मुंग की फसल (Mung crop Advisory) में इल्ली लगने पर किसानों को क्या करना चाहिए? कौन सी दवाई को उपयोग में लेना चाहिए? आइए जानते है..
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Mung crop Advisory | भारत में दलहनी फसलों में मूंग का अपना एक विशिष्ट स्थान है। देश में मूंग का उत्पादन खरीफ, रबी के अलावा आजकल जायद सीजन में भी होने लगा है। मूंग में काफी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है।
जो हमारे लिए स्वास्थ्यवर्धक होने के साथ ही खेत की मिट्टी के लिए भी बहुत फायदेमंद है। मूंग की फसल से फलियों को तोड़ने के बाद हल से फसल को पलटकर मिट्टी में दबा देने से ये हरी खाद का काम करती है।
मूंग की खेती करने से मिट्टी की उर्वरक शक्ति में वृद्धि होती है। मूंग की खेती यदि सही तरीके से की जाए तो इससे काफी अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। मूंग की फसल (Mung crop Advisory) में विभिन्न च्रक में अनेक प्रकार के रोग लगने की संभावना बनी रहती है।
यदि इन रोगों की सही पहचान करके उचित समय पर नियंत्रण कर लिया जाए तो फसल को खराब होने से बचाया जा सकता है। कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा हाल ही ने मुंग की फसल का निरीक्षण किया गया। जिसमें इल्ली का प्रकोप देखा गया है।
खिरकिया में कृषि अधिकारियों ने किया निरीक्षण | Mung crop Advisory
खिरकिया में बुधवार को रहटाकला गांव में उप संचालक कृषि जवाहरलाल कास्दे ने कृषि वैज्ञानिक डॉ. मुकेश बंकोलिया के साथ फसल का निरीक्षण किया। मूंग की फसल में इल्ली का प्रकोप देखा गया है।
इस दौरान विकासखंड खिरकिया के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी टी आर चौहान और कृषि विस्तार अधिकारी आर के युवने और दीपक पंचोरिया भी मौजूद रहे।
अधिकारियों ने ग्राम के किसान पंकज शर्मा, मोहन गुर्जर और सिवाय चैतन्य के खेतों का दौरा किया। किसानों को कीटनाशकों के सुरक्षित प्रयोग की जानकारी दी गई। : Mung crop Advisory
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कृषि अधिकारियों ने दी यह दवाई डालने की सलाह
कृषि अधिकारियों द्वारा सलाह (Mung crop Advisory) दी गई कि कीटनाशकों को एक से अधिक मिश्रित न करें। फसल की सुरक्षा के लिए किसानों को अहम सुझाव दिए गए। इनमें फसल चक्र अपनाना और 3 साल में एक बार गर्मी में गहरी जुताई करना शामिल हैं।
कीटनाशक का छिड़काव शाम 4 बजे के बाद या सुबह के समय करने की सलाह दी गई। अधिकारियों ने कीटनाशकों की सटीक मात्रा भी बताई। प्रति एकड़ फ्लूबेड़ामाइड 60 मिली या क्लोरोइंट्रानीलीप्रोल 60 मिली और स्पिनोटरम 180 मिली का प्रयोग करने के लिए बताया गया है।
पावर पंप से छिड़काव के लिए 100-125 लीटर पानी प्रति एकड़ और हाथ पंप के लिए 200-250 लीटर पानी प्रति एकड़ का उपयोग करने की सलाह दी गई। : Mung crop Advisory
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