केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात से कुछ शर्तों के साथ प्रतिबंध हटाया, किसानों को इसका कितना फायदा मिलेगा जानिए..

लंबे समय से प्याज के निर्यात Onion export पर लगा हुआ प्रतिबंध केंद्र सरकार ने हटा दिया है आईए जानते हैं डिटेल..

Onion export | लंबी जद्दोजहद के पश्चात लोकसभा चुनाव को देखते हुए केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात से प्रतिबंध हटा लिया है, लेकिन यह प्रतिबंध कुछ शर्तों के साथ हटाया गया। हालांकि प्रतिबंध के बावजूद सरकार अपने स्तर पर प्याज को निर्यात कर रही थी। अब कुछ शर्तों के साथ व्यापारियों को भी प्याज के निर्यात की अनुमति दी गई है। सरकार के इस कदम के पश्चात प्याज उत्पादक Onion export किसानों को इसका कितना लाभ मिलेगा आइए जानते हैं..

पिछले वर्ष लगाया था प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध

केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात Onion export पर प्रतिबंध हटाने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। नोटिफिकेशन जारी होते ही यह प्रभावी हो गया है। यह आदेश अगले आदेश तक मान्य रहेगा। इसके अलावा सरकार ने प्याज के निर्यात पर 40% निर्यात शुल्क लगाने का भी फैसला लिया है। गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर में जब प्याज की कीमत 70 से 80 रुपए पहुंच गई थी तब सरकार ने प्याज के एक्सपोर्ट पर बैन लगा दिया था।

निर्यात प्रतिबंध हटाने के साथ यह शर्तें लगाई

सरकार ने प्याज निर्यात Onion export से बैन हटाने के साथ कुछ शर्ते भी लगाई है। सरकार ने मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस (MEP) 550 डॉलर यानी करीब 45,800 रुपए प्रति मीट्रिक टन तय कर दी। यानी जो प्याज एक्सपोर्ट किया जाएगा, उसकी कीमत मिनिमम 45,800 रुपए प्रति मीट्रिक टन होना जरूरी है। व्यापारी एक हजार किलो प्याज ₹45,800 से कम में नहीं बेच सकेंगे। इसके अलावा निर्यात पर 40% निर्यात शुल्क भी लगेगा।

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प्याज पर निर्यात शुल्क लगाने का यह पड़ेगा असर

सरकार के इस फैसले से व्यापारियों को विदेश में प्याज एक्सपोर्ट करने पर 40% टैक्स देना होगा। उदाहरण के लिए एक लाख रुपए की प्याज Onion export बेचने पर 40 हजार रुपए टैक्स के रूप में चुकाने होंगे। एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाने का मकसद ये है कि व्यापारी प्याज को एक्सपोर्ट करने के बजाए देश में ही बेचें। इन सबके बीच सरकार मांग के अनुसार सप्लाई बनाए रखना चाहती है, ताकि नई खेप आने तक कीमतें नियंत्रित रहें।

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प्याज के निर्यात पर बैन से नाराज थे किसान

प्याज के निर्यात पर बैन से किसान काफी नाराज थे। लंबे समय से केंद्र सरकार से इसे हटाने की मांग कर रहे थे। केंद्रीय मंत्री डॉ. भारती पवार, सांसद डॉ. सुजय विखे पाटिल और हेमंत गोडसे सहित कई बड़े नेता प्याज उत्पादक Onion export बेल्ट से चुनाव मैदान में हैं। निर्यात पर प्रतिबंध ने इन्हें बैकफुट पर भेज दिया था। शेतकारी संगठन के नेता अनिल घनवत ने दावा किया कि प्रतिबंध वापस लेने से प्याज उत्पादकों को शायद ही कोई फायदा होगा।

बैन के बीच दूसरे देशों के अनुरोध पर निर्यात की अनुमति थी। पिछले साल दिसंबर में सरकार ने 31 मार्च 2024 तक प्याज के निर्यात पर रोक लगाई थी। हालांकि सरकार प्रतिबंध के बीच भी कुछ मित्र देशों को प्याज निर्यात Onion export कर रही थी। पिछले महीने सरकार ने छह पड़ोसी देशों- बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात, भूटान, बहरीन, मॉरीशस और श्रीलंका को 99,150 टन प्याज के निर्यात की अनुमति दी थी। इन्हें सफेद प्याज भेजी गई थी।

प्रतिबंध हटाने से किसानों को कितना फायदा मिलेगा 

Onion export | व्यापार विशेषज्ञों का मानना है कि केंद्र सरकार ने भले ही निर्यात पर से प्रतिबंध हटा दिया है, लेकिन इसका सीधे तौर पर किसानों को ज्यादा फायदा नहीं मिलने वाला है।

नवरात्रि के बाद तेजी से बढ़े थे प्याज के दाम

अक्टूबर में नवरात्रि के बाद देशभर में प्याज की कीमतें तेजी से बढ़ने लगीं और केवल एक हफ्ते में दोगुने से ज्यादा हो गई थीं। इसके बाद सरकार ने कंज्यूमर्स के ऊपर बोझ कम करने के लिए 27 अक्टूबर से नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन (NCCF) और नेफेड जैसे सरकारी बिक्री केंद्रों के जरिए 25 रुपए किलो के रेट से प्याज की बिक्री शुरू की थी।

केंद्र सरकार ने हाल ही में बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान, बहरीन, मॉरीशस और संयुक्त अरब अमीरात जैसे छह देशों के लिए एक लाख टन प्याज निर्यात Onion export करने की अनुमति दी है। केंद्र ने मध्य पूर्व और कुछ यूरोपीय देशों के बाजारों के लिए विशेष रूप से उगाए गए 2000 टन सफेद प्याज के निर्यात की भी अनुमति दी है। इससे महाराष्ट्र और गुजरात के किसानों को राहत मिलेगी।

भारत के इन राज्यों में होती है प्याज की खेती

भारत के महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, बिहार, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, पश्चिमबंगाल आदि राज्यों में प्याज की खेती होती है इनमें से सबसे अधिक प्याज Onion export की पैदावार महाराष्ट्र में होती है।

आगामी फेज में सबसे ज्यादा प्याज उत्पादन वाले राज्य महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक में चुनाव होने हैं। महाराष्ट्र के नासिक, कोल्हापुर, अहमदनगर, धुले, पुणे, मराठवाड़ा, शिरूर, शिरडी, छत्रपति संभाजीनगर, बीड और डिंडोरी लोकसभा सीटें शामिल हैं। यहां पर प्याज उत्पादकों का एक बड़ा वर्ग है। : Onion export

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