Soyabean Price बढ़ने को लेकर कई मैसेज एवं वीडियो वायरल हो रहे हैं। इनमें किसानों द्वारा मांग की जा रही है कि सोयाबीन के भाव बढ़ाए जाएं। किसानों द्वारा यह भी कहा जा रहा है कि सरकार यदि इन मांगों पर ध्यान नहीं देती है तो मध्य प्रदेश का किसान भी आंदोलन की राह पर चल पड़ेगा।
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सोयाबीन भाव (Soyabean Price) का गणित
कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) की रिपोर्ट के अनुसार सोयाबीन की उत्पादन लागत 3261 रुपए प्रति क्विंटल है लेकिन मंडियों में यह 3500 से 4000 रुपए के
बीच बिक रही है। सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) के आंकड़ों के मुताबिक 2013-14 में सोयाबीन का औसत भाव 3823 रुपए प्रति क्विंटल था, जो आज की कीमतों के लगभग बराबर है। यही कारण है कि किसानों में सोयाबीन के भाव को लेकर राज्य एवं केंद्र सरकार के प्रति आक्रोश पनप रहा है
विधायक ने सोयाबीन के भाव बढ़ने की मांग की
सोयाबीन के कम दामों Soyabean Price को लेकर विधायक भंवरसिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री मोहन यादव एवं कृषि मंत्री को पत्र
लिखकर सोयाबीन 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल खरीदने की मांग की है। साथ ही सोयाबीन समर्थन मूल्य के माध्यम से खरीदी करने की बात कही।
विधायक शेखावत ने बताया कि वर्तमान में किसानों को सोयाबीन लागत मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है। किसानों की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री को किसानों के हित में सोयाबीन खरीदी Soyabean Price के लिए पत्र जारी किया है।
समर्थन मूल्य पर की जाए सोयाबीन की खरीदी
बदनावर विधायक भंवर सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री से मांग की है कि सोयाबीन की खरीदी सर्मथन मूल्य पर केन्द्रों Soyabean Price के माध्यम से की जाए। उन्होंने बताया कि सोयाबीन फसल की उत्पादन लागत दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। जबकि भाव 2014-15 में 4200 से 4300 प्रति क्विंटल थे।
वर्तमान में भी सोयाबीन प्लांटों की जो खरीदी चल रही है और सौदे किए जा रहे हैं, वो भी 4200 से 4300 प्रति क्विंटल हो रहे हैं। 2024-25 में शासन ने सोयाबीन का सर्मथन मूल्य 4892 प्रति क्विंटल तय किया था। हालांकि लागत व्यय तथा उत्पादन की तुलना में सर्मथन मूल्य बहुत कम है। शासन द्वारा कम से कम 6 हजार प्रति क्विंटल के भाव से सोयाबीन की खरीदी की जाना चाहिए।
सोयाबीन के वर्तमान मंडी भाव
इंदौर मंडी में 23 अगस्त 2024 शुक्रवार को सोयाबीन के भाव 4200 रुपये प्रति क्विंटल के भाव रहे। वहीं उज्जैन मंडी में 4311 से 4472 रुपए प्रति क्विंटल रहे। Soyabean Price
सोयाबीन के प्लांट भाव
इंदौर एबीआयएस 4450 अडाणी 4400 अवी एग्री 4400 बंसल 4400 बैतूल 4525 धानुका 4500 धीरेंद्र 4525 दिव्य ज्योति 4425 हरिओम 4520 लाभांशी 4450 आयडिया 4325 केपी सॉल्वेक्स 4475 खंडवा 4450 मित्तल 4401 एमएस सॉल्वेक्स 4500 नीमच 4500 पतंजलि फूड 4380 प्रेस्टीज 4450 रामा 4275 राम जानकी 4425 सिंहल न्यूट्रिशन्स 4470 सांवरिया 4450 श्रीमहेश 4380 सोनिक 4400 स्नेहिल 4450 स्कायलार्क 4400 सूर्या 4500 वर्धमान 4400 विप्पी 4350 रुपए। Soyabean Price
धुले : दौसान 4500 धुले 4460 नंदूरबार 4440 ओमश्री 4500 संजय 4500 रुपए।
नागपुर : आदित्य 4500 एबीआयएस 4425 गोयल 4400 पतंजलि 4400 शालीमार 4475 स्नेहा 4475 रुपए।
कोटा : गोयल 4400 महेश 4600 सोयुग 4425 रुपए।
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मध्य प्रदेश राजस्थान और जो भी सोयाबीन के मुख्य उत्पादक राज्य है सबको मिलकर के एक बार सरकार के खिलाफ आंदोलन करना चाहिए नहीं तो किसानों का कोई सुनने वाली नहीं है सरकार सारे सरकारी अपने-अपने वोट के लिए किसानों को इस्तेमाल करती है और बाद में सब किसानों को भूल जाते हैं खाली दिखाने के लिए जय जवान और जय किसान है बाकी ना जवानों का ध्यान है ना किसानों का ध्यान है सरकार के खिलाफ एक बार आवाज उठानी चाहिए किसानों को
जय जवान जय किसान सरकार को वोट लेने के टाईम सब याद आता है और आज किसान की फसल के दाम खर्च के आधे भी नहीं मिल रहे फिर भी सरकार किसान को गुमरहाह कर रही है हम msp बढ़ाए गए आज कहा गए वो नेता किसान को मजबूर होकर अपनी सोयाबीन नष्ट करनी पड़ रही