आईए जानते हैं चने की उन बेस्ट किस्मों Chana ki Best variety के बारे में जो अगेती बुवाई के दौरान उच्च उत्पादन देगी..
Chana ki Best variety : इस वर्ष खरीफ सीजन अपने अंतिम दौर में है। किसान रबी सीजन की तैयारी में जुट गए हैं। इस वर्ष अंतिम समय में अच्छी बारिश होने के कारण गेहूं का रखवा बढ़ेगा। किंतु कई क्षेत्रों में जहां सिंचाई के साधन उपलब्ध नहीं है, वहां पर चने की खेती होगी।
चने की खेती करने वाले किसान अगेती बुवाई करना पसंद करते हैं। क्योंकि इससे ठंड के दौरान चने की फसल को नुकसान कम होता है एवं एक सिंचाई से ही चने की अच्छी पैदावार ली जा सकती है। तो आईए जानते हैं चने की उन बेहतर किस्मों Chana ki Best variety के बारे में जो कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा नई-नई विकसित की गई है एवं उच्च उत्पादन देती है..
चना- फूले विक्रांत
Chana ki Best variety चने की यह किस्म एक अत्यंत उन्नत नवीनतम किस्म महात्मा फुले कृषि विश्वविद्यालय, राहुरी (महाराष्ट्र) से हाल ही में जारी की गई है। फूले विश्वविद्यालय से पूर्व में चने की अत्यंत लोकप्रिय किस्में विजय, विशाल एवं विधिजय पूर्व में प्रसारित की जा चूंकि है। किन्तु यह किस्में बहुत पुरानी हो चुकी थी।
अतः नई परिस्थिति एवं वातावरण के अनुरूप एक नवीन किस्म जो कि बीमारियों एवं कीटों के प्रति प्रतिरोधकता के साथ किसानों को अधिकतम उत्पादन के साथ अधिकतम लाभ प्रदान कर सके ऐसी एक आवश्यकता थी। इसी बात को ध्यान रखते हुए मध्यम एवं गहरी जमीनों हेतु 20 अक्टूबर से रबी की बीजाई हेतु बीज दर 30 कि.ग्रा. एकड़ रखने एवं 1 से 2 सिंचाई देने पर आदर्श परिणाम देगी।
👉 WhatsApp से जुड़े।
चना- फूले विक्रांत असिंचित क्षेत्र के लिए भी उपयुक्त
चने की यह किस्म Chana ki Best variety असिंचित स्थितियों के लिए भी उपयुक्त है । इस किस्म का दाना आकर्षक, रंग पीला ब्राउन, आकार मध्यम व विल्ट(उक्टा) के लिए प्रतिरोधकता वाली किस्म सिंचित स्थितियों में अधिकतम उत्पादन क्षमता 42 क्विंटल हेक्टेयर एवं व्यवहारिक परिस्थितियों में किसानों द्वारा इससे भी अधिक उत्पादन लेकर चने की खेती को लाभ की खेती बनाने का कार्य इस किस्म का उत्पादन लेकर किसान प्राप्त कर सकेगें। इस किस्म की अवधि 105 से 110 दिवस है।
चना-विशाल
Chana ki Best variety आकर्षक बड़े टपोरे दाने, नाम के अनुसार विशाल आकार व विशाल गुणों के चने की सर्वश्रेष्ठ किस्म चनों का राजा कहलाने योग्य सर्वगुण सम्पन्न जाति। आकर्षक पौधा, मध्यम ऊँचाई गर्व हरी व चौड़ी पत्तियों, पर्याप्त शास्त्रीय (ब्रांचिग) वृद्धि।अधिकतम उत्पादन क्षमता: 35 क्विंटल / हेक्टर, दाने का बड़ा आकार, पीला रंग उच्च गुणवत्ता के कारण अन्य चने की किस्मों से 300-400 प्रति क्विंटल अधिक बाजार भाव तथा मण्डी में सर्वाधिक माँग पर बिकने वाली एक मात्र जाति।
सिंचित खेती हेतु सर्वोत्तम। दाल की मात्रा 80 प्रतिशत होने से दाल मील वालों की अच्छी माँग। भुगडे हेतु सर्वोत्तम चना प्रोटीन व निथिओनाईन का प्रमाण अधिक। Chana ki Best variety
चना- फूले विक्रांत की विशेषताएं
Chana ki Best variety चने की यह किस्म उपसुक व कीटों के प्रति प्रतिरोधक जाति है। फसल पकने की अवधि 110 से 115 दिवस। फूल आने की अवधि 40-45 दिवस। 100 दानों का वजन 28 ग्राम। बीजदर 50 किलो प्रति एकड़। बोनी का आदर्श समय 20 अक्टूबर से 10 नवंबर तक।
👉 WhatsApp से जुड़े।
चना फूले जी 08108 (फूले विक्रम)
आवश्यकता अविष्कार की जननी है, इस सिद्धांत का आदर्श उदाहरण चने की अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की Chana ki Best variety किस्म फूले विक्रम है जो कि महात्मा फुले कृषि विद्यापीठ, राहुरी से जुलाई 2017 में म.प्र. व महाराष्ट्र के लिये जारी की है। जो कि गजट में नोटिफाईड भी हो चुकी है।
अपनी अच्छी ऊँचाई के कारण मेकेनिकल हार्वेस्ट हेतु हारवेस्टर से काटने के लिए काफी उपयोगी सिद्ध होगी व हाथ से कटाई हेतु मजदूरों की समस्या से किसानों को मुक्ति दिलाएगी। जिससे समय एवं कटाई लागत में भारी बचत होगी।
फूले विक्रम की विशेषताएं
Chana ki Best variety इस किस्म के पौधे सीधे ऊँचाई लगभग 30 इंच (2 फीट) व जमीन से 30 से.मी. (1 फीट), ऊपर से फल (घेघरा) लगने से हार्वेस्टर से काटना काफी आसान हो जाता है व इससे कटाई के दौरान फली को किसी प्रकार का कोई नुकसान भी नहीं होता है। चने की यह नवीन किस्म विक्रम फूले पूर्व में प्रचलित किस्मों से 10 से 22 प्रतिशत अधिक उत्पादन देने वाली तथा फ्यूजेरियम विल्ट (उपसुक) के लिये उच्च प्रतिरोधकता रखने वाली, जल्दी पकने वाली, अवधि लगभग 105 से 110 दिवस।
बीज दर 30 किलो एकड़ या 75 किलो हेक्टेयर, लाईन से लाईन की दूरी 16 इंच पौधे से पौधे की दूरी 4 इंच रखने पर आदर्श परिणाम, 100 दानों का वजन लगभग 21 ग्राम, फूल आने की अवधि 45 दिन, फूलों का रंग गुलाबी। इस किस्म का दाना काफी आकर्षक, बोल्ड व खाने में अत्यंत स्वादिष्ट होने से बाजार भाव भी अधिक प्राप्त होते हैं।
चने की परम्परागत किस्मों से एकदम हटकर यह नई किस्म चने के उत्पादन में एक नई दिशा व नई तकनीक का आगाज कर नए आयाम बनाएगी। यह एडवांस जनरेशन की किस्म होने से इसे भारतीय चना खेती के भविष्य की किस्म के रूप में भी देखा जा रहा है। Chana ki Best variety
👉 WhatsApp से जुड़े।
चना-फूले
विश्वराज बने की Chana ki Best variety यह किस्म हाल ही में महात्मा फूले विश्वविद्यालय, राहुरी से जारी सबसे नवीनतम किरम है। इस किस्म का दाना पीला-ब्राउन, आकर्षक, मध्यम आकार, 100 दानों का वजन 23 ग्राम सिंचित एवं असिंचित दोनों परिस्थितियों के लिए उपयुक्त। कीट एवं बीमारियों जैसे फ्यूजेरियम विल्ट (उक्टा) के लिए प्रतिरोधकता का गुण।
इस किस्म का बीज 30 कि.ग्रा. एकड़ एवं 20 अक्टूबर से 10 नवंबर तक बोनी के लिए उत्तम। इस किस्म की अवधि अली किस्म होने से 95 से 105 दिवस है। चने की यह नवीनतम किस्म अपनी उत्पादन क्षमता एवं गुणों के कारण अपने नाम के अनुरूप विश्व पर राज करेगी। Chana ki Best variety
चना – आर. वी. जी. 204 (RVSSG 8102)
चने की Chana ki Best variety यह अत्यंत उन्नत किस्म मैकेनिकल हार्वेस्ट हेतु ऊँची किस्म होने से हार्वेस्टर से काटने हेतु उपयुक्त किस्म है। चने यह किस्म राजमाता सिंधिया कृषि विश्वविद्यायल के सिहोर केन्द्र से वर्ष 2021 में जारी की गई है। देश के मध्य क्षेत्र मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, बुंदेलखण्ड हेतु समय से बोनी के लिए अनुशंसित की गई है। इस किस्म को ICCV 10 व ICCL 87322 चने की किस्मों के क्रास से यह किस्म विकसीत की गई है।
इसका दाना आकर्षक, मध्यम आकार, 100 दानों का वजन लगभग 24 ग्राम इस किस्म की अवधि 110 दिवस सिंचित अवस्था में रहेगी। चने की इस किस्म को एडवांस जनरेशन की किस्म के रूप में एक बड़ा नाम किसानों के बीच मिलने वाला है क्योंकि रोग प्रतिरोधकता, उच्च उत्पादकता, हार्वेस्टर से काटने की सुविधा जिससे मजदूरी, समय व लागत की बचत ऐसे गुण है जो इस किस्म को बहुत जल्दी एक बड़े कृषि क्षेत्र में आच्छादित कर देंगे। Chana ki Best variety
चने की टॉप अन्य उन्नत किस्में
1. देशी चने की किस्में :- सी. एस. जे 515 (CSJ 515) जी. एन.जी. 1958 (GNG1958), जी. एन. जी. 1581 (GNG1581), पूसा 5023, पूसा 547, पूसा 1103, जी. एस. जी. 2171 (GNG2171) आदि ।
2. काबुली चने की उन्नत किस्में : बल्लव काबुली चना-1, पूसा 3022, पूसा 2024, हरियाणा काबुली चना-1. पूसा 1108 आदि।
Note:– उपरोक्त समस्त फसलों एवं बीजों का विवरण/विशेषताएं आदर्श कृषि कार्यशाला एवं आदर्श परिस्थितियों के अनुसार प्राप्त व्यावहारिक/वास्तविक आँकड़ों के आधार पर दिये गये हैं। इन आदर्श स्थितियों में उपरोक्त समस्त फसलों एवं बीजों का जानकारी के आधार पर तथा कृषकों से प्राप्त परिवर्तन होने पर उपरोक्त विशेषताओं/आँकड़ोंमें भी परिवर्तन हो सकता है।
बीज लेने के लिए यहां संपर्क करें
- वसुंधरा बायो ऑर्गेनिक, उज्जैन
- पता – 51, राजस्व कॉलोनी, टंकी पथ, उज्जैन-456010 (म.प्र.)
- फोन – 2530547 , फेक्स – 0734-2530547
- मोबाईल – 9301606161 , 94253-32517
- ई-मेल – vasundharabio@yahoo.co.in
👉 WhatsApp से जुड़े।
यह भी पढ़िए…👉3 से 4 सिंचाई में बेहतरीन उत्पादन देगी गेहूं की 3 नवीन किस्में, खाने के लिए भी उपयुक्त, पूरी जानकारी..
👉अब एकड़ में 15 नहीं, 35 क्विंटल होगी पैदावार, गेंहू की नई किस्म से किसान होंगे मालामाल
👉 8 क्विंटल बीघा तक उत्पादन देने वाली चने की टॉप 5 रोग प्रतिरोधी वैरायटी, किसान होंगे मालामाल
👉 गाय की टॉप 5 बेस्ट नस्लें, जिनसे होगा दूध का भंडार, जानें कीमत एवं विशेषताएं
Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.👉 WhatsApp से जुड़े।
जुड़िये चौपाल समाचार से- ख़बरों के अपडेट सबसे पहले पाने के लिए हमारे WhatsApp Group और Telegram Channel ज्वाइन करें और Youtube Channel को Subscribe करें।
🙏🙏 नमस्कार जी गेहूं और चने के बारे में
इस प्रकार की किसान हितैषी जनकारी देने के लिए धन्यवाद्
आपको सहयोग इसी प्रकार बना रहे। 🙏