उपसुक रोग प्रतिरोधी चने की यह वैरायटी देगी 30 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक का उत्पादन

महात्मा फुले कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित चना- फूले विक्रांत (Vikrant Phule Channa variety) किस्म की खासियत, पैदावार एवं सिंचाई सहित पूरी जानकारी जानें..

Vikrant Phule Channa variety | रबी फसलों की बुवाई का कार्य अभी पिक पर है। पूरे देशभर में 60 प्रतिशत बुवाई कंप्लीट हो चुकी है। कई किसान भाई जिनकी बुवाई नही हुई है। वह अब भी गेंहू, चना , सरसों के उन्नत बीज की तलाश में जुटे हुए है। ऐसे मे आज हम आपको यहां चौपाल समाचार के इस लेख के माध्यम से चने की बेस्ट उन्नत किस्म के बारे में जानकारी देने जा रहे है। चने की इस उन्नत किस्म का नाम है चना- फूले विक्रांत (Vikrant Phule Channa variety)। चना फूले विक्रांत के बीज की पैदावार कितनी है? इसकी खासियत सिंचाई एवं अन्य खेती की जानकारी के लिए आर्टिकल को अंत तक पढ़े..

चना- फूले विक्रांत की जानकारी (Vikrant Phule Channa variety)

Vikrant Phule Channa variety ; चने की यह किस्म एक अत्यंत उन्नत नवीनतम किस्म महात्मा फुले कृषि विश्वविद्यालय, शहरी से हाल ही में जारी की गई है। फूले विश्वविद्यालय से पूर्व में चने की अत्यंत लोकप्रिय किस्में विजय, विशाल एवं विधिजय पूर्व में प्रसारित की जा चूंकि है। किन्तु यह किस्में बहुत पुरानी हो चुकी थी अतः नई परिस्थिति एवं वातावरण के अनुरूप एक नवीन किस्म जो कि बीमारियों एवं कीटों के प्रति प्रतिरोधकता के साथ किसानों को अधिकतम उत्पादन के साथ अधिकतम लाभ प्रदान कर सके ऐसी एक आवश्यकता थी।

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चना- फूले विक्रांत की पैदावार एवं उम्र

चना- फूले विक्रांत वैरायटी Vikrant Phule Channa variety असिंचित स्थितियों के लिए भी उपयुक्त किस्म है। चना फूले किस्म का दाना आकर्षक, रंग पीला ब्राउन, आकार मध्यम व विल्ट(उक्टा) के लिए प्रतिरोधकता वाली किस्म सिंचित स्थितियों में अधिकतम उत्पादन क्षमता 42 क्विंटल हेक्टेयर एवं व्यवहारिक परिस्थितियों में किसानों द्वारा इससे भी अधिक उत्पादन लेकर चने की खेती को लाभ की खेती बनाने का कार्य इस किस्म का उत्पादन लेकर किसान प्राप्त कर सकेगें। इस किस्म की अवधि 105 से 110 दिवस है।

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चना- फूले विक्रांत की खेती की जानकारी

  • Vikrant Phule Channa variety के बोनी का आदर्श समय 20 अक्टूबर से 10 नवंबर तक।
  • फसल पकने की अवधि 110 से 115 दिवस।
  • फूल आने की अवधि 40-45 दिवस।
  • 100 दानों का वजन 28 ग्राम।
  • रबी की बीजाई हेतु बीज दर 30 कि.ग्रा. एकड़ रखने एवं 1 से 2 सिंचाई देने पर आदर्श परिणाम।
  • आकर्षक बड़े टपोरे दाने, नाम के अनुसार विशाल आकार व विशाल गुणों के चने की सर्वश्रेष्ठ किस्म चनों का राजा कहलाने योग्य सर्वगुण सम्पन्न जाति।

चना फूले विक्रांत की खासियत

चना फूले विक्रांत किस्म Vikrant Phule Channa variety का आकर्षक पौधा, मध्यम ऊँचाई गर्व हरी व चौड़ी पत्तियों, पर्याप्त शास्त्रीय (ब्रांचिग) वृद्धि। अधिकतम उत्पादन क्षमता: 35 क्विंटल / हेक्टर, दाने का बड़ा आकार, पीला रंग उच्च गुणवत्ता के कारण अन्य चने की किस्मों से 300-400 प्रति क्विंटल अधिक बाजार भाव तथा मण्डी में सर्वाधिक माँग पर बिकने वाली एक मात्र जाति। सिंचित खेती हेतु सर्वोत्तम। दाल की मात्रा 80 प्रतिशत होने से दाल मील वालों की अच्छी माँग। भुगडे हेतु सर्वोत्तम चना प्रोटीन व निथिओनाईन का प्रमाण अधिक। उपसुक व कीटों के प्रति प्रतिरोधक जाति।

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चने की उन्नत किस्में (Vikrant Phule Channa variety)

देशी चने की किस्में :- चना फूले जी 08108 (फूले विक्रम) , चना – आर. वी. एसएसजी. 204 (RVSSG 8102), सी. एस. जे 515 (CSJ 515) जी. एन.जी. 1958 (GNG1958), जी. एन. जी. 1581 (GNG1581), पूसा 5023, पूसा 547, पूसा 1103, जी. एस. जी. 2171 (GNG2171) आदि ।

काबुली चने की उन्नत किस्में : बल्लव काबुली चना-1, पूसा 3022, पूसा 2024, हरियाणा काबुली चना-1. पूसा 1108 आदि।

उपरोक्त समस्त फसलों एवं बीजों Vikrant Phule Channa variety का विवरण/विशेषताएं आदर्श कृषि कार्यशाला एवं आदर्श परिस्थितियों के अनुसार प्राप्त व्यावहारिक/वास्तविक आँकड़ों के आधार पर दिये गये हैं। इन आदर्श स्थितियों में उपरोक्त समस्त फसलों एवं बीजों का जानकारी के आधार पर तथा कृषकों से प्राप्त परिवर्तन होने पर उपरोक्त विशेषताओं/आँकड़ों में भी परिवर्तन हो सकता है।

|| Disclaimer || यहां सिर्फ आपको चने की किस्मों की जानकारी दी जा रही है। बाकी आप अपनी नजदीकी सीड्स कंपनी या कृषि विशेषज्ञों से सलाह लेकर हवा- पानी मिट्टी को ध्यान में रखकर चने की अच्छी किस्म का चयन करें। उत्पादन के आंकड़े में हल्का उतार-चढ़ाव हो सकता है। अगर जानकारी अच्छी लगे तो अपने दोस्तो के साथ शेयर जरूर करें।🙏

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