95 से 100 टन प्रति हेक्टेयर की उपज देने वाली रोग प्रतिरोधी शरदकालीन गन्ने की टॉप किस्मों के बारे में जानिए..

कम लागत में अच्छी पैदावार देने वाली शरद कालीन गन्ने की टॉप किस्मों (Top Sugarcane Varieties) की विशेषताओं के बारे में जानिए..

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Top Sugarcane Varieties | किसानों के लिए गन्ना प्रमुख नकदी फसल है। इसकी खेती कर किसान अपनी आय में बढ़ोतरी कर सकते हैं। भारतीय बाजार में गन्ने की कीमत काफी उच्च होती है। ऐसे में अगर किसान अपने खेत में गन्ने की उन्नत किस्मों की खेती करते हैं, तो वह कम समय में ही उच्च उपज प्राप्त कर सकते हैं।

कम समय व कम लागत में अच्छा फायदा प्राप्त करने के लिए किसान फरवरी के माह में बसन्तकालीन/शरद कालीन गन्ने की खेती करते हैं। गन्ने की बसंतकालीन बिजाई के लिए सबसे अच्छा समय मध्य फरवरी से मार्च के अंत तक का है। Top Sugarcane Varieties

गन्ना प्रजनन संस्थान करनाल के क्षेत्रीय प्रभारी एमएल छाबड़ा ने बताया कि किसान हर तीन साल में गन्ने की किस्में बदलते रहें। एक किस्म लगाने से कीड़ों सहित अन्य बीमारियों का प्रकोप बढ़ता है।

स्वस्थ गन्ना बीज के लिए पौधा फसल 8 से 10 माह पुरानी होनी चाहिए। गन्ने का ऊपरी दो तिहाई हिस्सा बीज में प्रयोग करें। बीज उपचार के लिए कार्बेन्डाज़िम या थायोफिनेट मिथाइल का घोल में गन्ने का उपचार करें। Top Sugarcane Varieties

गन्ने के ऊपर के दो-तिहाई स्वस्थ, कीट व रोग रहित हिस्से को बिजाई के लिए प्रयोग कर सकते हैं। बिजाई के लिए फरवरी माह में गन्ने की सर्वोत्तम रोग प्रतिरोधी किस्मों के बारे में जानिए..

गन्ने की खेती की नवीन उन्नत तकनीक

गन्ने की खेती सभी प्रकार की मृदा में की जा सकती है, लेकिन दोमट और काली दोमट मृदा सर्वोत्तम मानी जाती है। गन्ने के स्वस्थ बीज का ही चयन करें। बसंत कालीन गन्ने की बीज बुआई के समय 30-35 डिग्री सेल्सियस तापमान उत्तम माना जाता है। Top Sugarcane Varieties

इसके साथ ही वातावरण शुष्क होने पर बुआई करनी चाहिए। बसन्तकालीन गन्ने की बुआई देर से काटे गये धान वाले खेत में और तोरिया, मटर व आलू की फसल से खाली हुए खेत में की जा सकती है। बुआई के लिए संस्तुत प्रजातियों का चयन करें।

शरदकालीन गन्ने की टॉप किस्में

फरवरी के दूसरे पखवाड़े में गन्ने की बुआई कर सकते हैं। गन्ने की बुआई गन्ना प्लान्टर मशीन से 75 सें.मी. की दूरी पर कूंड़ों में करना ज्यादा लाभदायक होता है। शरदकालीन गन्ने में बुआई के 110-120 दिनों बाद नाइट्रोजन की शेष आधी मात्रा (60-75 कि.ग्रा./ हैक्टर) की टॉप ड्रेसिंग कर दें। Top Sugarcane Varieties आईए जानते हैं गन्ने की टॉप किस्मों के बारे में :–

को – 17018 एवं को- 16030 (करण-16)

को – 17018 गन्ने की इस नई किस्म में लाल सड़न रोग नहीं आता। यह किस्म लवणता के प्रति सहनशील है। यह प्ररोह छेदक, डंठल छेदक और शीर्ष छेदक के प्रति कम संवेदनशील है। इसमें ठोस गन्ने हैं जो खेत में गिरने की समस्या को रोकते हैं, इसका उत्पादन भी अच्छा है। Top Sugarcane Varieties

इसके अलावा को- 16030, जिसे करण-16 के नाम से भी जाना जाता है। इस किस्म को गन्ना प्रजनन संस्थान करनाल के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया गया है। यह एक क्रॉस किस्म है, जिसमें गन्ने की अच्छी व्यावसायिक उपज के साथ-साथ गन्ने की पैदावार भी अच्छी होती है, चीनी की रिकवरी बहुत अच्छी है।

गन्ने की को. 15023 किस्म

गन्ने की इस किस्म में मिठास की मात्रा काफी अधिक पाई जाती है और साथ ही इस किस्म के गन्ने से रस भी अधिक निकलता है। को. 15023 किस्म के गन्ने का इस्तेमाल सबसे अधिक कोल्हू पर गुड़ बनाने के लिए किया जाता है। Top Sugarcane Varieties

गन्ने की कोसा. 18231 किस्म

गन्ने की इस किस्म के गन्ने की खेती खासतौर पर यूपी के किसानों के लिए ही तैयार किया गया है। इस किस्म से किसान प्रति हेक्टेयर 90.16 टन तक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। इस किस्म में रोगों से लड़ने की क्षमता काफी अधिक होती है। Top Sugarcane Varieties

गन्ने की अगेती को.शा. 13235 किस्म

गन्ने की इस किस्म का गन्ना सीधा, मोटा और पीला हरा सफेद की तरह दिखाई देता है। किसान इस किस्म से प्रति हेक्टेयर औसत उपज 81-92 टन तक प्राप्त कर सकते हैं। को.शा. 13235 किस्म लाल सड़न रोग के प्रति माध्यम रोधी है। इस किस्म की खासियत यह है कि इसमें कीट व रोगों का प्रकोप बहुत कम होता है। Top Sugarcane Varieties

गन्ने की कोलख 14201 किस्म

कोलख 14201 किस्म का गन्ना मोटा और हल्का पीले रंग का होता है। गन्ने की यह उन्नत किस्म प्रति हेक्टेयर लगभग 95 टन तक पैदावार देने में सक्षम है। इस किस्म के गन्ने में शर्करा की मात्रा 18.60% और पोल प्रतिशत 14.55% तक पाई जाती है। गन्ने की इस किस्म में बेधक कीटों का प्रकोप कम होता है। Top Sugarcane Varieties

यह किस्में भी देती हैं अच्छी पैदावार

किसान रोग रोधी 0118, को- 15023, को -17018, को-16030 और को-5011 की बिजाई कर सकते हैं। इन सभी किस्मों का बीज गन्ना प्रजन्न केंद्र करनाल के क्षेत्रीय संस्थान से ले सकते हैं। Top Sugarcane Varieties

अच्छी उपज के लिए इन बातों पर ध्यान दें किसान

कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक गन्ने का बीज जिस खेत से लेना हो, बुआई से दो सप्ताह पर 60-70 क्विंटल गन्ना पर्याप्त होता है। गन्ने के बीज को उपचारित करने के लिए 250 ग्राम एरीटान या 500 ग्राम एग्लाल का प्रयोग करें। Top Sugarcane Varieties

बसंत कालीन गन्ने से अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए गन्ना की बसंतकालीन फसल में 120-150 कि.ग्रा. नाइट्रोजन, 50-60 कि.ग्रा. फॉस्फोरस तथा 30-40 कि.ग्रा. पोटाश प्रति हैक्टर की आवश्यकता होती है।

गन्ने की पेड़ी से अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक है कि फसल की कटाई जमीन से सटाकर करें। खेत से खरपतवार निकाल दें और सिंचाई करें व मृदा में ओट आने पर 90 कि.ग्रा. नाइट्रोजन की पहली टॉप ड्रेसिंग करें और कल्टीवेटर से गुड़ाई करके उर्वरक को मृदा में मिला दें।

गन्ने की फसल को दीमक व अंकुरबेधक कीट से बचाने के लिए बुआई के बाद कूंड़ को ढकने से पूर्व 5 लीटर / हैक्टर की दर से क्लोरोपायरीफॉस को 2000 लीटर पानी में घोलकर कूंड़ों में छिड़काव करें अथवा 25 कि.ग्रा./ हैक्टर की दर से फोरेट 10 जी कूंड़ों में छिड़काव करें। Top Sugarcane Varieties

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