गेंहू की बंपर पैदावार के लिए इस समय फसल में सिंचाई जरूरी.. जानें फसल में कितना-कितना पानी दें

जानें इस समय गेंहू का उत्पादन (Wheat production) बढ़ाने के लिए पानी क्यों जरूरी.

Wheat production | गेंहू की फसल इस समय 60 से 80 दिनों की हो गई है। रबी फसलों की अच्छी पैदावार के लिए सिंचाई सबसे अहम होती है। गेहूं की खेती में चार से छह सिंचाई की आवश्यकता होती है। यदि किसान समय समय पर सिंचाई करें तो, वह अपनी फसल से काफी अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते है।

इसी के साथ ही सिंचाई करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इसकी भी जानकारी किसानों के लिए जरूरी है। अक्सर देखा गया है कि कई किसान गेहूं की बुवाई करते हैं लेकिन उनको इतना अच्छा उत्पादन नहीं मिल पाता है, जबकि जो किसान गेहूं Wheat production की बुवाई के साथ ही सिंचाई पर भी विशेष रूप से ध्यान देते हैं उन्हें बेहतर पैदावार प्राप्त होती है।

गेंहू की अधिक पैदावार के लिए इस समय सिंचाई जरूरी

Wheat production | गेहूं की फसल में आमतौर पर 4 से 6 सिंचाई करना पर्याप्त रहता है। इस समय गेंहू की फसल में बालियों में फूल आ गए है। अधिक पैदावार के लिए गेंहू की बालियों में फूल आते समय सिंचाई करना अति आवश्यक है, जिससे की गेंहू की पैदावार में वृद्धि होती है। जानकारी के लिए बता दें की, रेतीली भूमि में 6 से 8 सिंचाई की आवश्यकता होती है। रेतीली मिट्‌टी में किसानों को हल्की सिंचाई करनी चाहिए जिसके लिए 5 से 6 सेंटीमीटर पानी की जरूरत होती है।

वहीं भारी मिट्‌टी में गहरी सिंचाई Wheat production की जरूरत होती है, इसमें किसान को 6-7 सेंटीमीटर तक सिंचाई करनी चाहिए। यह सभी सिंचाई गेहूं के पौधे की अलग-अलग अवस्था में करनी चाहिए जिससे अधिक लाभ प्राप्त किया जा सके। यदि किसान ज्यादा सिंचाई करते है तो किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। ज्यादा सिंचाई से गेंहू की पत्तियां पीली पड़ जाती है और उत्पादन में कमी आ सकती है। फिर भी यदि आपके गेंहू Wheat production की पत्तियां पीली पड़ गई है तो आप अपने नजदीकी। कृषि विभाग से सलाह लेकर उचित समस्या का समाधान कर सकते है।

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गेंहू की फसल में सिंचाई कितनी करें

Wheat production | मिट्टी की नमी के हिसाब से गेहूं की फसल में सिंचाई करनी चाहिए। यदि मौसम ठंडा है और भूमि में नमी बनी हुई है तो सिंचाई देरी से की जा सकती है। इसके विपरित यदि भूमि सूखी पड़ी है तो तुरंत सिंचाई की आवश्यकता होती है।

यदि मौसम गर्म है तो पौधों को सिंचाई Wheat production की अधिक आवश्यकता होती है। ऐसे में समय-समय पर सिंचाई की जानी चाहिए ताकि भूमि में नमी की मात्रा बनी रहे और पौधे सही तरीके से बढ़ोतरी कर सके। गेहूं के बेहतर उत्पादन के लिए इसकी फसल को 35 से 40 सेंटीमीटर पानी की आवश्यकता होती है। इसकी पूर्ति किसान अलग-अलग निर्धारित समय पर कर सकते हैं।

गेंहू की फसल में सिंचाई कब-कब करें?

Wheat production | यदि आपके पास सिंचाई की उपलब्धता हैं, तो फसल में 5 से 8 सिंचाई भी कर सकते है और यदि आपके पास पानी की उपलब्धता नही हैं तो 3 से 5 सिंचाई कर सकते है। गेहूं की विभिन्न अवस्थाओं में सिंचाई करने से अधिक पैदावार मिलती है। गेहूं की फसल में 20 से 25 दिन के बाद मुख्य जड़ बनते समय पहली सिंचाई करनी चाहिए।

गेंहू की फसल Wheat production में दूसरी सिंचाई बुवाई के 40 से 50 दिन बाद कल्लों के विकास के समय, तीसरी सिंचाई 65 से 70 दिन बाद तने में गांठ बनते समय, चौथी सिंचाई 90 से 95 दिन बाद फूल बनते समय, पांचवी सिंचाई 105 से 110 दिन बाद दानों में दूध पड़ते समय की जानी चाहिए। जबकि, अंतिम और छठी सिंचाई 120 से 125 दिन बाद दाना सख्त हो रहा हो तब की जानी चाहिए।

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